मापुतो/मोजाम्बिक, 25 दिसंबर (The News Air) मोजाम्बिक में सुप्रीम कोर्ट के एक विवादित फैसले के बाद पूरे देश में बवाल मच गया। इस फैसले ने पहले से विवादित राष्ट्रपति चुनावों को और भी अधिक तनावपूर्ण बना दिया। मंगलवार देर रात मापुतो में हुई हिंसा में 21 और लोगों की जान चली गई, जिससे चुनाव पश्चात हिंसा में मरने वालों की संख्या 150 तक पहुँच गई।
क्या है मामला? : मोजाम्बिक के सुप्रीम कोर्ट ने सत्तारूढ़ फ्रीलीमो पार्टी के उम्मीदवार डेनियल चैपो को नौ अक्टूबर को हुए विवादित राष्ट्रपति चुनावों का विजेता घोषित कर दिया। इस फैसले के बाद विपक्ष के समर्थकों ने भारी आक्रोश दिखाते हुए हिंसा का सहारा लिया।
- डेनियल चैपो ने 65% वोट के साथ चुनाव में जीत हासिल की।
- विपक्षी उम्मीदवार वेनांसियो मोंडलेन को मात्र 24% वोट मिले।
कैसे भड़की हिंसा? : गृह मंत्री पास्कोल रोंडा ने बताया कि फैसले के तुरंत बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा और लूटपाट शुरू हो गई।
- हिंसा का नेतृत्व मोंडलेन के युवा समर्थकों ने किया।
- 236 से अधिक हिंसा की घटनाएँ देशभर में दर्ज की गईं।
- 25 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
- 11 पुलिस चौकियों और एक कारागार पर हमला कर 86 कैदियों को छुड़ाया गया।
हिंसा में नुकसान का आंकड़ा
- 21 नई मौतें: इनमें 13 आम नागरिक और 2 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
- घायल: 13 नागरिक और 12 पुलिसकर्मी घायल हुए।
- सरकारी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ।
चुनाव के बाद बढ़ा तनाव : चुनाव पश्चात हिंसा ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रारंभिक परिणाम घोषित होने के बाद से अब तक हिंसा में कुल 150 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।
विपक्ष का बयान और बंद का आह्वान
- विपक्षी नेता वेनांसियो मोंडलेन ने शुक्रवार से देशव्यापी बंद का आह्वान किया।
- उन्होंने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
सरकार का रुख : गृह मंत्रालय ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाने का ऐलान किया है। राजधानी मापुतो में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है।
स्थिति अब भी तनावपूर्ण : मंगलवार रात तक देशभर में तनाव की स्थिति बनी रही। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर जनता में गहरा असंतोष है, जो हिंसा के बढ़ने का मुख्य कारण है।