पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि, “पुलिस प्रशासन यहां पर पानी नहीं लाने दे रही है, खाना नहीं लाने दे रही है और उन्होंने यहां का बिजली काट दिया है। हमने कुछ सामान मंगाया था लेकिन वो उसे यहां पर लाने नहीं दे रहे हैं और सामान लाने वाले को बाहर ही मार के भागा दे रहे हैं। कोई भी सामान अंदर नहीं लाने दे रहे हैं। ऐसा बर्ताव पुलिस हमारे साथ कर रही है।”
https://twitter.com/AHindinews/status/1652022188600619008
पुनिया ने कहा, “वो (पुलिस) कह रहे हैं कि आपको धरना करना है तो सड़क पर सो जाए। इनके ऊपर आज ऐसा कौन-सा दबाव आ गया है, आज से पहले इतनी दिक्कत नहीं थी, सुप्रीम कोर्ट के दबाव से ही ये हुआ है।” उन्होंने कहा, “जब तक न्याय नहीं मिलता हम लोग यही रहेंगे चाहे पुलिस प्रशासन कितना भी अत्याचार हम पर करें।”
WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई। जिसमें पहली प्राथमिकी एक अवयस्क पहलवान के आरोपों पर पोस्को कानून के तहत दर्ज की गई जबकि दूसरी मर्यादा को ठेस पहुंचाने के संबंध में है।
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने ‘जीत की ओर पहला कदम’ करार दिया। उन्होंने हालांकि कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के इस सांसद को उनके सभी पदों से हटाये जाने तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवान 23 अप्रैल को अपना आंदोलन दोबारा से शुरू करने के बाद से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।