The News Air – (चंडीगढ़) पंजाब में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए प्रदेश प्रधान नवजोत सिद्धू ने नया सियासी दांव खेला है। शुक्रवार को सिद्धू अचानक मोहाली के लेबर चौक पर पहुंच गए, जहां मज़दूरों से मुलाक़ात के बाद सिद्धू ने पंजाब में शहरी रोज़गार गारंटी मिशन (UEGM) का ऐलान कर दिया।
सिद्धू ने कहा कि इस मिशन के तहत हर मज़दूर का ग़रीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्ड बनेगा। उन्हें मुफ़्त सेहत और शिक्षा समेत कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। सिद्धू ने कहा कि क़तार के आख़िर में खड़े मज़दूर सबसे ज़्यादा नज़रअंदाज किए गए हैं, जिनके लिए वह पंजाब मॉडल में यह नई स्कीम लेकर आए हैं।
कंस्ट्रक्शन सेस इकट्ठा किया लेकिन किसको दिया?
सिद्धू ने सरकार पर भी सवाल उठाए कि कंस्ट्रक्शन सेस इकट्ठा किया जाता है। यह सेस कंस्ट्रक्शन वर्करों के लिए ही होता है। लेकिन यह किसको दिया गया? जब किसी की रजिस्ट्रेशन ही नहीं तो फिर फ़ायदा किसी को कैसे मिलेगा? उन्होंने मौजूदा सरकार के मज़दूरों को 3100 रुपए देने के दावे पर कहा कि पंजाब में सिर्फ़ 1% मज़दूर ही रजिस्टर्ड हैं तो फिर किसी को फ़ायदा कैसे मिलेगा?।
कैप्टन को फिर कठपुतली कहा
सिद्धू ने कहा कि पिछले साढ़े 4 साल कैप्टन अमरिंदर सिंह सत्ता में रहे। वह जान बचाने के लिए कठपुतली की तरह नाचते रहे। मज़दूरों और पल्लेदारों के लिए कोई काम नहीं किया गया। सिद्धू इससे पहले भी कहते रहे कि कैप्टन भाजपा के इशारे पर काम करते रहे। कैप्टन की अकाली दल से साठगांठ थी।
हमारे लिए बाहरी कोई मुद्दा नहीं
पंजाब में पंजाबी और बाहरी को लेकर चल रही ज़ंग को लेकर सिद्धू ने कहा कि हमारे लिए ऐसा कुछ नहीं है। इससे पहले अकाली दल लगातार पंजाबियों पर दांव खेल रहा है। वहीं CM चरणजीत चन्नी ने भी आम आदमी पार्टी को बाहरी बताकर सवाल उठाए। चन्नी ने कहा कि पंजाब पर कुछ बाहरी लोग राज़ करना चाहते हैं।