नई दिल्ली, 24 दिसंबर (The News Air): दिल्ली में जल क्रांति की शुरूआत हो गई है। मंगलवार को राजेंद्र नगर विधानसभा के पांडव नगर स्थित डीडीए फ्लैट में 24 घंटे नल से पीने के साफ पानी की आपूर्ति की शुरूआत हो गई। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद यहां जाकर नल से हाथ लगाकर पानी पिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने वादा किया था कि दिल्ली के हर घर में 24 घंटे साफ पानी पहुंचाएंगे। आज यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इसकी शुरुआत हो चुकी है। राजेंद्र नगर विधानसभा में जाकर मैंने ख़ुद टोंटी से पानी पिया, पानी एकदम साफ़-सुथरा है। अब पूरी दिल्ली को नल से 24 घंटे साफ़ पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली को 24 घंटे पानी देने के लिए 1250 एमजीडी पानी चाहिए। हम अगले कुछ सालों में यह लक्ष्य हासिल कर लेंगे। इस दौरान सीएम आतिशी और राजेंद्र नगर से विधायक दुर्गेश पाठक समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
पहले 60 फीसद दिल्ली में टैंकरों से पानी जाता था, हमने 10 साल में 97 फीसद दिल्ली में पाइप लाइन से पानी पहुंचा दिया- केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज बहुत बड़ा दिन है। हम सब लोगों का सपना था कि दिल्ली में नल से 24 घंटे साफ पानी आना चाहिए। चाहे तीसरी मंजिल हो या चौथी मंजिल, बिना पंप के पानी पहुंचे। दिल्ली के अंदर आज इस बहुत बड़े सपने की शुरुआत हो रही है। राजेंद्र नगर विधानसभा के डीडीए फ्लैट्स पांडव नगर से आज इस कॉलोनी में 24 घंटे और साफ पानी आना शुरू हो गया। मैं अभी कुछ घरों से होकर आ रहा हूं। उन घरों से सीधा नल से मैंने ओंक (हाथ लगाकर) लगाकर पानी पिया। फिर सभी के सामने गिलास में पानी डालकर पिया। साफ और मीठा पानी था। 2015 में जब हमने दिल्ली की जिम्मेदारी संभाली थी, उस वक्त लगभग 50 से 60 प्रतिशत दिल्ली में टैंकरों से पानी जाया करता था। दिल्ली में टैंकर माफिया का राज था। आज 10 साल बाद मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि 97 फीसद से ज्यादा दिल्ली में पाइप लाइन से पानी जाता है।
मेरा मकसद दिल्ली को 24 घंटे बिजली देने के साथ-साथ 24 घंटे नल से साफ पानी उपलब्ध कराना है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी पूरी दिल्ली में 24 घंटे पानी नहीं है। पूरी दिल्ली में नल से साफ पानी नहीं आ रहा है। लेकिन आज डीडीए फ्लैट्स राजेंद्र नगर से इसकी शुरुआत हो रही है। जब हमारी सरकार बनी तो दिल्ली में 8-10 घंटे के पावर कट लगते थे। बिजली जाया करती थी। मैंने कहा था कि 24 घंटे बिजली कर दूंगा। आज दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है। अब मेरा मकसद है कि आपकी नल से 24 घंटे साफ पानी आए। चाहे तीसरी मंजिल हो, चौथी मंजिल हो, पूरे प्रेशर से पानी आए। 24 घंटे साफ पानी आए। आज इसकी शुरुआत हुई है। 2020 के चुनाव में मैंने लोगों से वादा किया था कि पूरी दिल्ली में अगले चुनाव तक यानी 2025 तक 24 घंटे पानी देंगे। इसमें थोड़ी सी देरी हो गई, क्योंकि बीच में ढाई साल कोरोना आ गया। उसके बाद इन्होंने दो-ढाई साल हम पर फर्जी केस लगाए। हमारी टीम तितर-बितर हो गई। कभी सत्येंद्र जैन जेल में, कभी मनीष सिसोदिया जेल में, तो कभी मैं। अब कोरोना भी चला गया और इन सारे फर्जी केस से भी निपट लिए हैं। आज जो यह शुरुआत हुई है, उसके लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर बहुत खुश हूं कि अब यह पूरी दिल्ली में बहुत तेजी से फैलेगा।
पहले दिल्ली में 900 एमजीडी पानी बनता था, लेकिन अब एक हजार एमजीडी पानी बन रहा है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ सालों के अंदर हम पूरी दिल्ली में 24 घंटे और साफ पानी देंगे। आप पूछोगे कि कैसे और कहां से पानी लाओगे? 2015 में जब हमारी सरकार बनी तब दिल्ली में हर दिन 900 एमजीडी पानी बनता था। हमने यमुना के तट पर बोरवेल खोदकर 100 एमजीडी ग्राउंड वाटर और निकाला। अब हमने प्लान बनाया है कि दिल्ली को 24 घंटे पानी देने के लिए लगभग 1250 एमजीडी पानी चाहिए। मैं एक पढ़ा-लिखा इंजीनियर हूं। इसलिए मैंने पूरी इंजीनियरिंग का प्लान बनाया है कि 24 घंटे पानी कैसे आएगा? आज हम 1000 एमजीडी पानी बना रहे हैं जबकि दिल्ली में 1250 एमजीडी पानी की जरूरत है। बाकी पानी कहां से आएगा? अभी हमें कोई यूपी, उत्तराखंड, पंजाब या हरियाणा वाले तो दे नहीं रहे पानी। उनसे भी लेने की कोशिश करेंगे। हमने प्लान बनाया है कि हम अगले कुछ सालों में 1400 एमजीडी पानी बनाएंगे।
ट्रांस हिंडन इलाके से पानी निकल कर उसे पीने लायक बनाएंगे – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यमुना पार का जो पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली का इलाका है, यहां पर हम देखते हैं कि जैसे ही गड्ढा खोदा जाता है, वहां पानी निकल आता है। 4-5 फुट पर पानी निकलता है। यह पूरी ट्रांस यमुना पानी पर बैठी है। लेकिन दिक्कत यह है कि वह पानी गंदा है। उसमें अमोनिया है, वह खारा पानी है, उसमें नमक बहुत ज्यादा है। तो हमने इस पर प्रयोग किया। पानी से अमोनिया खत्म करने के लिए हम बाहर से डी-अमोनाइजेशन प्लांट लेकर आए हैं और पानी की हार्डनेस खत्म करने के लिए आरओ प्लांट लेकर आए हैं। यह दो प्लांट्स लगाने के बाद पानी बिल्कुल साफ और पीने लायक हो गया। अब हमने 2500 ट्यूब वेल बनाने का प्लान बनाया है। यह ट्यूब वेल कहां-कहां लगाए जाएंगे उसकी भी लोकेशन ढूंढ ली है। हम ढाई हजार ट्यूब वेल बनाकर यमुना पार से 200 एमजीडी पानी अधिक लेकर आएंगे। वहां ट्यूब वेल लगाएंगे, उससे पानी निकालेंगे, उस पानी का डी-अमोनाइजेशन करेंगे, फिर आरओ से उसकी हार्डनेस साफ करेंगे और उस पानी को आपके यूजीआर (अंडरग्राउंड रिजर्व) में ले जाकर आपके घर तक पहुंचाएंगे।
हम दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली से 100 एमजीडी पानी निकालेंगे और आरओ प्लांट लगाकर साफ करेंगे- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली में जमीन के नीचे हमने पता कराया है, वहां पानी के बहुत बड़े-बड़े एक्वीफर्स (जमीन के नीचे इकट्ठा जल) हैं। आप यह मान के चलो कि दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली में पानी के बहुत बड़े-बड़े तालाब हैं। जमीन के नीचे बहुत पानी है। वहां से हम 100 एमजीडी पानी निकालेंगे। उस पानी में काफी हार्डनेस है, वह हार्ड वाटर है। वहां आरओ का प्लांट लगाकर हम दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली से 100 एमजीडी पानी निकालेंगे। इसे और यमुना पार के 200 एमजीडी पानी को मिलाकर 300 एमजीडी हो गया। इसके अलावा 100 एमजीडी पानी हम वजीराबाद से पल्ला तक यमुना के तट से निकालेंगे। वहां से हम ट्यूब वेल से पानी निकालेंगे।
केजरीवाल जो कहता है, वह करता है, अगर मैं कहता हूं कि मैं दिल्ली को 24 घंटे और साफ पानी दूंगा, तो दूंगा- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लिए 1400 एमजीडी पानी निकालने की मेरी पूरी प्लानिंग है। केजरीवाल जो कहता है वह करता है। मैं हवा में बात नहीं करता। मैं चुनावी जुमले नहीं सुनाता। मैं अगर कहता हूं कि मैं 24 घंटे और साफ पानी दूंगा, तो 24 घंटे पानी दूंगा और साफ पानी दूंगा। आज से यहां से शुरुआत हो गई। मैंने यह करके दिखा दिया कि ऐसा हो सकता है। आज राजेंद्र नगर के 500 घरों में पानी आने लग गया। अब यह पूरी दिल्ली में जाएगा। सारी दिल्ली में पानी देंगे। पानी की कमी नहीं होने देंगे। हम 24 घंटे पानी भी देंगे, महिलाओं को 2100 रुपए भी देंगे, संजीवनी योजना भी देंगे। ये जो कह रहे हैं कि केजरीवाल झूठ बोल रहा है, इनकी बात मत सुनना। ये लोग झूठ बोलते हैं।
दिल्ली में जलक्रांति की शुरुआत हो गई है, 24 घंटे बिजली के बाद अब 24 घंटे पानी का वादा भी पूरा हो रहा है- सीएम आतिशी
इस दौरान सीएम आतिशी ने कहा कि आज पांडव नगर के डीडीए फ्लैट्स से 24 घंटे, साफ और मीठे पानी के प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है। 10 साल पहले जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे, तो हमारा एक सपना था कि दिल्ली के हर आम इंसान को हर सुविधा मिलनी चाहिए। चाहे वह 24 घंटे बिजली हो, पानी हो, सीवर की सुविधा हो, बच्चों के लिए अच्छे स्कूल हों, गली-गली में मोहल्ला क्लीनिक हों या अच्छे अस्पताल हों। पिछले 10 साल से हमने लगातार दिल्ली के आम लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने पर काम किया है। आज दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है। दिल्ली में शानदार सरकारी स्कूल हैं। दिल्ली की गली-गली में मोहल्ला क्लीनिक में शानदार फ्री इलाज मिलता है। पानी और सीवर के क्षेत्र में 10 साल पहले दिल्ली का एक बहुत बड़ा हिस्सा था, जहां पानी और सीवर की लाइनें नहीं थीं और नालियां भी नहीं थीं। चाहे कच्ची कॉलोनियां हों, झुग्गी बस्तियां हों, 10 साल में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में 6,800 किलोमीटर सीवर की लाइन और नालियां बनी हैं। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में पिछले 10 साल में 4 हजार किलोमीटर से ज्यादा पानी की पाइप लाइन डाली गई है। दिल्ली के इतिहास में आज तक दिल्ली के आम लोगों के लिए इतने मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर किसी नेता, किसी पार्टी या सरकार ने काम नहीं किया, जो अरविंद केजरीवाल ने किया है।
सीएम आतिशी ने एक्स पर कहा कि दिल्ली में जलक्रांति की शुरुआत हो गई है! 24 घंटे बिजली के बाद अब 24 घंटे पानी का वादा भी पूरा हो रहा है। आज अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में डीडीए फ्लैट्स, पांडव नगर में 24 घंटे साफ़ पानी योजना का शुभारंभ हुआ। इसके तहत अब यहां के घरों में 24 घंटे साफ़ और मीठे पानी की सप्लाई होगी। यहां केजरीवाल जी ने खुद घरों में जाकर नल से पानी पिया और साबित किया कि वो जो वादा करते है, उसे पूरा भी करते है। उनके पास इस योजना को पूरी दिल्ली में लागू करने का ब्लू-प्रिंट है। वो दिन दूर नहीं जब हर दिल्लीवाले को 24 घंटे साफ पानी मिलेगा।
24 घंटे पानी की आपूर्ति करने का केजरीवाल का सपना था, जो आज पूरा हो गया- दुर्गेश पाठक
राजेंद्र नगर से ‘‘आप’’ के विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज पूरी दिल्ली के लिए बहुत बड़ा दिन है। मुझे याद है कि 2015 में जब हम लोग वोट मांगने के लिए जाते थे, तो पानी की बहुत बड़ी समस्या थी। गंदे पानी की दिक्कत थी। एक बहुत बड़े इलाके को टैंकर से पानी मिलता था। दिल्ली के अंदर 24 घंटे और साफ पानी आए, आप किसी भी समय अपने घर की टोटी खोलो तो आपको पानी मिले यह अरविंद केजरीवाल का सपना था और आज यह सपना पूरा हुआ है। मैं बहुत खुश नसीब हूं कि मेरी विधानसभा के अंदर इस पूरे प्रोजेक्ट को शुरू किया गया, जो कि बाकी विधानसभा में भी चल रहा है। मैं अपनी पूरी विधानसभा की तरफ से अरविंद केजरीवाल को बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इसके लिए हमारी विधानसभा को चुना।
केजरीवाल ने नल से हाथ लगाकर पिया पानी : पांडव नगर में 24 घंटे नल से साफ पानी आपूर्ति करने का उद्घाटन करने पहुंचे ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने टोंटी से हाथ लगाकर पानी पिया और फिर गिलास में पानी लेकर पिया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बहुत मीठा और साफ पानी है। इस दौरान अरविंद केजरीवाल उस घर के परिवार से भी मिले और उनसे पूछा कि क्या 24 घंटे पानी आता है? परिवार ने बताया कि अब 24 घंटे और साफ पानी बिना मोटर चलाए तीसरी मंजिल तक जा रहा है। पहले इस इलाके में सुबह 7 बजे पानी की आपूर्ति की जाती थी, लेकिन अब हमेशा पानी आता है।
केजरीवाल का वादा पूरा, 24 पानी की आपूर्ति शुरू : दिल्ली सरकार ने पांडव नगर में डीडीए-फ्लैट्स के लिए जल आपूर्ति का बुनियादी ढांचा स्थापित किया है। यह पानी दिल्ली जल बोर्ड के चंद्रावल डब्ल्यूटीपी-2 जल उपचार संयंत्र से आता है, जो पटेल नगर ऑनलाइन बीपीएस से होकर पांडव नगर तक पहुंचता है। इस सुविधा में 2,25,000 लीटर की क्षमता वाला एक अंडरग्राउंड रिजर्वायर है और इसमें 18केडब्ल्यू मोटर से चलने वाला एक मजबूत बूस्टर पंप सिस्टम है, जो 15 मीटर की ऊंचाई तक 125 घन मीटर पानी प्रति घंटे पंप कर सकता है। यह व्यवस्था 400 एफएचएससी यूनिट्स को पानी आपूर्ति करती है, जिससे क्षेत्र में लगातार पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होती है। इससे लगभग 2,000 लोग लाभांवित होंगे।
पायलट प्रोजेक्ट हुआ सफल : राजेंद्र नगर में हुए पायलट प्रोजेक्ट ने 24 घंटे प्रेशराइज्ड पानी की आपूर्ति सफलतापूर्वक दी। इससे 358 घरों और 1,600 से अधिक निवासियों को लाभ हुआ। यह दिल्ली में समान पानी वितरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल : -एससीएडीए, लीक डिटेक्शन टूल्स और पानी प्रबंधन सॉफ़्टवेयर जैसी उन्नत प्रणालियों का उपयोग वास्तविक समय में निगरानी और दक्षता के लिए किया गया। ये तकनीकें पानी के नुकसान को कम करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद करती हैं।
मजबूत बुनियादी ढांचा : पांडव नगर में पायलट प्रोजेक्ट के दौरान 275 मीटर से अधिक पुराने और जर्जर पाइपों को बदला गया, जिससे पानी की गुणवत्ता बेहतर हुई और रिसाव और अवैध कनेक्शनों से होने वाले पानी के नुकसान में कमी आई।
भविष्य के प्रोजेक्ट्स : चंद्रावल पैकेज 3 और 4 के तहत दो नए प्रोजेक्ट्स योजना में हैं, जो सेंट्रल और पूर्वी दिल्ली के 20 लाख लोगों के लिए पानी की आपूर्ति को बेहतर बनाएंगे।
दिल्ली के लिए विजन : पांडव नगर पायलट भविष्य के प्रोजेक्ट्स के लिए एक मॉडल है और यह दिल्ली सरकार की 24 घंटे, साफ और प्रभावी पानी आपूर्ति की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पिछले 10 वर्षों में ‘‘आप’’ सरकार की उपलब्धियां : पानी केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक जीवन की नींव है। 2014 में दिल्ली में लाखों लोगों को इस सम्मानजनक जीवन के लिए संघर्ष करना पड़ता था। उन्हें टैंकर माफियाओं के सामने गिड़गिड़ा कर अपने कंटेनरों में पानी भरवाना पड़ता था। अक्सर अखबारों में पढ़ते थे कि टैंकर से पानी भरने को लेकर झगड़े होते थे, जो कई बार जानलेवा हो जाते थे। किसी व्यक्ति का पानी का अधिकार उसकी अमीरी या गरीबी से तय नहीं होता। यह अधिकार दिल्ली के नवजीवन कैंप की झुग्गियों में रहने वाले परिवार के लिए भी उतना ही है, जितना महारानी बाग में रहने वाले परिवार के लिए है।
दिल्ली के 62.5 फीसद घरों को मिल रहा मुफ्त पानी : वर्तमान में, दिल्ली के लगभग 62.5 फीसद घरों (लगभग 17 लाख परिवारों) को पानी पूरी तरह से मुफ्त मिल रहा है। 2014 के बाद, केजरीवाल सरकार ने 2422 किलोमीटर नई पानी की पाइपलाइन और 3100 किलोमीटर नई सीवर पाइपलाइन बिछाई हैं। 99.6 फीसद अनधिकृत कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। दिल्ली में पानी की उपलब्धता 840 एमजीडी से बढ़कर 1009 एमजीडी हो गई है। दिल्ली जल बोर्ड के लिए आगामी वित्तीय वर्ष में 7,195 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।
पानी और महिलाओं का मुद्दा : पानी का मुद्दा महिलाओं की समानता, सामाजिक न्याय और उनके सशक्तिकरण से जुड़ा हुआ है। कई जगहों पर, घर के लिए पानी लाने की मुख्य ज़िम्मेदारी महिलाओं और लड़कियों की होती है। कुछ इलाकों में, लड़कों के मुकाबले लड़कियों के पानी लाने की संभावना 20 फीसद ज्यादा होती है, जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट आती है। पानी लाने में लगने वाले समय की वजह से महिलाएं कमाई वाले काम या समुदाय के नेतृत्व में भाग नहीं ले पाती हैं। साफ पानी और सफ़ाई की कमी का महिलाओं पर ज्यादा असर पड़ता है, ख़ासकर पीरियड्स, गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के दौरान। जिन समुदायों में पानी की बेहतर सुविधाएं हैं, वहां बेहतर सफ़ाई की वजह से मांओं की मृत्यु दर 25 फीसद तक कम हो जाती है (स्रोत विश्व बैंक)।
स्कूलों में पानी और सफ़ाई की कमी के कारण लड़कियों की स्कूल में उपस्थिति कम होती है। यूनिसेफ़ की 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर पानी, सफ़ाई और स्वच्छता की सुविधाएं ठीक नहीं हैं, तो लड़कियों के स्कूल जाने की संभावना 12 फीसद कम हो जाती है। विश्व बैंक के एक अध्ययन का अनुमान है कि 2050 तक पानी की कमी के कारण देशों को कृषि, स्वास्थ्य और उत्पादकता पर पड़ने वाले असर के कारण उनकी जीडीपी का 6 फीसद तक नुकसान हो सकता है।
24 घंटे साफ पानी मुहैया कराने को लेकर गंभीर दिल्ली जल बोर्ड : दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली में समान और 24 घंटे प्रेशर से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के तहत पैकेज-2 में, दिल्ली जल बोर्ड एक परियोजना चला रहा है, जिसका उद्देश्य पानी की आपूर्ति नेटवर्क को सुधारना और लोगों के लिए सेवा नेटवर्क को बेहतर बनाना है। इसका उद्देश्य सदर बाजार, पटेल नगर, और राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में पानी की आपूर्ति को बेहतर बनाना है। यह परियोजना सात क्षेत्रों शास्त्री नगर, जखीरा, जनता पार्क, शादीपुर, रॉक गार्डन, न्यू राजेंद्र नगर और नारायणा में फैली हुई है। कुल मिलाकर, यह 19.99 वर्ग किमी क्षेत्र को कवर करती है। इसका लगभग 9 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
24 घंटे पानी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, इस परियोजना का उद्देश्य उपलब्ध पानी की निश्चित मात्रा में नॉन रेवेन्यू वाटर (एनआरडब्ल्यू) को कम करना है। इसके लिए कुछ प्रमुख उपाय किए जा रहे हैं जिसमें लीक का पता लगाना और समय पर मरम्मत करना, अवैध कनेक्शनों को रोकना, पानी के मीटर लगाकर व्यावसायिक नुकसान को कम करना शामिल हैं। इसके अलावा, कुशल जल प्रबंधन के लिए प्रॉपर डिस्ट्रिक्ट मीटरिंग एरिया (डीएमए) और सब -प्रॉपर डिस्ट्रिक्ट मीटरिंग एरिया बनाए गए हैं। यह पहल पानी के दूषित होने के खतरे को भी कम करती है और ऊर्जा दक्षता को बढ़ाती है। इसमें नई तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे लीक पता लगाने के उपकरण, पाइप की स्थिति का मूल्यांकन करने वाली प्रणालियां, पानी प्रबंधन सॉफ़्टवेयर, और रियल-टाइम निगरानी और नियंत्रण के लिए सुपरवाइज़री कंट्रोल एंड डेटा एक्विज़िशन सिस्टम।
इस परियोजना के तहत, पांडव नगर (राजेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्र) में एक पायलट सब-डीएमए विकसित किया गया है। यह 358 घरों और 1,611 लोगों की आबादी को सेवा प्रदान करता है। इसका नेटवर्क 900 मीटर में फैला है, जिसमें 275 मीटर नई पाइपें पुरानी और खराब पाइपों की जगह लगाई गई हैं। साथ ही, अवैध टैपिंग, गलत कनेक्शन्स, पानी की बर्बादी और बिना मीटर वाले कनेक्शन्स जैसे चुनौती पूर्ण हालात के बावजूद, पायलट प्रोजेक्ट ने पांडव नगर डी.डी.ए. फ्लैट्स क्षेत्र में 24 घंटे पानी की आपूर्ति को सफलतापूर्वक हासिल किया है।