• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 शनिवार, 6 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home टेक्नोलॉजी

28 अप्रैल को आने वाले सौर तूफान में हुई देरी! वैज्ञानिक घबराए! बड़ी तबाही की ओर है इशारा?

The News Air by The News Air
सोमवार, 1 मई 2023
A A
0
28 अप्रैल
104
SHARES
690
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

सूर्य से इन दिनों लगातार सौर हवाएं चल रही हैं जो पृथ्वी के लिए खतरा बनी हुई हैं। इसकी सतह पर लगातार बड़े विस्फोट हो रहे हैं। हाल ही में सूर्य में हुए एक धमाके से उठा बड़ा सौर तूफान पृथ्वी तक पहुंचने की चेतावनी नासा की ओर से जारी की गई। यह पृथ्वी पर 28 अप्रैल को पहुंचने वाला था। लेकिन अभी तक नहीं पहुंचा है। सौर तूफान के धरती तक पहुंचने में हो रही देरी ने वैज्ञानिकों को डरा दिया है। क्या वैज्ञानिक किसी बड़ी तबाही का संकेत दे रहे हैं? आईए जानते हैं।

कुछ दिनों पहले एक बड़ा सौर तूफान पृथ्वी से टकराया था जिसने यहां पर कई हिस्सों में रेडियो ब्लैकआउट कर दिया था। ऐसे ही एक और सौर तूफान की धरती तक पहुंचने की चेतावनी हाल ही में जारी की गई थी। NASA की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) ने सूर्य की ओर से एक बड़ा सौर तूफान 28 अप्रैल को धरती से टकराने की चेतावनी जारी की थी। लेकिन यह अभी तक नहीं पहुंच पाया है। इसके पहुंचने में हो रही देरी ने वैज्ञानिकों को डरा दिया है। क्या है इसके पीछे की वजह? अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि सौर तूफान का बीच में ही रुक जाना खतरनाक हो सकता है।

स्पेसवेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, सौर तूफान को 28 अप्रैल को पहुंचना था। लेकिन अगर यह रुक गया है, और इसके पीछे से दूसरा सौर तूफान शुरू हो जाता है तो दोनों मिलकर पृथ्वी पर बुरा असर डाल सकते हैं। इसमें हो रही देरी का एक और कारण सौर हवाओं का इसके रास्ते में आ जाना हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसके प्रभाव में आने वाला हिस्सा बदल भी सकता है और पृथ्वी के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है। इससे पहले कहा गया था कि यह दक्षिणी हिस्से पर ज्यादा असर डालेगा।

यह भी पढे़ं 👇

Dharmendra World Media Tribute

धर्मेंद्र के खंडाला फार्महाउस के दरवाजे खुले, फैंस को मिलेगा Special Tribute देने का मौका

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Smriti Mandhana Wedding

स्मृति मंधाना की उंगली से ‘Ring’ गायब, शादी टूटने की अटकलें! Smriti Mandhana Wedding

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Maruti Suzuki e-Vitara Launch

मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार e-Vitara का धमाका, 45 मिनट में चार्ज! Maruti Suzuki e-Vitara Launch

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Ram Dev

बाबा रामदेव का रूस के साथ बड़ा समझौता, अब वहां भेजेंगे ‘योगी’! Patanjali Russia Partnership

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025

कैटिगरी के हिसाब से इसे बहुत ज्यादा शक्तिशाली नहीं बताया गया था। इससे पहले जो सौर तूफान आया था वह G4 कैटिगरी का था जो कि काफी शक्तिशाली था। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने G1 श्रेणी के कम प्रभावशाली सौर तूफान के धरती तक पहुंचने का अलर्ट जारी किया है। यह कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के कारण उठा तूफान है जो 24 अप्रैल को हुए धमाके में सूर्य की सतह से फूटा था। लेकिन, अगर इसमें बहुत ज्यादा देरी होती है तो इसका असर कहीं ज्यादा व्यापक हो सकता है।

भूचुंबकीय तूफानों या सौर तूफानों को आकार के हिसाब से श्रेणियों में बांटा जाता है। इन्हें G1 से G5 तक वर्गीकृत किया गया है। G5 कैटिगरी का सौर तूफान सबसे शक्तिशाली माना जाता है। इसके टकराने से धरती पर बहुत अधिक नुकसान की संभावना होती है। ये धरती पर कई तरह के उपकरणों को खराब कर सकते हैं, संचार के साधनों में खराबी पैदा कर सकते हैं। बिजली सप्लाई भी इससे प्रभावित हो सकती है। रेडियो, सैटेलाइट और नेविगेशन सिस्टम पर भी यह असर डाल सकता है। बता दें कि अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के अनुसार इस वक्त सूर्य अपनी 11 साल की सौर साइकिल से गुजर रहा है। हर 11 साल में सूर्य की सतह पर इस तरह की गतिविधियां बहुत तेज हो जाती हैं।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

Dharmendra World Media Tribute

धर्मेंद्र के खंडाला फार्महाउस के दरवाजे खुले, फैंस को मिलेगा Special Tribute देने का मौका

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Smriti Mandhana Wedding

स्मृति मंधाना की उंगली से ‘Ring’ गायब, शादी टूटने की अटकलें! Smriti Mandhana Wedding

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Maruti Suzuki e-Vitara Launch

मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार e-Vitara का धमाका, 45 मिनट में चार्ज! Maruti Suzuki e-Vitara Launch

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Ram Dev

बाबा रामदेव का रूस के साथ बड़ा समझौता, अब वहां भेजेंगे ‘योगी’! Patanjali Russia Partnership

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Kang

“रावत की ’12 बजे’ टिप्पणी कांग्रेस की सिख विरोधी मानसिकता का प्रमाण”: कंग

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
Tezpur University Protest

वीसी की मनमानी से तेजपुर यूनिवर्सिटी बंद! 78 दिनों से बवाल Tezpur University Protest

शनिवार, 6 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • वेब स्टोरीज

© 2025 THE NEWS AIR