Cyber Crime Scam के एक बड़े खुलासे में मोहाली (Mohali) पुलिस ने सात नाइजीरियन (Nigerian) नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी भारत में किराए के मकान में फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) चलाकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को ठगते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि इन ठगों ने फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को महंगे गिफ्ट्स और डॉलर भेजने का झांसा दिया, फिर उन्हें अश्लील चैट्स दिखाकर ब्लैकमेल किया। इस पूरे गिरोह ने अब तक करीब 15 करोड़ रुपए की ठगी की है।
मोहाली (Mohali) के एसएसपी हरमनदीप हंस (Harmandeep Hans) ने बताया कि आरोपियों को डीएसपी रुपिंदरदीप कौर सोही (DSP Rupinderdeep Kaur Sohi) की सुपरविजन में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने BNS की धारा 318(4), 61(2) और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों के पास से 2.10 करोड़ रुपए के इलेक्ट्रॉनिक और बैंकिंग उपकरण बरामद किए गए हैं।
कैसे फंसाते थे लोग?
आरोपी फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) पर फर्जी विदेशी प्रोफाइल बनाकर महिलाओं और पुरुषों से दोस्ती करते थे। वे खुद को कभी पायलट, कभी इंजीनियर या विदेशी लड़का/लड़की बताते थे। भरोसा बनने पर वे गिफ्ट या डॉलर भेजने की बात करते और बाद में कस्टम या टैक्स के नाम पर पैसे ऐंठते। अगर कोई इनके झांसे में नहीं आता तो वे अश्लील चैट्स या फोटोज दिखाकर ब्लैकमेल करने लगते।
जब्त सामान की सूची:
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79 स्मार्टफोन
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2 लैपटॉप, 2 मैकबुक
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99 भारतीय और विदेशी सिम कार्ड
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31 फर्जी बैंक अकाउंट्स
देशभर में फैला है नेटवर्क
एसएसपी हरमनदीप हंस ने बताया कि यह गिरोह एक संगठित अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह है, जो भारत के कई राज्यों में सक्रिय था। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि 350 से ज्यादा भारतीय नागरिक इस गिरोह के शिकार हो चुके हैं। हर शिकार से 30 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक की ठगी की गई, कुछ मामलों में ये राशि इससे भी ज्यादा थी।
गिरोह का फर्जी कॉल सेंटर गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में चल रहा था। वहां से आरोपी देशभर के लोगों को निशाना बनाते थे। उनकी रणनीति भावनात्मक रूप से जुड़ाव बनाकर लोगों को निजी जानकारी और फोटो साझा करने के लिए मजबूर करना था, जिसे बाद में वे ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल करते।
मोहाली पुलिस की अपील:
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अनजान विदेशी प्रोफाइल से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें।
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किसी भी प्रकार के गिफ्ट या डॉलर ऑफर पर पैसे न भेजें।
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संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी साइबर क्राइम थाना मोहाली (Cyber Crime Police Station Mohali) को तुरंत दें।
इस पूरे मामले ने यह साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया की दोस्ती अब बड़ा खतरा भी बन सकती है। पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिससे देशभर में फैले इस खतरे के प्रति लोगों को जागरूक होना आवश्यक है।






