Ukraine New Prime Minister Yulia Svyrydenko की नियुक्ति से यूक्रेन (Ukraine) की सियासत में बड़ा बदलाव आया है। राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने अमेरिका (USA) के साथ मिनरल डील कराने वाली वित्त मंत्री यूलिया स्विरीडेन्को (Yulia Svyrydenko) को देश की नई प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है।
रूस (Russia) के साथ युद्ध के चौथे वर्ष में प्रवेश कर चुके यूक्रेन (Ukraine) ने अब राजनीतिक मोर्चे पर बड़ा कदम उठाया है। राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने देश की पहली नई महिला प्रधानमंत्री के रूप में यूलिया स्विरीडेन्को (Yulia Svyrydenko) को नियुक्त किया है। इससे पहले वे यूक्रेन की वित्त मंत्री (Finance Minister) थीं और अमेरिका (USA) के साथ किए गए एक अहम मिनरल डील (Mineral Deal) की मुख्य वार्ताकार रही हैं।
यह फैसला उस समय लिया गया है जब जेलेंस्की ने युद्ध से थके देश को नई ऊर्जा देने और घरेलू हथियार निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया है। मौजूदा प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल (Denys Shmyhal) ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्हें पूरी तरह से बाहर नहीं किया गया है। अब उन्हें रक्षा मंत्री (Defence Minister) की नई जिम्मेदारी दी गई है, जो युद्धकाल में सबसे अहम और सबसे ज्यादा बजट वाला मंत्रालय माना जाता है।
यूलिया स्विरीडेन्को को अमेरिका और यूक्रेन के बीच महत्वपूर्ण खनिज समझौते (Critical Mineral Agreement) में ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) के साथ बातचीत की वजह से अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली थी। उन्होंने सुनिश्चित किया कि यह समझौता यूक्रेन के हितों के अनुकूल रहे। उन्होंने अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के साथ कई उच्च-स्तरीय बैठकों में यूक्रेन का प्रतिनिधित्व किया है, खासकर रक्षा सहयोग और आर्थिक पुनर्निर्माण (Economic Reconstruction) के मुद्दों पर।
डेनिस शमीहाल, जिन्होंने 4 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री पद संभाला था, यूक्रेन के सबसे लंबे समय तक कार्यरत प्रधानमंत्री रहे हैं। अब उन्हें रक्षा मंत्रालय की कमान सौंपी जा रही है। यह मंत्रालय पूर्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव (Rustem Umerov) के अधीन था, जिनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा। उन पर आंतरिक अस्थिरता और रक्षा खरीद में अनियमितताओं के आरोप लगे, जिसके चलते सरकार को यह बड़ा निर्णय लेना पड़ा।
इस बदलाव को यूक्रेन के भीतर राजनीतिक संतुलन बनाए रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यूलिया भी राष्ट्रपति जेलेंस्की की करीबी और भरोसेमंद अधिकारी मानी जाती हैं। उनकी नियुक्ति न केवल महिला नेतृत्व को बढ़ावा देती है, बल्कि पश्चिमी सहयोगियों के साथ यूक्रेन की मजबूत कूटनीति का भी संकेत देती है।






