Patna (पटना)16 जनवरी (The News Air): बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की पुनर्परीक्षा (Re-exam) की मांग को लेकर पिछले 14 दिनों से आमरण अनशन (Hunger Strike) पर बैठे Prashant Kishore (प्रशांत किशोर) ने आज गंगा (Ganga) में डुबकी लगाकर अपना अनशन समाप्त कर दिया। उन्होंने गंगा स्नान (Ganga Snan) और हवन (Havan) के बाद कहा कि यह डुबकी बिहार (Bihar) में व्यवस्था के शुद्धिकरण (Purification of System) का प्रतीक है। यह कदम उनके आंदोलन की शक्ति को और बढ़ाने के लिए एक नया मोड़ है, क्योंकि अब वे अपने सत्याग्रह आश्रम (Satyagrah Ashram) में रहकर बिहार की व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्ष (Struggle) को आगे बढ़ाएंगे।
ये स्नान बिहार की व्यवस्था शुद्धिकरण के शुरुआत का है
ये स्नान बिहार के युवाओं के लिए है
ये स्नान पलायन रोकने के लिए है
ये स्नान बिहार के उज्ज्वल भविष्य के लिए #PrashantKishor pic.twitter.com/lCZfGs3d1h— Prashant Kishore (@isupport_pk) January 16, 2025
प्रशांत किशोर ने अपनी डुबकी के बाद बिहार की जनता (People of Bihar) को संदेश दिया कि वे अपनी आवाज को और बुलंद करेंगे और BPSC पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर लगातार संघर्ष करते रहेंगे। गंगा किनारे एक अस्थाई कैंप (Temporary Camp) स्थापित किया गया है, जिसे सत्याग्रह आश्रम (Satyagrah Ashram) का नाम दिया गया है। यहां से वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और बिहार की वर्तमान व्यवस्था (Current System of Bihar) में सुधार की दिशा में काम करेंगे।
प्रशांत किशोर का यह कदम बिहार (Bihar) में एक नई राजनीतिक लहर (Political Wave) का संकेत दे रहा है, जिसमें वे सरकारी नीतियों (Government Policies) और बिहार के प्रशासनिक ढांचे (Administrative System of Bihar) में सुधार के लिए निरंतर आवाज उठाने का वादा कर रहे हैं।
Bihar में सुधार (Reform in Bihar) के लिए प्रशांत किशोर का आंदोलन अब नए स्तर पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि वे सत्याग्रह आश्रम से अपने आंदोलन को लगातार तेज करेंगे और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, वे संघर्ष जारी रखेंगे। इस बीच, बिहार के राजनीतिक गलियारों (Political Circles of Bihar) में यह चर्चा है कि क्या प्रशांत किशोर का यह कदम बिहार के राजनीतिक परिदृश्य (Political Scenario of Bihar) को बदल सकेगा।