Pakistan Gaza UNSC Speech : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में गाज़ा (Gaza) को लेकर हुई बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) ने भावुक होकर फिलिस्तीनी (Palestinian) नागरिकों के समर्थन में आंसू बहाए। पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद (Aamir Iftikhar Ahmed) ने अपने भाषण में कहा कि गाज़ा से उठती चीखों को अब और ज्यादा चुप्पी से नहीं दबाया जा सकता और अगर दुनिया ने अब भी कुछ नहीं किया तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा।
असीम इफ्तिखार ने संयुक्त राष्ट्र में मांग की कि गाज़ा में तुरंत संघर्षविराम हो, बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की जाए, मानवीय राहत पहुंचे और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा हो। उन्होंने कहा कि दुनिया अब और एक दिन की चुप्पी भी बर्दाश्त नहीं कर सकती, अब समय है कि निष्क्रियता की जगह ठोस कार्रवाई की जाए।
पाकिस्तान के इस बयान को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चर्चा तेज हो गई है। यह वही पाकिस्तान है जो खुद भारत (India) में आतंकवाद को लगातार प्रायोजित करता आया है, लेकिन अब गाज़ा के बहाने मानवाधिकार की बातें कर रहा है। कई विशेषज्ञ इसे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि सुधारने की असफल कोशिश मान रहे हैं।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) जून में इज़रायल-फिलिस्तीन (Israel-Palestine) विवाद को लेकर ‘दो-राज्य समाधान’ (Two-State Solution) पर एक विशेष सम्मेलन आयोजित करने जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि अब वक्त आ गया है कि गाज़ा को लेकर सिर्फ बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाए जाएं।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब गाज़ा में इज़रायल की सैन्य कार्रवाई को लेकर वैश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है और क्षेत्र में मानवीय हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तान की इस भावनात्मक अपील को कुछ देश सहानुभूति से देख रहे हैं तो कुछ इसके पीछे की राजनीतिक मंशा पर सवाल उठा रहे हैं।