Pahalgam Terror Attack Investigation : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जांच और कार्रवाई को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने संसद में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि इस हमले के मुख्य गुनहगारों को ‘ऑपरेशन महादेव’ (Operation Mahadev) के तहत भारतीय सेना (Indian Army), सीआरपीएफ (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) की संयुक्त कार्रवाई में श्रीनगर (Srinagar) के लिडवास (Lidwas) इलाके में ढेर कर दिया गया।
गृह मंत्री ने बताया कि इस ऑपरेशन में तीन ए-श्रेणी के लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े आतंकवादी मारे गए, जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान उर्फ हाशिम मूसा (Suleman alias Hashim Musa) भी शामिल था। शाह ने संसद में स्पष्ट किया कि इन आतंकियों को पाकिस्तान (Pakistan) से सीधा समर्थन मिल रहा था, और उनके पास से बरामद वोटर आईडी नंबर, चॉकलेट पैकेट्स समेत कई वस्तुएं इस बात के पुख्ता सबूत हैं।
तीनों आतंकियों की पहचान और रिकॉर्ड
पहला आतंकी सुलेमान उर्फ हाशिम मूसा था, जो लश्कर का शीर्ष कमांडर था और पहलगाम हमले का मुख्य मास्टरमाइंड था। दूसरा आतंकी जिब्रान (Jibran) था, जो 2023 में सोनमर्ग सुरंग (Sonmarg Tunnel) हमले में शामिल था, जिसमें सात लोगों की जान गई थी। तीसरा आतंकी हमजा अफगानी (Hamza Afghani) था, जिसके संबंध जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) से भी थे। ये सभी ए-श्रेणी के आतंकवादी थे।
ऑपरेशन के सबूत और कार्रवाई
शाह ने बताया कि इन आतंकियों की पहचान फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट, राइफलों के खोखों और जब्त हथियारों से हुई। शवों को श्रीनगर लाए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए सहयोगियों ने उनकी पहचान की पुष्टि की। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हमले के तुरंत बाद आतंकियों को शरण देने वालों और भोजन-पानी की व्यवस्था करने वालों को भी हिरासत में लिया था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ की सफलता
शाह ने यह भी जानकारी दी कि इससे पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के तहत 7 मई को पाकिस्तान और पीओके (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया था, लेकिन पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को ऑपरेशन महादेव में निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि यह भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और भावुक बयान
संसद में शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आतंकी मारे जाने की खबर पर पूरा सदन खुश होगा, लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वे पहलगाम हमले के बाद एक महिला से मिले, जिसकी शादी के छह दिन बाद पति मारा गया। उन्होंने उस पीड़ा को साझा किया और भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में सरकार देश के नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।






