Dangerous Stunts for Reels: आज के दौर में सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने की होड़ ने युवाओं को दीवाना बना दिया है। ‘रील स्टार’ बनने के चक्कर में लोग अपनी जान तक जोखिम में डालने से नहीं कतरा रहे। ऐसी ही दो चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जो यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या चंद ‘लाइक्स’ की कीमत जिंदगी से ज्यादा है?
पहली घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा से है, जहां गोवर्धन इलाके के परिक्रमा मार्ग बाईपास पर कुछ युवाओं का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ये युवा सड़क किनारे लगे ऊंचे-ऊंचे होर्डिंग्स (Hoardings) पर चढ़कर खतरनाक स्टंट कर रहे हैं। इतना ही नहीं, करीब 20-30 फीट ऊपर चढ़कर ये ‘बॉडी बिल्डिंग’ का शौक भी पूरा कर रहे हैं। जरा सी भी चूक या पैर फिसलने पर एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन इन युवाओं ने कानून और सुरक्षा की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
गुजरात: एक्सीडेंट के बाद खंभे से लटक गया युवक
दूसरी घटना गुजरात के वड़ोदरा की है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। नंदेश ब्रिज पर एक बाइक सवार युवक को किसी वाहन ने जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक उछलकर सीधे पुल से नीचे गिरने ही वाला था, लेकिन उसकी Shirt (कमीज) पुल के खंभे में फंस गई। नतीजा यह हुआ कि वह 20 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटक गया।
बेहोश हालत में लटके इस युवक को देख आसपास के लोग तुरंत दौड़े और उसे खींचकर ऊपर लाया गया। अगर उसकी शर्ट नहीं फंसती, तो शायद उसकी जान नहीं बच पाती। यह घटना बताती है कि कई बार किस्मत इंसान को मौत के मुंह से भी खींच लाती है।
खाटू श्याम कीर्तन में बवाल, पार्षद की दबंगई
इसी वीडियो में दो अन्य खबरें भी महत्वपूर्ण हैं। यूपी के फर्रुखाबाद में मशहूर भजन गायक कन्हैया लाल मित्तल के खाटू श्याम कीर्तन कार्यक्रम में जमकर बवाल हुआ। भीड़ में दो पक्ष आपस में भिड़ गए और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। हालात ऐसे बिगड़े कि खुद गायक को मंच से झगड़ा न करने की अपील करनी पड़ी।
वहीं, दिल्ली के पटपड़गंज से निगम पार्षद रेणु चौधरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह पार्क में फुटबॉल सिखाने वालों को धमकाती नजर आ रही हैं। हैरानी की बात यह है कि वह लोगों पर यह नियम थोप रही हैं कि अगर पार्क का पास चाहिए, तो पहले हिंदी सीखनी होगी। उनका यह बर्ताव ‘भाषा के नाम पर दबंगई’ जैसा है, जो सोशल मीडिया पर आलोचना का विषय बना हुआ है।
हमारा विश्लेषण: रील का नशा और समाज पर असर
वरिष्ठ संपादक के तौर पर इन घटनाओं का विश्लेषण करें तो यह साफ है कि हमारा समाज एक खतरनाक दिशा में जा रहा है। मथुरा के युवाओं का स्टंट हो या बाड़मेर में छात्रों द्वारा कलेक्टर टीना डाबी को ‘रील स्टार’ कहने पर हिरासत में लिया जाना, यह सब ‘सोशल मीडिया फीवर’ का ही नतीजा है। प्रशासन को सख्ती बरतनी होगी, लेकिन साथ ही युवाओं को यह समझना होगा कि रील की दुनिया असली नहीं है। सड़क पर स्टंट करना बहादुरी नहीं, बल्कि बेवकूफी है। वहीं, जन प्रतिनिधियों (जैसे दिल्ली की पार्षद) को भी अपनी मर्यादा और भाषा का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि वे समाज के लिए उदाहरण होते हैं।
‘जानें पूरा मामला’
यह वीडियो अलग-अलग जगहों की वायरल घटनाओं का संकलन है। इसमें मथुरा में जानलेवा स्टंट, वड़ोदरा में एक्सीडेंट के बाद चमत्कारी बचाव, फर्रुखाबाद में धार्मिक कार्यक्रम में मारपीट और दिल्ली में पार्षद की बदसलूकी शामिल है। साथ ही राजस्थान के बाड़मेर में छात्रों और प्रशासन के बीच ‘रील स्टार’ वाले कमेंट को लेकर हुए विवाद को भी दिखाया गया है, जहां छात्राओं ने थाने का घेराव कर दिया था।
मुख्य बातें (Key Points)
-
मथुरा में रील बनाने के लिए होर्डिंग पर चढ़कर खतरनाक स्टंट करते दिखे युवा।
-
वड़ोदरा में एक्सीडेंट के बाद शर्ट खंभे में फंसने से बची 20 फीट ऊपर लटके युवक की जान।
-
फर्रुखाबाद में कन्हैया लाल मित्तल के कीर्तन में दो पक्षों में मारपीट, वीडियो वायरल।
-
दिल्ली की पार्षद रेणु चौधरी ने पार्क में हिंदी न बोलने वालों को पास देने से किया इनकार।






