टीबी रोग क्या है ? लक्षण, उपचार, बचाव और सावधानियां
TB Symptoms & Treatment In Hindi
मित्रों जनवरी 2023 से मैं MDR-TB ( Multi Drug Resistance Tuberculosis) से पीड़ित हूँ। मेरे फेफड़ो में पानी भर गया है, जिसे Thoracentesis process के द्वारा अब तक 8 बार निकाला जा चुका है। और इसका इलाज 18 से 24 महीने लम्बा है। और ये सब कुछ झेलना इतना आसान नहीं है। इसी बीच मेरे एक करीबी मित्र आनन्द शर्मा को भी टीबी हो गया और तब मुझे लगा कि इस विषय पर लिखना अब मेरे लिए जरूरी हो गया है। TB एक Chronic disease है और इसको ठीक होने में लम्बा समय लगता है। इसलिए यह लेख उनके लिए जो TB या MDR-TB से पीड़ित है, और जो नहीं हैं, समान रूप से लाभकारी है। (Tuberculosis (TB) Complete Information In Hindi )
TB क्या है
- TB, तपेदिक, क्षय रोग, राजक्ष्मा माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक जीवाणु द्वारा फैलाया जाने वाला एक संक्रामक रोग है।
- यह आमतौर पर फेफड़ो को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सो को भी प्रभावित कर सकता है। बाल और नाखून को छोङकर शरीर के किसी भी हिस्से में TB हो सकता है।
TB के लक्षण
- 3 हफ्तो से ज्यादा खाँसी का रहना।
- बलगम का आना और वलगम में खून का आना।
- सीने में दर्द या भारीपन।
- दिन भर हल्का-हल्का बुखार रहना और रात में तेज बुखार का हो जाना।
- रात में अत्यधिक पसीना आना।
- थकान रहना और विशेष कर शाम के समय।
- वजन का तेजी से गिरना।
पुराणों में वर्णन
- शिव पुराण के कोटिरुद्र संहिता में वर्णन आता है कि दक्ष प्रजापति ने अपनी 27 कन्याओं का विवाह चन्द्र देव से किया था। परन्तु चन्द्र देव केवल रोहिणी में ही अधिक आसक्त थे, और दक्ष के कई बार समझाने पर भी नही माने तो दक्ष ने उन्हें शाप दे दिया कि वे क्षय रोग से पीङित हो जायें। इस पर उन्होंने प्रभास क्षेत्र में जाकर 6 महीने तक महामृत्र्युन्जय मन्त्र से शिव जी की आराधना की।
- भगवान् शिव ने प्रसन्न होकर चन्द्र देव से कहा कि शाप को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता परन्तु मैं तुम्हें आशीर्वाद देता हूँ कि तुम 15 दिन क्षय को प्राप्त होगे और 15 दिन नहीं। इसी कारण चन्द्रमा 15 दिन घटता है और 15 दिन बढ़ता है, जिन्हें हम क्रमश: कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष कहते हैं।
- जिस स्थान पर चन्द्र देव ने तप किया था, वह स्थान है गुजरात का सोमनाथ ज्योतिर्लिंग। यहाँ एक सोम सरोवर भी है, और आज भी एसी मान्यता है कि TB का मरीज यदि 6 महीने इस सरोवर में स्नान कर ले तो उसका यह रोग ठीक हो जाता है।
- गरुण पुराण के आचार खण्ड के आयुर्वेद प्रकरण में भी क्षय रोग (TB) का विसद वर्णन पाया जाता है।
TB कैसे होता है
- टी.बी. का जीवाणु अति कुपोषित लोगों को अपना शिकार बनाता है और उन्हें अपनी चपेट में ले लेता है।
- परन्तु यह एक संक्रामक रोग है, जो हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
- जब टीबी से पीड़ित कोई व्यक्ति हवा में खाँसता, छीकता या थूकता है, तो वह हवा में इसके कीटाणु को फैला देता है। और इसके काटाणु इतने सूक्ष्म होते हैं कि उन्हें नीचे आने में 30 से 45 मिनट तक लग जाते हैं और इसी बीच जब कोई दूसरा स्वस्थ्य व्यक्ति उस हवा में साँस लेता है तो यह कीटाणु उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
- ऐसा माना जाता है कि एक Pulmonary TB का मरीज न चाहते हुए भी 15 व्यक्तियों को इस वीमारी से Infected कर देता है।
रोग की भयावता
- वर्ष 2020 में टीबी से कुल 1.5 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई और अनुमानित 10 मिलियन लोग इस बीमारी से दुनिया भर में ग्रसित हुए।
- भारत में दुनिया का सबसे अधिक टीबी का बोझ है, अनुमानित 26 लाख लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं और लगभग 4 लाख लोग प्रतिवर्ष इस रोग से मरते हैं।
TB के प्रकार (टीबी 2 प्रकार की होती है)
- Pulmonary TB- जिसे सामान्य भाषा में फेफड़ों की टीबी कहते हैं और यह फेफड़ों में होती है।
- Extra Pulmonary TB- जो टीबी फेफड़ो के अलावा शरीर के किसी और अंग में होती है, उसे Extra Pulmonary TB कहते हैं। जैसे- फेफड़ो की झिल्ली के पानी की टीबी (मेरे केस में), आँतो की टीबी, हड्डी की टीबी आदि।
TB के चरण (Stage) (टीबी की बीमारा के साधारणत: 3 चरण होते हैं)
- Normal TB या First Stage –इसमें बीमारी प्रथम चरण में होती है और इसका इलाज 6 से 9 महीने में पूरा हो जाता है।
- MDR-TB या Second Stage- जिस टीबी में टीबी की सामान्य दवाओं {H,R,Z,E} में से कोई 2 निश्प्रभावी हो जाती हैं, उसे Multi Drug Resistance TB कहते हैं। इसका इलाज 18 से 30 महीने लम्बा है।
- XDR –TB या Third Stage – जिस टीबी में Normal TB और MDR-TB (Fluoquinolones Series) की दवायें निश्प्रभावी हो जाती हैं, उसे Extensively Drug Resistance TB कहते हैं। इसके इलाज की कोई गारन्टी नहीं हैं।
TB का इलाज और दवायें
टीबी का इलाज सम्भव है और इसकी दवायें इस प्रकार हैं-
- Normal TB- Normal TB में ये 4 दवायें मुख्यता उपयोग में लायीं जातीं है –
Oral (मुह के द्वारा ली जाने वाली)
H-Isoniazid
R- Rifampicin
Z- Pyrazinamide
E- Ethambutol
Injectable (Injection द्वारा)- Streptomicin
- MDR-TB – इसमें मुख्यता इन दवाओं का उपयोग होता हैं –
Oral (मुह के द्वारा ली जाने वाली)
- Fluoroquinolones{ Ciprofloxacin, Ofloxacin, Levofloxacin, Moxifloxacin, Gatifloxacin}
- Ethionamide
- Prothionamide
- Cyclocerene
- Clofazimine
- Linezolid
- Bedaquiline
Injectable (Injection द्वारा)- Amikacin, Kanamycin, Capreomycin.
TB की दवाओं के Side Effects
- टीबी की दवाओ के अत्यधिक Side Effect होते हैं-
- उल्टी आना, मितली आना, चक्कर आना, सिर दर्द, शरीर दर्द, दस्त होना, बुखार आना, सर्दी लगना, शरीर पर लाल चकत्ते पडना, डरावने सपने आना, निराशा, अवसाद आदि।
- टीबी की दवाओं के Side Effects इतने अधिक हैं कि इनके बारे में और इनसे कैसे निपटा जायें यह में आपको अपने अगले लेख में बताऊँगा।
लम्बे इलाज के कारण आने वाली समस्यायें
शारीरिक- शरीर को ही सारे कष्ट झेलने पड़ते हैं। Side Effects के कारण जो कष्ट होता है उसे लम्बे समय तक झेलना दुसाध्य हो जाता है।
मानसिक- लम्बे समय तक दवायें खाना और उनके Side Effects झेलना, अस्पतालों के चक्कर काटना और Painful Treatment आपको और आपके घर वालों को ऩिराशा से भर देता है।
सामाजिक- आप किसी भी सामाजिक कार्यक्रम ( शादी, पूजन, जन्मदिन आदि) में नहीं जा पाते और आपको Public Place , भी दूरी बनाकर रखनी होती है।
घरेलू- आपको घर में अपने लिए एक Attendant चाहिए होता है। आप घर के काम भी नहीं कर पाते। आपको कुछ दिन तक तो अलग कमरे, अलग बिस्तर, अलग वर्तनों में भी खाना पड़ता हैं।
Professional Life – आपकी Professional Life भी बिरी तरह प्रभावित होती हैं। आप अपने Office या व्यवसाय में नहीं जा पाते और ऐसा लम्बे संमय तक होता है, जिससे आपका आर्थिक पक्ष कमजोर होता है। और य़दि आप Private Company में काम कर रहे हैं तो आपको निकाला भी जा सकता है।
TB से निपटने के सरकारी प्रयास और योजनायें
भारत सरकार RNTCP ( Revised National TB Control Program ) योजना के द्वारा टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में और टीबी मरीजो को लाभ पहुँचाने के क्षेत्र में कार्यरत है।
- टीबी की सारी दवाईयाँ जिला टीबी अस्पताल में निशुल्क मिलती हैं।
- MDR-TB के मरीजो के सारे Test, X-Ray, ECG वगैरह District DR-TB सेन्टर पर पूर्णत: निशुल्क होते हैं।
- MDR-TB के मरीजो को दीजाने वाली दवा, Bedaquiline, जिसकी 188 की एक शीशी की कीमत 3 लाख से 13 लाख तक बताई जाती है, सरकार हर मरीज को निशुल्क प्रदान करती है।
- सरकार की नि-क्षय पोषण योजना के तहत हर टीबी के मरीज को 500 रूपये उसके खाते में हर महीने पोषण के लिए प्रदान किये जायेंगें।
प्रधानमन्त्री टीबी मुक्त भारत अभियान
वर्तमान प्रधानमन्त्री की यह योजना वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन की दिशा में देश की प्रगति में तेजी लाने के लिए MoHFW की एक पहल है। जिसमें 2030 से हटाकर 2025 तक टीबी को ज़ड़ से समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
टीबी से बचने के उपाय
- खाँसते या छींकते समय मुह पर रूमाल लगायें।
- बेवजह इधर-उधर न थूके।
- Public Place पर हमेशा मास्क लगाकर जायें।
- टीबी के मरीज से वहुत ज्यादा करीब से वात न करें।
मित्रो यदि आप वर्तमान में टीबी के मरीज हैं या पहले टीबी के मरीज रह चुके हैं तो Comments के माध्यम से अपने अनुभव साझा जरूर करें। और हाँ अगर आप अभी टीबी से पीडित हैं और विशेषकर MDR-TB से और किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो मुझसे सम्पर्क कर सकते हैं, मेरा Whats App Number और Email Id नीचे दिया गया है।सब का मंगल हो। सबका कल्याण हो। सबके रोग दूर हों।
💡 Note: TB से सम्बंधित किसी भी प्रकार की दवा का सेवन डॉक्टर से पूछ कर ही करें.
पेशे से मैं एक Electrical Engineer हूँ। मेरी गहरी रुची योग (YOGA), ध्यान (MEDITATION), आध्यात्म ( SPIRITUALITY) और दर्शन ( PHILOSOPHY) में है। योग और ध्यान तो मेरा जीवन ही है। मुझे संगीत ( Classical Music), साहित्य ( Religious, Spiritual & Motivational ), कला ( Drawing & Sketching) का शौक है। मैं कविता, कहानी, भजन, पद्य, दोहे, Motivational Article, Social Article अपनी खुशी के लिए लिखता हूँ। अपने लेखन से मै इस संसार के प्रत्येक व्यक्ति को आध्यात्म और वास्तविक धर्म के करीब लाने का प्रयत्न करता हूँ।
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