Social Media Astrology आज के दौर में मार्गदर्शन का जरिया बनने के बजाय डर का एक बड़ा बाजार बन चुकी है। जहां Social Media Astrology के नाम पर लोगों को ‘काल सर्प दोष’ और ‘शनि की ढैया’ का भय दिखाकर उनसे पैसे ऐंठे जा रहे हैं, वहीं विज्ञान और तर्क पीछे छूट गए हैं।
शराब में अंगूठा डालकर शुक्र मजबूत करने का सच
डिजिटल युग में ज्योतिष को इतना हल्का बना दिया गया है कि रील और शॉर्ट वीडियो के माध्यम से अजीबोगरीब उपाय बताए जा रहे हैं। एक ट्रेंड का जिक्र करते हुए विशेषज्ञों ने बताया कि आजकल व्यूज बटोरने के लिए यह तक कहा जा रहा है कि “शुक्रवार के दिन शराब में अंगूठा डाल लो, तो आपका शुक्र मजबूत हो जाएगा।” यह पूरी तरह से पागलपन है और ज्योतिष के नाम पर मजाक है। ऐसे उपाय केवल शराबी और जुआरी लोगों को टारगेट करने के लिए बनाए जाते हैं ताकि व्यूज मिल सकें।
प्रॉपर्टी डीलर रातों-रात बन गए न्यूमरोलॉजिस्ट
ज्योतिष के गिरते स्तर का एक बड़ा कारण इसका व्यवसायीकरण है। एक समय जब प्रॉपर्टी का काम मंदा पड़ा, तो कई प्रॉपर्टी डीलर्स ने अंक ज्योतिष (Numerology) की एक किताब खरीदी और खुद को न्यूमरोलॉजिस्ट घोषित कर दिया। इसी तरह, कुछ लोगों ने ताश के पत्तों की तरह टैरो कार्ड फैलाना शुरू कर दिया। अगर कार्ड में कुछ अच्छा भी आया, तो भी सामने वाले को डरा दिया जाता है कि “आपका तलाक होने वाला है” या “बड़ी मुसीबत आने वाली है,” ताकि महंगे पैकेज और उपाय बेचे जा सकें।
ज्योतिष का वैज्ञानिक आधार और ग्रहों का खेल
असली ज्योतिष डरने का नहीं, बल्कि समझने का विज्ञान है। हमारे शरीर और मस्तिष्क पर ग्रहों का गहरा प्रभाव पड़ता है। जैसे मेष राशि सिर को प्रभावित करती है और अगर वहां विरोधी ग्रह आ जाएं, तो सिरदर्द या तनाव हो सकता है। इसी तरह 2026 में सूर्य और केतु की युति से हार्ट की समस्याओं का अंदेशा जताया गया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर किसी को हार्ट अटैक आएगा। यह व्यक्ति की अपनी कुंडली, उम्र और दशा पर निर्भर करता है। सोशल मीडिया पर दी गई जनरल जानकारी को अपने ऊपर लेना भारी तनाव का कारण बन सकता है।
ऐप्स और AI ज्योतिष का मायाजाल
आजकल धड़ल्ले से चल रहे ज्योतिष ऐप्स और कंप्यूटर जेनरेटेड कुंडलियों पर आंख मूंदकर भरोसा करना बेवकूफी हो सकती है। ज्यादातर ऐप्स पर बैठे ज्योतिषी कुंडली खोलकर देखते भी नहीं हैं, वे सिर्फ मनोविज्ञान (Psychology) से खेलते हैं। वे जानते हैं कि दस बातें बोलेंगे तो एक न एक तो सही लग ही जाएगी। AI और सॉफ्टवेयर केवल एक डेटाबेस है, जिसमें किताबें फीड कर दी गई हैं। ज्योतिष में एक ही ग्रह के 12 अलग-अलग घरों में हजारों परिणाम हो सकते हैं, जिसे एक मशीन सटीक रूप से नहीं बता सकती।
डर के नाम पर लूट और समाधान
लोगों में सब्र खत्म हो गया है और उन्हें हर समस्या का समाधान “24 घंटे” में चाहिए। इसी जल्दबाजी का फायदा उठाकर पाखंडी लोग उन्हें लूटते हैं। अगर कोई आपको डरा रहा है कि “शनि खराब है” या “राहु लग गया है,” तो डरिए मत। याद रखें, उपाय से ज्यादा आपके कर्म मायने रखते हैं। अगर आपके कर्म खराब हैं, तो कोई भी पूजा या उपाय काम नहीं करेगा। सही ज्योतिषी वह है जो आपको डराए नहीं, बल्कि आपका आत्मविश्वास बढ़ाए और आपको सही दिशा दिखाए।
मुख्य बातें (Key Points)
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अजीबोगरीब टोटके (जैसे शराब वाले उपाय) केवल व्यूज बटोरने का जरिया हैं।
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कई लोग बिना गहरे ज्ञान के, सिर्फ पैसा कमाने के लिए खुद को ज्योतिषी बताकर लोगों को डरा रहे हैं।
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ऐप्स और AI आधारित ज्योतिषीय सलाह अक्सर सामान्य होती है और व्यक्तिगत कुंडली की बारीकियों को नहीं समझ सकती।
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ज्योतिष का उद्देश्य डर पैदा करना नहीं, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने के लिए मार्गदर्शन और आत्मविश्वास देना है।






