Vikram Misri Trolling Incident : ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद मीडिया के सामने भारत का पक्ष रखने वाले विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही ट्रोलिंग ने नया मोड़ ले लिया है। इस पूरे घटनाक्रम ने तब और गंभीर रूप ले लिया जब उनकी बेटी की निजी जानकारी, जैसे कि फोन नंबर, ऑनलाइन लीक कर दी गई। इस गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे निजता के उल्लंघन के साथ-साथ सुरक्षा के लिए भी खतरा बताया है।
शनिवार शाम को विक्रम मिस्री द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की पुष्टि करते हुए बयान जारी किया गया था। इसके तुरंत बाद सोशल मीडिया, खासकर X (पूर्व में ट्विटर) पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। ट्रोलिंग का स्तर इतना गिर गया कि विक्रम मिस्री को अपना अकाउंट प्राइवेट करना पड़ा। इसके बाद उनकी बेटी का निजी मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिया गया, जिस पर NCW ने तुरंत संज्ञान लिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “विदेश सचिव की बेटी की निजी जानकारी को सार्वजनिक करना बेहद शर्मनाक और गैर-जिम्मेदाराना हरकत है। यह न केवल निजता का उल्लंघन है, बल्कि महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी गंभीर चिंता का विषय है। समाज को इस तरह की हरकतों से ऊपर उठना चाहिए और संयम के साथ व्यवहार करना चाहिए।”
इसी मुद्दे पर भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ (IAS Association) ने भी विक्रम मिस्री और उनके परिवार के प्रति एकजुटता दिखाई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हम Vikram Misri और उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। जो लोग निष्ठा से सार्वजनिक सेवा कर रहे हैं, उनके खिलाफ इस तरह के निजी हमले पूरी तरह निंदनीय हैं।”
ट्रोलिंग के इस कृत्य की आलोचना केवल संस्थाओं तक सीमित नहीं रही। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी विक्रम मिस्री के खिलाफ हो रही इस ट्रोलिंग की आलोचना करते हुए इसे गैर-संवैधानिक बताया।
विक्रम मिस्री, जिन्होंने 1989 में इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) जॉइन की थी, एक अनुभवी राजनयिक हैं। उन्होंने पाकिस्तान डेस्क, पूर्व विदेश मंत्रियों आईके गुजराल (I.K. Gujral) और प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) के साथ-साथ तीन प्रधानमंत्रियों — गुजराल, मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) — के निजी सचिव के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा वे स्पेन (Spain), म्यांमार (Myanmar) और चीन (China) में भारत के राजदूत भी रहे हैं। उन्हें 15 जुलाई 2024 को भारत का 35वां विदेश सचिव नियुक्त किया गया।
यह पूरा प्रकरण इस बात का प्रतीक है कि किस तरह सोशल मीडिया का दुरुपयोग एक प्रतिष्ठित अधिकारी और उसके परिवार की निजता व सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई और जनजागरूकता समय की जरूरत है।