उत्तर प्रदेश,16 नवंबर (The News Air): झांसी मेडिकल कॉलेज के NICU में आग लगने से कई बच्चों की मौत हो गई। एक व्यक्ति ने अपनी जान जोखिम में डालकर कई बच्चों को बचाया। जानिए क्या है पूरी कहानी।
उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU (Neonatal intensive care unit) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। 16 बच्चे घायल हो गए। अस्पताल में मौजूद लोगों ने कई बच्चों की जान बचाई।
इनमें से एक कृपाल सिंह राजपूत हैं। इन्होंने करीब 25 बच्चों को आग से बचाया। कृपाल सिंह ने मीडिया को आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि मैं यहां अपने पोते का इलाज कराने आया हूं। मेरे बेटे अनुज और बहू रजनी को बच्चा हुआ है।
पोते को NICU में भर्ती किया गया था। यहां रखे गए बच्चों को समय-समय पर दूध पिलाने और दूसरी देखभाल के लिए मां या परिजन को बुलाया जाता है। घटना शुक्रवार रात 10 बजे की है। बुलाए जाने पर मैं NICU पहुंचा था तभी वहां आग लगी देखी।
कृपाल ने बताया कि एक नर्स के शरीर में भी आग लग गई थी। उसका पैर झुलस गया है। नर्स चीखती-चिल्लाती भागी। इसके बाद मैं भी बच्चों को बचाने के लिए दौड़ा। मुझे लगा था कि अब बच्चों के शरीर में भी आग लगने वाली है। उस समय अस्पताल के स्टाफ बाहर थे। मैंने देखा कि एक बेड पर 6-6 बच्चे थे। करीब 70 बच्चे रहे होंगे। मैंने खुद 20-25 बच्चों को बचाया।
जहां ज्यादा आग लगी थी वहां जाना मुश्किल था। उस जगह को छोड़कर बाकी जगह से बच्चों को निकाला। जिसका बच्चा था उसे सौंप दिया। कम से कम 10-15 बच्चे जल गए। बहुत भीषण आग लग गई थी। बच्चों को जैसे-तैसे निकला।