Kedarnath Helicopter Crash : उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के दौरान एक बार फिर हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना सामने आई है। ऋषिकेश (Rishikesh) स्थित एम्स (AIIMS) से रवाना हुआ एक इमरजेंसी मेडिकल हेलीकॉप्टर (Medical Helicopter) जब केदारनाथ (Kedarnath) की ओर बढ़ रहा था, तो हेलीपैड से महज 20 मीटर पहले क्रैश हो गया। राहत की बात यह रही कि इस बार कोई जनहानि नहीं हुई और हेलीकॉप्टर में सवार दो डॉक्टर और एक पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं।
यह हेलीकॉप्टर विशेष रूप से मेडिकल सेवा के लिए प्रयोग किया जा रहा था। बताया गया है कि यह दुर्घटना तकनीकी खराबी या मौसम की वजह से हो सकती है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह घटना उस समय हुई जब हेलीकॉप्टर अंतिम बिंदु यानी केदारनाथ हेलीपैड पर पहुंचने ही वाला था।
मई महीने में तीसरी बार हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना
गौर करने योग्य बात यह है कि मई महीने में अब तक उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर से जुड़ी यह तीसरी बड़ी घटना है। इससे पहले उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में 8 मई को गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के पास एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था जिसमें पायलट समेत छह तीर्थ यात्रियों की जान चली गई थी। मृतकों में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के सांसद जी. लक्ष्मीनारायण (G. Lakshminarayana) की बहन भी शामिल थीं, जबकि उनके बहनोई गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया।
बदरीनाथ में भी हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग
इतना ही नहीं, कुछ दिन पहले चमोली (Chamoli) जिले के बदरीनाथ (Badrinath) धाम से शेरसी (Sersi) लौट रहा एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम के चलते राइंका ऊखीमठ (Raika Ukhimath) में इमरजेंसी लैंडिंग के लिए मजबूर हुआ था। उस दौरान भी तीर्थयात्रियों की जान बाल-बाल बची थी।
बार-बार हो रही इन घटनाओं ने यात्रियों और प्रशासन दोनों को सतर्क कर दिया है। हेलीकॉप्टर सेवाओं में आई तकनीकी खामियों और खराब मौसम के खतरों को लेकर अब यात्रियों में चिंता बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं को लेकर अतिरिक्त सतर्कता और सुरक्षा मानकों की सख्त जरूरत है।