कनाडा, 07 जनवरी (The News Air) कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने अपनी पार्टी लिबरल (Liberal) में बढ़ती असहमति और नेतृत्व पर उठते सवालों के बीच अपने पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है। ट्रूडो ने कहा, “मैंने कनाडा को पहले से ज्यादा समृद्ध और बेहतर बनाने का प्रयास किया। अब समय है पार्टी को एक नई दिशा देने का।”
उन्होंने यह भी बताया कि जब तक लिबरल पार्टी अपना नया नेता नहीं चुनती, वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। पार्टी के अध्यक्ष को उन्होंने जल्द से जल्द नए नेता के चयन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।
चुनाव से पहले नया नेता मिलेगा? : कनाडा में इस साल अक्टूबर से पहले चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में ट्रूडो का इस्तीफा विपक्ष के लिए बड़ा राजनीतिक मौका बन सकता है।
- संसद (Parliament) को 24 मार्च तक निलंबित कर दिया गया है, ताकि पार्टी नए नेता का चयन कर सके।
- विपक्षी दल संसद का सत्र शुरू होते ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे, जिससे लिबरल पार्टी पर दबाव बढ़ा।
कौन बन सकता है Trudeau का उत्तराधिकारी? : जस्टिन ट्रूडो के बाद लिबरल पार्टी में चार प्रमुख नाम चर्चा में हैं:
- क्रिस्टिया फ्रीलैंड (Chrystia Freeland): टोरंटो की सांसद और पूर्व डिप्टी प्रधानमंत्री फ्रीलैंड ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया था। वह कभी ट्रूडो की करीबी मानी जाती थीं, लेकिन बाद में दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं।
- मार्क कार्नी (Mark Carney): कनाडा सेंट्रल बैंक (Canada Central Bank) के पूर्व बैंकर कार्नी का नाम भी प्रमुख दावेदारों में है। ट्रूडो ने हाल ही में उनकी तारीफ की थी और संकेत दिया था कि वह उन्हें अपनी कैबिनेट में देखना चाहते हैं।
- मेलनी जोली (Mélanie Joly): कनाडा की वर्तमान विदेश मंत्री मेलनी जोली भी इस रेस में हैं। उनका अनुभव और पार्टी में मजबूत पकड़ उन्हें एक संभावित उम्मीदवार बनाते हैं।
- अनीता आनंद (Anita Anand): लिस्ट में एक भारतवंशी नेता का नाम भी है। अनीता आनंद, जिन्होंने ट्रूडो सरकार में रक्षा और परिवहन मंत्रालय संभाला था, भी प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं।
कौन हैं Anita Anand?: भारतवंशी अनीता आनंद का नाम ट्रूडो के उत्तराधिकारी के तौर पर तेजी से उभर रहा है।
- उनके पिता तमिलनाडु और मां पंजाब से हैं।
- अनीता ने कोविड-19 महामारी के दौरान टीकाकरण अभियान में अहम भूमिका निभाई थी।
- राजनीति में आने से पहले वह टोरंटो यूनिवर्सिटी (University of Toronto) में लॉ की प्रोफेसर थीं।
- अनीता को उनकी कड़ी मेहनत और प्रशासनिक क्षमता के लिए जाना जाता है।
Trudeau का सफर और चुनौतियां : जस्टिन ट्रूडो ने 2015 में प्रधानमंत्री पद संभाला और कनाडा को उसके उदारवादी अतीत की ओर ले जाने के लिए सराहना पाई। हालांकि, हाल के वर्षों में उनकी लोकप्रियता घटी है।
- आवास और भोजन की बढ़ती लागत
- आव्रजन (Immigration) जैसे मुद्दों पर उनकी नीतियां विवादों में रहीं।
- पार्टी के भीतर असंतोष और वित्त मंत्री के इस्तीफे ने उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े किए।
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा कनाडा की राजनीति में एक बड़ा मोड़ है। लिबरल पार्टी के नए नेता की खोज में कई प्रमुख नाम शामिल हैं, जिनमें एक भारतीय मूल की नेता अनीता आनंद भी हैं। क्या अनीता कनाडा की पहली भारतवंशी प्रधानमंत्री बनेंगी, यह देखने वाली बात होगी।