भारत के ज़ायकेदार व्यंजनों की डिमांड दुनियाभर में है। इनकी लोकप्रियता का कारण स्वाद के साथ सेहत की फुल डोज़ है। ढ़ेर सारे मसालों से तैयार होने वाले व्यंजनों में स्वाद होने के साथ ये हमारी सेहत के लिए भी बेहद खास होते हैं। जो न केवल हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं। बल्कि शरीर में ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा कर देते हैं। जानते हैं टेस्ट के अलावा बॉडी को हेल्दी रखने वाले भारत के 5 पारंपरिक व्यंजन (5 healthy and tasty Indian foods) और उनके फायदे भी।
ये 5 रेसिपीज़ है टेस्ट और ज़ायके का डबल डोज़
1. खिचड़ी
भारत के लोकप्रिय व्यंजनों की फेहरिस्त में सबसे उपर खिचड़ी का नाम आता है। न्यूट्रिशन्स से भरपूर खिचड़ी में विटामिन, मिनरल, और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। दाल और चावल को मिलाकर पकाई जाने वाली खिचड़ी को खाने से शरीर कई प्रकार की बीमारियों से दूर रहता है। इसके अलावा बाजरे की खिचड़ी भी इन दिनों खूब लोकप्रियता बटोर रही है। खिचड़ी में पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए मौसमी सब्जियों को भी सम्मिलित किया जा सकता है। आप इसे ब्रेकफास्ट से लेकर लंच तक किसी भी मील में ले सकते हैं।
2. छोले भठूरे
छोले भठूरे लगभग छोटे से लेकर बड़े तक हर व्यक्ति को खूब भाते हैं। दुनियाभर में इस रेसिपी को लोग खूब पसंद करते हैं। छोले यानि चिकपीज़ को कई रेसिपीज़ तैयार करने के लिए प्रयोग किया जाता है। विटामिन ए, बी, सी और डी से भरपूर सफेद चनों में फाइबर, प्रोटीन और पोटेशियम की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। इससे हड्डियां मज़बूत बनती है। साथ ही मांसपेशियों में बार बार होने वाली ऐंठन से राहत मिल जाती है। वहीं भठूरे बनाने के लिए आटे को फर्मेटिड किया जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए कभी कभार फायदेमंद भी साबित होता है।
3. दूध-चावल की खीर
खीर पारंपरिक भारतीय व्यंजनों में से एक ऐसा स्वादिष्ट व्यंजन है। जिसे हर खुशी के मौके पर अवश्य तैयार किया जाता है। सूखे मेवों की पौष्टिकता को एड करके तैयार की जाने वाली खीर को दूध और चावल से मिलाकर बनाया जाता है। इसे खाने से शरीर में कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन की कमी पूरी होती है। चावलों को दूध में पकाकर बनाई जाने वाली इस रेसिपी को खाने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।
4. सरसों का साग और मक्की की रोटी
सरसों का साग डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, सरसों के पत्तों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के चलते ये शरीर में ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में मदद करता है। लोग इसे मक्की की रोटी के साथ खाते हैं, जो वेटलॉस में मददगार साबित होती है। इसमें कार्ब्स की मात्रा कम होती है। वहीं स्टार्च और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करते हैं।
5. ढोकला
बेसन से तैयार होने वाला ढ़ोकला हमारे शरीर में प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स की कमी को पूरा करता है। बढ़ रहे वज़न को करने में सहायक ढ़ोकला फर्मेटिड बेसन से तैयार किया जाता है। इससे गट हेल्थ को गुड बैक्टीरिया की प्राप्ति होती है। ये हल्का फुल्का गुजराती व्यंजन है। इसे आप स्नैक्स या वेटलॉस डाइट के रूप में खा सकते हैं।