चंडीगढ़, 25 सितंबर (The News Air) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत दिवस को समर्पित राज्य स्तरीय स्मृति कार्यक्रमों के लिए लोगो जारी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में इस महान दिवस को श्रद्धा और सम्मान से मनाने के लिए कार्यक्रमों की श्रृंखला तैयार की है। उन्होंने कहा कि ‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत दिवस के पावन अवसर पर पंजाब सरकार ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से यह ऐतिहासिक कार्यक्रम मुख्य रूप से श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती पर आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन लोगों को नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वारा दिखाए गए धर्मनिरपेक्षता, मानवता और बलिदान के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देंगे। मान ने कहा कि गुरु साहिब जी ने धर्म मानने की स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्याय, ज़ुल्म और दमन के खिलाफ गुरु साहिब जी का महान बलिदान मानवता के इतिहास में बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज गुरु तेग बहादुर जी की पवित्र वाणी मानव एकता, विश्व-भाईचारा, साहस, अध्यात्म और करुणा का संदेश देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कार्यक्रम महान सिख गुरु को सच्ची श्रद्धांजलि होंगे और लोगों को उनकी शिक्षाओं को सच्ची भावना से अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पावन अवसर हमें जाति, रंग, नस्ल और धर्म की संकीर्णताओं से ऊपर उठकर समर्पण और मिशनरी भावना से समाज, विशेषकर गरीबों और वंचितों की सेवा के लिए पुनः समर्पित होने का संदेश देता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस महान अवसर को सद्भावना और सामाजिक एकता की भावना से मनाएं ताकि हमारे देश, विशेषकर पंजाब की एकता और अखंडता को और मजबूत किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के महान बलिदान को हमें सदा स्मरण रखना चाहिए और उनकी शिक्षाओं को विश्व के कोने-कोने तक पहुँचाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन और दर्शन संपूर्ण मानवता के लिए प्रकाशस्तंभ है। उन्होंने कहा कि ये आयोजन एक ओर इस महान विरासत को जीवित रखेंगे और दूसरी ओर सांप्रदायिक सद्भावना, भाईचारे और शांति के सिद्धांतों को और मजबूत करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महान गुरु साहिब जी की विरासत आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पुनीत कार्य के लिए वचनबद्ध है और इसमें कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, तरुनप्रीत सिंह सौंद और हरभजन सिंह ई.टी.ओ., लोकसभा सदस्य मालविंदर सिंह कंग, मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के सलाहकार दीपक बाली तथा अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।






