• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • वेब स्टोरीज
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • वेब स्टोरीज
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home Breaking News

Bengal हिंसा पर SC का बड़ा सवाल: क्या राष्ट्रपति को दें आदेश?

Supreme Court Vs सरकार: Bengal Violence और राष्ट्रपति शासन पर मचा बवाल!

The News Air by The News Air
सोमवार, 21 अप्रैल 2025
A A
0
Supreme-court-
104
SHARES
694
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Bengal Violence Supreme Court Response : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिंसा को लेकर राष्ट्रपति शासन (President’s Rule) लगाने की मांग पर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को सुनवाई करते हुए महत्वपूर्ण टिप्पणी की। सीनियर जज बीआर गवई (B.R. Gavai) ने सुनवाई के दौरान कहा, “आप चाहते हैं कि हम राष्ट्रपति को राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्देश दें? वैसे भी हम पर कार्यपालिका के क्षेत्र में दखल देने का आरोप लग रहा है।” यह टिप्पणी वकील विष्णु शंकर जैन (Vishnu Shankar Jain) की ओर से दायर याचिका पर आई, जिसमें वक्फ संशोधन कानून (Waqf Amendment Law) को लेकर पश्चिम बंगाल में फैली हिंसा का हवाला दिया गया था। उल्लेखनीय है कि जस्टिस गवई अगले महीने भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले हैं।

सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच टकराव की स्थिति

यह मामला उस वक्त सामने आया है जब हाल ही में तमिलनाडु (Tamil Nadu) केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के बाद अदालत और सत्तारूढ़ नेताओं के बीच तनाव बढ़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में राज्यपाल (Governor) द्वारा विधेयकों को अनिश्चितकाल तक रोकने को “मनमाना” करार देते हुए अनुच्छेद 142 (Article 142) के तहत राज्यपाल के कदम को निरस्त कर दिया था। इस फैसले के बाद सरकार और न्यायपालिका के बीच खिंचाव और गहरा गया है।

निशिकांत दुबे और बीजेपी नेताओं के तीखे बयान

तमिलनाडु केस के फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई नेताओं ने न्यायपालिका की तीखी आलोचना की। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने कहा, “अगर सब कुछ सुप्रीम कोर्ट को ही करना है तो संसद और विधानसभा बंद कर दीजिए। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमाएं लांघ रहा है।”

उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर (Ram Mandir), कृष्ण जन्मभूमि (Krishna Janmabhoomi), और ज्ञानवापी (Gyanvapi) जैसे मामलों में कोर्ट कागजात मांगती है लेकिन बाद की मस्जिदों पर अलग रवैया अपनाती है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर देश में धार्मिक तनाव बढ़ाने का आरोप भी लगाया। वहीं, बीजेपी नेता दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने भी कहा कि “कोई भी राष्ट्रपति को चुनौती नहीं दे सकता, राष्ट्रपति सर्वोच्च हैं। सुप्रीम कोर्ट उन्हें आदेश नहीं दे सकता।”

यह भी पढे़ं 👇

Jaw Dislocation Golgappa

Golgappa खाने से खिसका महिला का जबड़ा, Jaw Dislocation से बचने के लिए बरतें सावधानी

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Kangana Ranaut

PM Modi Sanatan Brand Ambassador: ‘पुतिन गीता पढ़ेंगे तो भारत से रिश्ता और गहरा होगा’

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Gold Silver Price Today

Gold Silver Price Today: सोने-चांदी के दाम धड़ाम, शादी वाले घरों में लौटी मुस्कान

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Oppo Find X9

Oppo Find X9 Review: 7025mAh की मॉन्स्टर बैटरी और Hasselblad कैमरा

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
उपराष्ट्रपति का बयान और बीजेपी की सफाई

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने भी सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि अनुच्छेद 142 अब लोकतांत्रिक शक्तियों के खिलाफ एक ‘न्यूक्लियर मिसाइल’ बन गया है, जो न्यायपालिका के पास 24×7 उपलब्ध है।

हालांकि, विवाद बढ़ने पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने स्पष्ट किया कि पार्टी इन बयानों से सहमत नहीं है। नड्डा ने कहा कि ये सभी नेताओं के निजी विचार हैं और भारतीय जनता पार्टी इन बयानों का खंडन करती है।

पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा और राष्ट्रपति शासन की मांग ने देश की न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जो आने वाले दिनों में और भी तीव्र हो सकती है।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

Jaw Dislocation Golgappa

Golgappa खाने से खिसका महिला का जबड़ा, Jaw Dislocation से बचने के लिए बरतें सावधानी

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Kangana Ranaut

PM Modi Sanatan Brand Ambassador: ‘पुतिन गीता पढ़ेंगे तो भारत से रिश्ता और गहरा होगा’

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Gold Silver Price Today

Gold Silver Price Today: सोने-चांदी के दाम धड़ाम, शादी वाले घरों में लौटी मुस्कान

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Oppo Find X9

Oppo Find X9 Review: 7025mAh की मॉन्स्टर बैटरी और Hasselblad कैमरा

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
America Action On Pakistan

Pakistan PM और Army Chief पर Ban की मांग, 40+ अमेरिकी सांसदों का पत्र

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Sagittarius Horoscope 2026

Sagittarius Horoscope 2026: शनि की दृष्टि और राहु का वार, धनु राशि वालों के लिए कैसा रहेगा यह साल?

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • वेब स्टोरीज

© 2025 THE NEWS AIR