Rohini Acharya Quits Politics Breaks Ties With Lalu Family : बिहार विधानसभा चुनाव में RJD की ऐतिहासिक हार के 24 घंटे बाद ही लालू परिवार में ‘महाभारत’ शुरू हो गई है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक चौंकाने वाला ऐलान करते हुए कहा कि वह राजनीति और अपने परिवार, दोनों से नाता तोड़ रही हैं।
बिहार के चुनावी नतीजों में NDA को 202 सीटों का प्रचंड बहुमत मिलने और महागठबंधन की करारी हार के बाद, लालू परिवार में एक बड़ा राजनीतिक भूचाल आ गया है।
RJD सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया। इससे भी बड़ा झटका उन्होंने यह कहकर दिया कि वह अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हैं।
‘संजय यादव-रमीज के कहने पर लिया फैसला’
रोहिणी आचार्य ने अपने एक्स (X) पोस्ट में इस पूरे फैसले के लिए तेजस्वी यादव के सलाहकारों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने लिखा कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और परिवार से नाता तोड़ रही हैं, क्योंकि “संजय यादव और रमीज ने उनसे ये करने को कहा था”।
रोहिणी ने यह भी लिखा कि वह “सारा दोष अपने ऊपर ले रही हैं।” इस बयान ने लालू परिवार के अंदर चल रहे घमासान को सतह पर ला दिया है।

तेज प्रताप के बाद रोहिणी का ‘विद्रोह’
यह लालू परिवार में पहला बिखराव नहीं है। इससे पहले लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं।
तेज प्रताप लगातार कहते रहे हैं कि संजय यादव तेजस्वी का ‘ब्रेन वॉश’ करते हैं। तेज प्रताप ने भी अपनी अलग पार्टी (जनशक्ति जनता दल) बनाकर चुनाव लड़ा था, हालांकि वह महुआ सीट से हार गए और तीसरे नंबर पर रहे।
दिलचस्प बात यह है कि जब तेज प्रताप का विवाद हुआ था, तब रोहिणी आचार्य ने अपने परिवार का साथ दिया था और तेज प्रताप से दूरी बना ली थी। लेकिन अब हार के बाद रोहिणी भी उन्हीं संजय यादव के खिलाफ मुखर हो गई हैं।
क्या संजय यादव हैं ‘फूट’ की वजह?
इस बड़ी हार के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव ही लालू परिवार में इस बड़ी फूट की वजह बन गए हैं?
लालू परिवार में यह एक बड़ा क्लेश है। एक बेटे (तेज प्रताप) को पहले ही घर से निकाल दिया गया और अब एक बेटी (रोहिणी) खुद परिवार से नाता तोड़ रही है। यह बिहार की विपक्षी राजनीति के लिए एक बड़ा संकट है।
जानें पूरा मामला
बिहार चुनाव में NDA ने 202 सीटों का ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया, जबकि महागठबंधन की शर्मनाक हार हुई।
रोहिणी आचार्य RJD की एक्टिव पॉलिटिशियन रही हैं। उन्होंने सारण लोकसभा सीट से बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
रोहिणी सिंगापुर में रहती हैं और अपने पिता लालू यादव को किडनी डोनेट करने के बाद उनकी काफी तारीफ हुई थी। उनके इस अचानक फैसले ने सबको हैरान कर दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बिहार चुनाव में RJD की करारी हार के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ दी।
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रोहिणी ने ‘X’ पर पोस्ट कर कहा कि वह अपने “परिवार से नाता तोड़ रही हैं”।
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उन्होंने इस फैसले के लिए तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव और रमीज को जिम्मेदार ठहराया।
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इससे पहले तेज प्रताप यादव भी संजय यादव पर परिवार में फूट डालने का आरोप लगा चुके हैं।






