27 दिसंबर (The News Air)एक गहन बहस चल रही है, जो वर्षों से चल रही है और शाकाहारी भोजन की कमियों बनाम मांसाहारी खतरों के बारे में आगे-पीछे होती रही है । यह गरमागरम बहस सटीक होने के साथ-साथ निराधार भी है। संभवतः, यही कारण है कि इस पर अभी भी बहस चल रही है। दरअसल, अगर आप दोनों समूहों के आहार पर गौर करें तो आप इस तथ्य को पहचान पाएंगे कि, दोनों में स्वस्थ जीवन के लिए जगह है। यहां हम शाकाहारी और मांसाहारी आहार के लाभों और कुछ नुकसानों की तुलना करते हैं यदि आप अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को शामिल नहीं करते हैं।
शाकाहार और मांसाहार दोनों प्रकार की चीजें इंसान के भोजन में सदियों से शामिल होती रही है। जीवित रहने और ताकत बनाये रखने के लिए हमें रोजाना भोजन की आवश्यकता पड़ती है।
हमारी पाचन क्रिया शाकाहार और मांसाहार दोनों प्रकार के भोजन को पचाने में सक्षम है। भोजन से हमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट , विटामिन तथा खनिज लवण की आवश्यकता होती है। किसी भी तत्व की कमी होने पर कुछ अंग कमजोर पड़ सकते है या हम बीमार हो सकते है अतः भोजन का चयन सोच समझ कर करना जरुरी होता है।
प्रकृति में कुछ जीव सिर्फ पेड़ पौधों से प्राप्त खाना खाते है और कुछ जीव मांस भक्षी होते है। जिसकी पाचन क्रिया जैसी होती है वह वैसा ही भोजन खाता है क्योंकि पाचन क्रिया उसी प्रकार के भोजन को पचाने के लिए बनी होती है।
जैसे गाय , बकरी , ऊंट , हाथी , घोड़ा आदि पेड़ की पत्तियां खाते है और शेर , चीता , भेड़िया , बिल्ली मांस खाते हैं।
हम किस प्रकार के प्राणी है और हमें पेड़ पौधों से प्राप्त भोजन करना चाहिए या मांस खाना चाहिए यह लंबे समय से बहस का विषय बना हुआ है। कुछ लोग शाकाहार को श्रेष्ठ मानते है और कुछ लोग मांसाहार को ज्यादा ताकत देने वाला समझते है।
शाकाहार और मांसाहार में से क्या चुने – Veg Or Nonveg
भोजन शाकाहारी होना चाहिए या मांसाहारी इस बात पर हमेशा तर्क होते है। कुछ लोग मांसाहार को श्रेष्ठ समझते है और कुछ शाकाहार को। जो लोग शाकाहार यानि अनाज , दाल , फल , सब्जी , दूध आदि लेते है वो शाकाहारी Vegetarian और जो माँस , मछली , अंडा आदि खाते है वो मांसाहारी Non Vegetarian कहलाते है।
इन दिनों कुछ लोग शाकाहार में भी किसी भी जीवित प्राणी से सम्बंधित किसी भी तरह के भोजन को त्यागने लगे है। ये वेगन्स Vegans कहलाते है । और ये दूध , दही , घी और पनीर आदि तक का भोजन में उपयोग नहीं करते।शाकाहारी या मांसाहारी होने के अपने-अपने फायदे और नुकसान होते है जो इस प्रकार है :-
शाकाहारी बनाम मांसाहारी आहार
शाकाहारी आहार के लाभ: शाकाहारी आहार के लाभ: शाकाहारी आहार में, किसी व्यक्ति का भोजन दूध और डेयरी के साथ-साथ पौधों से प्राप्त विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों तक ही सीमित होता है। और, किसी भी प्रकार के मांस और जानवरों से प्राप्त उत्पादों से पूरी तरह परहेज किया जाता है।
शाकाहार में पेड़ पौधों से प्राप्त भोजन शामिल होता है। इसमें अनाज, दाल,फल,सब्जी आदि शामिल होते हैं। दूध या दूध से बने आहार जैसे दही,घी,पनीर आदि भी शाकाहार ही होता है।
शाकाहार की विशेषता यह है कि इस प्रकार के भोजन ने किसी प्रकार के जीव को मारना नहीं पड़ता। इसमें किसी प्रकार की हिंसा नहीं होती ना ही रक्त बहता है।
शाकाहारी आहार के फायदे
1. यह देखा गया है कि शाकाहारियों में प्रोटीन की मात्रा कम होती है, लेकिन वे उच्च प्रोटीन आहार से संबंधित समस्याओं, जैसे ऑस्टियोपोरोसिस (भंगुर और कमजोर हड्डियों की विशेषता) और गुर्दे की विफलता से पीड़ित नहीं होते हैं ।
2. आहार में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ई और सी के साथ-साथ कैरोटीन भी शामिल होता है , जो सब्जियों और फलों में उपलब्ध होता है।
3. इसके अतिरिक्त, वे कम मात्रा में संतृप्त वसा का सेवन करते हैं।
शाकाहारी भोजन के नुकसान
शाकाहारियों में विटामिन बी12 की कमी आम है, क्योंकि यह मुख्य रूप से मांस, अंडे और मछली में उपलब्ध होता है। विटामिन बी12 की कमी से दुर्लभ लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे बढ़ी हुई थकान , सांस लेने में तकलीफ और शरीर के संतुलन का अस्थायी नुकसान। जैसा कि ऊपर बताया गया है, प्रोटीन की कमी के साथ-साथ आयरन और जिंक की कमी भी आम है।
प्रोटीन की कमी के लक्षण परेशान करने वाले हो सकते हैं और इनमें जैसे लक्षण भी शामिल हैं
1. सुस्त चयापचय
2. शरीर की मांसपेशियों की हानि (क्योंकि शरीर आपकी मांसपेशियों से नियमित प्रोटीन सेवन प्राप्त करने की कोशिश करता है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं),
3. वजन बढ़ने या घटने में परेशानी होना
4. लगातार थकान रहना
5. घाव और चोटों के मामले में उपचार का समय लंबा
6. जोड़ों में दर्द
7. रक्त शर्करा के स्तर में भारी परिवर्तन जिसके परिणामस्वरूप मधुमेह हो सकता है
8. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली आपको सभी प्रकार की बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाती है।
मांसाहार में भोजन के लिए मांस का उपयोग किया जाता है। यह मांस किसी पशु , समुद्री जीव या पक्षी आदि का हो सकता है। मांस तभी उपलब्ध होता है जब कोई जीव मरता है। मांस प्राप्त करने के लिए पशु को मारा जाता है।
इसके लिए विशेष प्रकार के हथियार और मशीने उपयोग में लाये जाते है। किसी जीव का अंडा या उससे बना खाना भी मांसाहार में शामिल होता है। मुर्गी का अंडा सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाता है। कुछ लोग अंडे को शाकाहारी भी मानते हैं।
मांसाहारी आहार के लाभ: मांसाहारी आहार में सभी प्रकार के पौधों के खाद्य पदार्थों के साथ-साथ जानवरों से प्राप्त खाद्य पदार्थ और 1 उप-उत्पाद, जैसे मुर्गी, मछली, मांस, आदि शामिल होते हैं।
मांसाहारी आहार के फायदे
1. विटामिन बी12 पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है क्योंकि यह मांस, अंडे और मछली जैसे स्रोतों से प्राप्त होता है। मांसाहारियों के लिए प्रोटीन का पर्याप्त सेवन कभी भी कोई समस्या नहीं है
मांसाहारी आहार के नुकसान
1. मांस उत्पाद संतृप्त वसा से भरपूर होते हैं, जो हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि मांसाहारी भोजन का सेवन करने वाले लोग: उनका जीवनकाल छोटा होता है और वे पुरानी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
2. मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप का विकास होता है ।
3. आमतौर पर मांसाहारी लोग अनुशंसित मात्रा से कम मात्रा में सब्जियां और फल खाते हैं।
कई अध्ययनों के अनुसार, शाकाहारी लोग आम तौर पर मांसाहारियों की तुलना में दुबले होते हैं। शाकाहारियों को आमतौर पर कम कोलेस्ट्रॉल स्तर, नियंत्रित रक्तचाप और स्वस्थ बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के लिए जाना जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, शाकाहारी भोजन लंबे समय तक वजन बनाए रखने में मदद करता है।
आशा है कि आप शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के लाभ और दुष्प्रभाव को समझ गए होंगे। यदि आप अधिक खाद्य पदार्थों के फायदे जानना चाहते हैं या किसी विशिष्ट समस्या पर चर्चा करना चाहते हैं, तो आप किसी आहार विशेषज्ञ/पोषण विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।