Musk vs Trump Feud : दुनिया के दो सबसे चर्चित नाम एलन मस्क (Elon Musk) और डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अब आमने-सामने हैं। एक तरफ टेक्नोलॉजी के बेताज बादशाह और टेस्ला (Tesla) व स्पेसएक्स (SpaceX) जैसी कंपनियों के मालिक मस्क हैं, तो दूसरी ओर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और सत्ता के मजबूत खिलाड़ी ट्रंप हैं। दोनों की कभी चर्चित दोस्ती अब गहरी दुश्मनी में बदल चुकी है, जिसका असर केवल अमेरिका ही नहीं, पूरी दुनिया पर देखा जा रहा है।
इस जंग की शुरुआत तब हुई जब मस्क ने ट्रंप के “वन बिग ब्यूटीफुल बिल (One Big Beautiful Bill)” की तीखी आलोचना की। उन्होंने इसे न सिर्फ “घृणित” कहा, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से “खतरनाक” करार दिया। विशेषज्ञों की माने तो यह बिल अगले 10 वर्षों में 2.4 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज बढ़ा सकता है। मस्क के इस बयान के बाद ट्रंप ने उन्हें ‘पागल’ कहा और उनकी कंपनियों के सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द करने की धमकी दे डाली।
मस्क ने भी पलटवार में ट्रंप का नाम जेफरी एप्सटीन (Jeffrey Epstein) से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों में होने का दावा कर दिया, जिससे मामला और भड़क गया। यह बयान न केवल राजनीतिक बल्कि कानूनी मोर्चों पर भी ट्रंप के लिए खतरा बन सकता है।
टेस्ला और स्पेसएक्स पर संकट
स्पेसएक्स (SpaceX) को हाल ही में 17 अमेरिकी एजेंसियों से 3 बिलियन डॉलर के सौ से ज्यादा सरकारी अनुबंध मिले थे। यदि ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं और इन कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करते हैं, तो मस्क को अरबों डॉलर का घाटा झेलना पड़ सकता है। गुरुवार को टेस्ला के शेयरों में 14.2% की गिरावट देखी गई, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य 152 बिलियन डॉलर घट गया और मस्क की निजी संपत्ति 33 बिलियन डॉलर कम हो गई।
डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट (Defense Production Act) के तहत मस्क की कंपनियों को जब्त करने की मांग ट्रंप समर्थक स्टीव बैनन (Steve Bannon) द्वारा उठाई गई, जो भले ही कानूनी रूप से संभव न हो, पर राजनीतिक दबाव का संकेत जरूर है।
X पर ट्रैफिक और ब्रांड संकट
मस्क का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) भी इस लड़ाई की चपेट में है। जहां कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि विवाद से प्लेटफॉर्म पर ट्रैफिक बढ़ेगा, वहीं कई ब्रांड्स दोबारा दूरी बना सकते हैं। पहले भी षड्यंत्र सिद्धांतों को बढ़ावा देने के आरोप में X से कई बड़े विज्ञापनदाता हट चुके हैं।
टेस्ला की रोबोटैक्सी और कार्बन क्रेडिट पर खतरा
टेस्ला की रोबोटैक्सी योजना जो ऑस्टिन (Austin, Texas) में शुरू होनी है, अब असमंजस में है। अमेरिका की NHTSA (राष्ट्रीय राजमार्ग परिवहन सुरक्षा प्रशासन) और DOJ (न्याय विभाग) पहले से ही इसकी जांच कर रहे हैं। इस विवाद ने रोबोटैक्सी के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
साथ ही, टेस्ला का कार्बन क्रेडिट बिजनेस, जो अन्य कार निर्माताओं को पर्यावरणीय नियमों के उल्लंघन की भरपाई के लिए क्रेडिट बेचता है, भी संकट में है। $595 मिलियन डॉलर की पहली तिमाही की बिक्री पर अब ट्रंप समर्थक सांसदों द्वारा संशोधन के चलते खतरा मंडरा रहा है।
स्पेसएक्स और स्टारलिंक पर दबाव
स्पेसएक्स, जो नासा के लिए इकलौती मानवयुक्त अंतरिक्ष सेवा प्रदाता है, अब सरकारी सहयोग पर टिका हुआ है। यदि ट्रंप प्रशासन इसमें कटौती करता है, तो अमेरिका को एक बार फिर रूस (Russia) के सोयूज़ (Soyuz) स्पेसकैप्सूल पर निर्भर होना पड़ सकता है – जो कि भू-राजनीतिक दृष्टि से नाजुक स्थिति होगी।
इसके अतिरिक्त, मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक (Starlink) ने हाल ही में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और सऊदी अरब जैसे देशों में डील की हैं। अगर ट्रंप के साथ मस्क का संबंध बिगड़ता है, तो यह विदेशी डील्स भी प्रभावित हो सकती हैं।
ट्रंप पर मस्क के आरोप और राजनीतिक खतरे
मस्क द्वारा एप्सटीन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग और ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की बात ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। रिपब्लिकन पार्टी के अंदर भी अब असंतोष की लहर दिख रही है। हाउस फ्रीडम कॉकस (House Freedom Caucus) जैसे रूढ़िवादी समूह भी मस्क की चिंता साझा कर रहे हैं।
अगर मस्क का विरोध बढ़ता है और बिल सीनेट में अटकता है, तो ट्रंप की राजनीतिक साख पर बड़ा असर पड़ सकता है। इसके अलावा, अगर एप्सटीन दस्तावेजों में ट्रंप का नाम सामने आता है, तो यह उनकी राजनीतिक विरासत पर करारा प्रहार होगा।
लोगों की राय और मीम्स का दौर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह लड़ाई ट्रेंड कर रही है। कुछ लोग इसे “फेक फाइट” बता रहे हैं तो कुछ इसे टेस्ला के शेयर डूबने का कारण मानते हैं। भारतीय यूजर्स ने मीम्स में यहां तक कह दिया कि “मोदी जी को दोनों के बीच सीजफायर कराना चाहिए।”
आगे क्या होगा?
फिलहाल दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। ट्रंप ने मस्क से दूरी बना ली है और मस्क ने अपनी बयानबाजी और आरोपों में नरमी नहीं दिखाई है। अगर ट्रंप मस्क की कंपनियों के खिलाफ ठोस कदम उठाते हैं, तो यह मस्क के लिए आर्थिक आपदा बन सकती है। वहीं ट्रंप की राजनीतिक छवि और 2024 के चुनाव भी इस विवाद से गहराई से प्रभावित हो सकते हैं।