नई दिल्ली,15 जुलाई (The News Air): जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल अरबपति बन गए हैं। जोमैटो के शेयरों में आई रिकॉर्ड तेजी से गोयल की संपत्ति 1 अरब डॉलर से अधिक हो गई। जुलाई 2023 के निचले स्तर से जोमैटो के शेयरों में अबतक करीब 300 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ चुकी है। दीपिंदर गोयल फिलहाल में जोमैटो के फाउंडर और सीईओ है। इस बीच जोमैटो के शेयरों ने भी आज यानी 15 जुलाई को बीएसई पर अपना नया रिकॉर्ड बनाया। कंपनी के शेयर 2 प्रतिशत की तेजी के साथ 230 रुपये पर पहुंच गए, जो इसका नया उच्चतम स्तर है। कंपनी का मार्केट अब 1.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
इसके साथ ही, 41 वर्षीय गोयल अब भारत के सबसे अमीर प्रोफेशनल बन गए हैं, जिनकी कुल संपत्ति 8,300 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। फिलहाल गोयल के पास जोमैटो के 36.95 करोड़ शेयर या 4.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
जोमैटो के शेयरों में 2023 की शुरुआत से ही तेजी देखी जा रही है। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि इसके क्विक कॉमर्स बिजनेस, ब्लिंकिट का बेहतर प्रदर्शन करना जारी रहेगा और इसके चलते कंपनी उम्मीद से पहले ही मुनाफे में आ जाएगी।कंपनी ने पहले कहा था कि ब्लिंकिट वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में EBITDA के स्तर पर ब्रेक इवन को छू सकती है। इस बीच कंपनी के फूड डिलीवरी बिजनेस के मुनाफे में आने से भी निवेशकों का उत्साह बढ़ा है।
ब्लिंकिट का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और यह स्विगी, इंस्टामार्ट और जेप्टो जैसी राइवल कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसकी ग्रोथ में फिलहाल कोई कमी आने के संकेत नहीं हैं, जो निवेशकों के उत्साह को और भी मजबूत कर रहा है। हाल की रिपोर्ट्स से संकेत मिलता है कि जोमैटो अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस में निवेश को और भी बढ़ाएगी।
मिडिल क्लास से आने वाले दीपिंदर सिंह गोयल ने आईआईटी दिल्ली से मैथ और कंप्यूटिंग में ग्रैजुएशन किया है। खाने के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर उन्होंने एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप बनाया। बैन एंड कंपनी में रहते हुए, उन्होंने FoodieBay.com की सह-स्थापना की, जिसे बाद में Zomato.com नाम दिया गया। वह लोगों के लिए घर बैठे खाना ऑर्डर करने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहते थे।
साल 2011 में Info Edge से शुरुआती फंडिंग मिलने के बाद, गोयल और उनकी टीम ने Zomato के विकास पर ध्यान देने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। कंपनी ने भारत के फूड टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में तेजी से अपनी जगह बनाई और साल 2018 में यह एक यूनिकॉर्न बन गई।