CM Yogi Fleet Incident – वाराणसी (Varanasi) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के दौरे के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई। उनकी फ्लीट के सामने अचानक एक सांड (Bull) आ गया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम (Municipal Corporation) ने पशु चिकित्सा एवं कल्याण विभाग (Animal Husbandry & Welfare Department) के दो बेलदारों को सस्पेंड (Suspend) कर दिया है। वहीं, आउटसोर्स पर तैनात 14 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
योगी के वाराणसी दौरे में हुई घटना
सीएम योगी 12 मार्च 2025 को वाराणसी के दौरे पर थे। उन्होंने इस दौरान कई विकास कार्यों का निरीक्षण और समीक्षा बैठकें कीं। लेकिन जब वे काल भैरव (Kaal Bhairav) और काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) जा रहे थे, तभी कबीरचौरा (Kabirchaura) में उनकी फ्लीट के सामने अचानक एक सांड आ गया।
सुरक्षा के तमाम इंतजामों के बावजूद इस तरह की लापरवाही को नगर निगम ने बेहद गंभीर माना। इसी वजह से तुरंत सख्त कार्रवाई की गई।
2 कर्मचारी सस्पेंड, 14 की नौकरी गई
नगर निगम के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा (Municipal Commissioner Akshat Verma) ने तुरंत बेलदार अमृतलाल (Amritlal) और संजय प्रजापति (Sanjay Prajapati) को निलंबित (Suspend) कर दिया।
इसके अलावा, आउटसोर्स के 14 कर्मचारियों को भी नौकरी से हटा दिया गया। इन कर्मचारियों के नाम हैं:
- रजत (Rajat)
- राकेश (Rakesh)
- रामबाबू (Rambabu)
- आशीष (Ashish)
- अंकित (Ankit)
- लालधारी (Laldhari)
- श्याम सुंदर (Shyam Sundar)
- दीपक शर्मा (Deepak Sharma)
- निशांत मौर्या (Nishant Maurya)
- शुभम (Shubham)
- राजेश कुमार (Rajesh Kumar)
- गंगाराम (Gangaram)
- अरविंद यादव (Arvind Yadav)
- राघवेंद्र चौरसिया (Raghvendra Chaurasia)
नगर निगम ने कंपनी को दी चेतावनी
नगर निगम ने इन कर्मचारियों की भर्ती करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी “वॉरियर्स सिक्योरिटी एंड सर्विसेज (Warriors Security & Services)” को भी अंतिम चेतावनी दी है।
अगर अगली बार ऐसी कोई लापरवाही हुई तो कंपनी को ब्लैकलिस्ट (Blacklist) कर दिया जाएगा। साथ ही, इन 14 कर्मचारियों को नगर निगम के किसी भी विभाग में दोबारा भर्ती नहीं किया जाएगा।
छुट्टा पशुओं पर सरकार की सख्ती
छुट्टा पशुओं (Stray Animals) को लेकर विपक्षी दल, खासकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party – SP), योगी सरकार (Yogi Government) को लगातार घेरती रही है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कई बार कह चुके हैं कि छुट्टा जानवरों से किसानों और आम लोगों को भारी नुकसान हो रहा है।
इसी वजह से योगी सरकार ने गौशालाओं (Gaushala) के निर्माण को बढ़ावा दिया है और अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों पर छुट्टा पशु न दिखें।
CM योगी की मौजूदगी में सांड कैसे पहुंचा?
यह घटना दिखाती है कि नगर निगम के दावों के बावजूद, छुट्टा पशुओं की समस्या अभी खत्म नहीं हुई है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी लापरवाही होने से प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
अब देखना होगा कि योगी सरकार इस मामले में आगे और क्या सख्त कदम उठाती है।