Operation Sindoor : जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की ज़रूरत और उसकी अहमियत को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने बड़ी बात कही है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल जब गुयाना (Guyana) के बाद पनामा (Panama) पहुंचा, तब थरूर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान (Pakistan) पर तीखा हमला बोला और ऑपरेशन सिंदूर की पूरी वजह विस्तार से समझाई।
थरूर ने कहा कि भारत पिछले लगभग चार दशकों से लगातार आतंकवाद का शिकार होता आ रहा है। उन्होंने बताया कि 1989 से लेकर आज तक भारत पर कई आतंकी हमले हुए हैं जिनमें आम नागरिकों को बार-बार निशाना बनाया गया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “अब यह स्वीकार्य नहीं है कि हम सिर्फ दर्द और नुकसान सहते रहें और दुनिया से दया की भीख मांगते रहें।”
ऑपरेशन सिंदूर क्यों बना अनिवार्य?
शशि थरूर ने बताया कि यह ऑपरेशन इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि आतंकवादियों ने 26 महिलाओं के सिर से सिंदूर (Vermilion) मिटा दिया, उनके पतियों, पिताओं और विवाहिता जीवन को छीन लिया। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाएं तो खुद भी मारने की गुहार लगा रही थीं लेकिन आतंकियों ने उन्हें जिंदा छोड़ा ताकि वे जाकर बताएं कि उनके साथ क्या हुआ।
थरूर ने बताया, “हमने उन औरतों की रोने की आवाजें सुनी हैं और अब भारत ने तय कर लिया है कि सिंदूर का रंग अब हत्यारों और अपराधियों के खून के रंग से मेल खाएगा। ये सिर्फ बदला नहीं, संदेश है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।”
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन था शामिल?
इस अंतरराष्ट्रीय दौरे पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख नेता और अधिकारी शामिल थे, जिनमें सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed – झारखंड मुक्ति मोर्चा), जी एम हरीश बालयोगी (G.M. Harish Balyogi – तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (Shashank Mani Tripathi – भारतीय जनता पार्टी), भुवनेश्वर कलिता (Bhubaneswar Kalita – भारतीय जनता पार्टी), मिलिंद देवरा (Milind Deora – शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya – भारतीय जनता पार्टी) और अमेरिका (USA) में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत संधू (Taranjit Sandhu) शामिल हैं।
हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर से
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) में 26 भारतीय सैलानियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों (Terrorist Camps in Pakistan) को निशाना बनाया। भारत ने यह स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई में पाकिस्तान की सेना के ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया, बल्कि सिर्फ आतंकवादियों के अड्डों को टारगेट किया गया।






