नई दिल्ली,17 जुलाई (The News Air): शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने हाल के फेरबदल में नीति आयोग में शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट से किसी भी नेता को नियुक्त नहीं करने को लेकर बुधवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि वह नीति आयोग को ‘अनैतिक सत्ता हथियाने’ करार देते हुए सीएम एकनाथ शिंदे की सेना से नेताओं के बहिष्कार को समझ’ सकती हैं। राज्यसभा सांसद ने नीति में फेरबदल पर एक समाचार पत्र के आर्टिकल को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पुनर्गठित नीति आयोग में शिंदे सेना के लिए कोई जगह नहीं। जब ‘नीति’ केवल अनैतिक रूप से सत्ता हथियाना है, तो बहिष्कार को समझा जा सकता है।
एनडीए सरकार ने मंगलवार को नीति आयोग का पुनर्गठन किया, जिसमें चार पूर्णकालिक सदस्यों और भाजपा सहयोगियों सहित 15 केंद्रीय मंत्रियों को या तो पदेन सदस्य या विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया। हाल के फेरबदल में विशेष आमंत्रितों की संख्या पांच से बढ़ाकर 11 कर दी गई। जबकि शिंदे की शिवसेना के नेताओं को जगह नहीं दी गई, एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस), जीतन राम मांझी (एचएएम), राजीव रंजन सिंह (जेडीयू), केआर नायडू (टीडीपी) और चिराग पासवान (एलजेपी) जैसे सहयोगियों को जगह दी गई।
एनडीए सहयोगियों के अलावा, विशेष आमंत्रित सदस्यों में नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अन्नपूर्णा देवी, वीरेंद्र कुमार, जुएल ओराम और राव इंद्रजीत सिंह जैसे भाजपा मंत्री शामिल हैं। एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष बने रहेंगे और अर्थशास्त्री सुमन के बेरी उपाध्यक्ष बने रहेंगे।