GST Fraud in Iron & Steel Sector : लुधियाना (Ludhiana) से एक बड़े टैक्स फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे उद्योग जगत को चौंका दिया है। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST) लुधियाना कमिश्नरेट ने फतेहगढ़ साहिब (Fatehgarh Sahib) जिले के मंडी गोबिंदगढ़ (Mandi Gobindgarh) में चल रही एक फर्जी जीएसटी फर्म को पकड़कर 29.43 करोड़ रुपए की नकली बिलिंग घोटाले का खुलासा किया है। इस घोटाले के जरिए सरकार को करोड़ों का चूना लगाया गया और जीएसटी चोरी को अंजाम दिया गया।
कैसे हुआ घोटाला : जांच में सामने आया कि फर्जी फर्म ने 29.43 करोड़ रुपए के नकली जीएसटी बिल जारी किए। इन फर्जी लेन-देन के जरिए 5.29 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी की गई। इतना ही नहीं, एजेंसियों की जांच से बचने के लिए फर्म ने नकली ई-वे बिल और अन्य कागजात भी बनाए, ताकि सब कुछ वैध लगे और धोखाधड़ी लंबे समय तक पकड़ी न जा सके।
गिरफ्तारी और कार्रवाई : सीजीएसटी लुधियाना की टीम ने फर्म के मालिक को 11 सितंबर, 2025 को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और ईमानदार टैक्सपेयर्स के हितों की रक्षा हर हाल में की जाएगी।
पंजाब का मंडी गोबिंदगढ़ (Mandi Gobindgarh) देशभर में आयरन और स्टील इंडस्ट्री का एक बड़ा हब माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में फैक्ट्रियां और व्यापारी स्टील उत्पादन व सप्लाई का कारोबार करते हैं। पिछले कुछ सालों से टैक्स चोरी और फर्जी बिलिंग के मामले बढ़े हैं, जिन पर सरकार लगातार निगरानी कर रही है। इस केस को उद्योग जगत में सबसे बड़े फर्जीवाड़ों में से एक बताया जा रहा है।
सीजीएसटी का संदेश : लुधियाना कमिश्नरेट ने इस कार्रवाई के बाद दोहराया कि टैक्स फ्रॉड को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग का कहना है कि ऐसी कार्रवाइयों का मकसद न केवल सरकारी राजस्व की रक्षा करना है, बल्कि उन कारोबारियों के लिए भी बराबरी का मौका सुनिश्चित करना है जो ईमानदारी से टैक्स भरते हैं।






