नई दिल्ली (New Delhi), 23 जनवरी (The News Air): दिल्ली चुनाव 2025 का माहौल पूरी तरह गर्म है, और इस बार भी चर्चा का बड़ा मुद्दा है— करोड़पति उम्मीदवार। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) में कुल 719 प्रत्याशियों में से तीन-चौथाई यानी 155 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनमें से दो अरबपति उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (AAP) ने 70% करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के करीब 77% उम्मीदवार करोड़पति हैं। चुनावी मैदान में दौलत और सत्ता के इस संगम ने जनता का ध्यान खींचा है।
सबसे अमीर और गरीब उम्मीदवार कौन?
दिल्ली चुनाव में बीजेपी के शकूरबस्ती (Shakur Basti) से उम्मीदवार करनैल सिंह (Karnail Singh) सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। उनके पास 227 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। वहीं, बीजेपी के ही मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) के पास 1.86 अरब रुपये की संपत्ति है।
इसके विपरीत, कांग्रेस के मोतीनगर (Moti Nagar) से प्रत्याशी राजेंद्र सिंह (Rajendra Singh) इस चुनाव में सबसे गरीब उम्मीदवार हैं। उनके पास केवल ₹24,000 की संपत्ति है। हालांकि, उनकी पत्नी करोड़पति हैं और उनके पास ₹5.5 करोड़ की संपत्ति है।
दिल्ली के मतदाताओं का गणित
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। इनमें से:
- 83.49 लाख पुरुष मतदाता।
- 71.73 लाख महिला मतदाता।
- 1,261 थर्ड जेंडर मतदाता।
- 25.89 लाख युवा मतदाता।
दिल्ली चुनाव की बड़ी बातें
- वोटिंग और रिजल्ट: सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
- मतदान केंद्र: दिल्ली में कुल 13,033 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 70 केंद्र दिव्यांगों और महिलाओं द्वारा प्रबंधित होंगे।
- आरक्षित सीटें: 12 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं।
आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के दावे
दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) इस बार तीसरी बार बहुमत से सरकार बनाने का दावा कर रही है। वहीं, 10 साल से विधानसभा में नदारद कांग्रेस (Congress) का कहना है कि वह न केवल खाता खोलेगी, बल्कि सरकार भी बनाएगी।
दूसरी ओर, बीजेपी ने दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सहित अन्य राज्यों के नेता दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
चुनाव में दौलत का असर
विशेषज्ञों का मानना है कि करोड़पति और अरबपति उम्मीदवारों का चुनाव लड़ना दिल्ली की राजनीति में आर्थिक असमानता का एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। जहां एक तरफ करोड़ों की संपत्ति वाले उम्मीदवार जनता से वोट मांग रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गरीब और मध्यम वर्गीय मतदाता रोजमर्रा की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
दिल्ली चुनाव 2025 में जहां राजनीतिक पार्टियां जनता का दिल जीतने की कोशिश कर रही हैं, वहीं करोड़पति और अरबपति उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या सवाल खड़े कर रही है। जनता इस बार क्या फैसला लेगी, यह 8 फरवरी को साफ हो जाएगा।