शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनते ही अनुकंपा के आधार पर की गई अवैध नियुक्तियों को रदद कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामले दर्ज करेगा
चंडीगढ़, 19 जून (The News Air)
Shiromani Akali Dal: शिरोमणी अकाली दल ने आज पंजाब के राज्यपाल वी.पी.सिंह बदनौर से आग्रह किया है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी कुर्सी बचाने के लिए कांग्रेसी विधायकों के बच्चों को अवैध रूप से नौकरियां दे रहे हैं, के लिए कांग्रेस सरकार को तुंरत बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होने मेधावी तथा योग्य छात्रों से उनके अधिकारों को कांग्रेसी नेताओं द्वारा हड़प लिए जाने के कारण नौकरियों की मांग के लिए मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों का ‘घेराव’ करने का आग्रह किया ।
इस मामले में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ शिरोमणी अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया तथा डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि राज्यपाल को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि राज्य मंत्रिमंडल ने कांग्रेसियों को अनुकंपा के आधार पर नौकरियां देकर भ्रष्टाचार किया गया है। नेताओं ने कहा कि अगर राज्यपाल ने इस मामले में कार्रवाई नही की तो राष्ट्रपति को इस असंवैधानिक नियुक्तियों पर ध्यान देना चाहिए और कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार को तुंरत बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होने यह भी घोषणा की कि यदि इस मामले में कोई कार्रवाई नही की गई तो शिअद-बसपा गठबंधन अनुकंपा के आधार पर की गई सभी नियुक्तियों को रदद करेगा और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज करेगा।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैप्टन अमरिंदर ने प्रत्येक घर में नौकरी देने की शपथ ली थी और इस संबंध में युवाओं से फार्म भी भरवाए थे। उन्होने कहा कि ‘ नौकरियां केवल ‘करोड़पति ‘ कांग्रेसियों को ही दी गई हैं, यह पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का परिवार है, जिनके पोते को डीएसपी के पद पर भर्ती किया गया है। कांग्रेसी विधायकों फतेहजंग बाजवा तथा राकेश पांडे के बच्चे जिन्हे इंस्पेक्टर तथा नायब तहसीलदार नियुक्त किया गया है, तथा कैबिनेट मंत्री गुरप्रीत कांगड़ के बेटे को सहायक ईटीओ बिना रिक्त स्थान हुए नियुक्ति की गई है। उन्होने कहा कि सरकार ने 2000 किसान आत्महत्या पीड़ित परिवारों को तथा 500 किसान आंदोलन करने वाले शहीदों के परिजनों को वादे के अनुसार नौकरियां देने से इंकार कर दिया है। ‘ यहां तक ठेके पर रखे कर्मचारी अभी भी किए गए वादे के अनुसार अपनी सेवाओं के नियमित करने का इंतजार कर रहे हैं।
कल मंत्रिमंडल द्वारा कांग्रेसी विधायकों के बच्चों की नियुक्तिओं के बारे बोलते हुए अकाली नेताओं ने कहा कि दोनों उम्मीदवार अनुकंपा के आधार पर नौकरी के पात्र नही थे। उन्होने कहा कि दोनों उम्मीदवार कांग्रेसी नेताओं के पोते थे तथा उन्हे 34 साल बाद नौकरी दी गई है। उन्होने कहा कि इसी तरह आर्थिक जरूरत के आधार पर वे नौकरी के योग्य नही थे। फतेहजंग बाजवा ने चुनाव आयोग के सामने हलफनामा दायर कर बताया था कि उनकी कमाई 35 करोड़ रूपये है, भले ही यह वास्तव में बहुत ज्यादा हो सकती है। इसी तरह राकेश पांडे छह बार विधायक बने हैं तथा अकेले पेंशन में लाखों रूपये कमा रहे हैं।
मजीठिया तथा डा. चीमा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी को बताना चाहिए कि वे इस मुददे पर चुप क्यों हैं तथा उन्होने अब तक मुख्यमंत्री की निंदा क्यों नही की है। उन्होने कहा कि ‘घर घर नौकरी’ योजना को ‘हर विधायक घर नौकरी’ में बदल दिया गया है। यहां तकि कि एक कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा है कि फतेहजंग बाजवा का बेटा तीन करोड़ रूपये की कार चलाते हैं। इस तरह के कार्यों ने केवल नौजवानों के जख्मों पर नमक छिड़़कने का ही काम किया है। अकाली दल इस अन्याय को नही होने देगा। हम सरकार बनते ही इन अवैध, अंवैधानिक तथा अनैतिक निर्णयों को बदल कर रख देंगें’।
मजीठिया ने फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार को उनकी याद में खेल अकादमी स्थापित करनी चाहिए। उन्होने कहा कि ‘ यह शानदार व्यक्तित्व के मालिक मिल्खा सिंह के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी तथा हमारे नौजवानों को उनके नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रेरित करेगा’।