नई दिल्ली, 2 मार्च (The News Air): केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजा है। नितिन गडकरी का आरोप है कि कांग्रेस ने उनके एक इंटरव्यू से 19 सेकेंड की क्लिप को तोड़-मरोड़ को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। गडकरी का कहना है कि कांग्रेस ने उनके इंटरव्यू के असल मतलब और संदर्भ को छिपाकर यह क्लिप सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह कुटिल कार्य सिर्फ उन्हें बदनाम करने और भ्रम फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।
वीडियो में ऐसा क्या है जिससे मच गया बवाल? : पहले आपको पूरी बात बताते हैं। दरअसल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू दिया था। लगभग 1 घंटा 20 मिनट लंबे इस इंटरव्यू से कांग्रेस ने 19 सेकेंड की एक क्लिप निकालकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दी। कांग्रेस ने वीडियो शेयकर करते हुए लिखा कि आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं। गावों में अच्छे रोड नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, अच्छे अस्पताल नहीं, अच्छे स्कूल नहीं हैं। वीडियो में भी गडकरी को यही कहते हुए सुना गया लेकिन यह पूरा सच नहीं था। कांग्रेस ने उसी वीडियो से यह अंश निकालकर ट्वीट किया और लिखा कि यह मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है। इस वीडियो के वायरल होते ही हंगामा मच गया। इसकी खबर नितिन गडकरी को भी लगी। 66 वर्षीय मोदी सरकार में मंत्री गडकरी ने कांग्रेस से 24 घंटे के अंदर पोस्ट हटाने और तीन दिन में लिखित माफी मांगने की मांग की है।