Vice President of India : जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर कौन आसीन होगा। इस बीच, एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है, जहां कांग्रेस (Congress) पार्टी से एक भाजपा (BJP) नेता के नाम का प्रस्ताव आया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) के अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak Baij) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को एक आधिकारिक पत्र लिखकर यह प्रस्ताव भेजा है। बैज ने मांग की है कि इस बार यह महत्वपूर्ण पद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से किसी नेता को मिलना चाहिए और उन्होंने इसके लिए पूर्व राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) का नाम भी सुझाया है।
दीपक बैज ने शुक्रवार को पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में दलील दी कि भाजपा को सत्ता दिलाने में छत्तीसगढ़ ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया है, लेकिन राज्य को अभी तक केंद्रीय स्तर पर उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। उन्होंने कहा, “इसलिए इस बार छत्तीसगढ़ के किसी नेता को उपराष्ट्रपति का पद दिया जाए, जो जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से अभी खाली है।”
बैज ने अपने पत्र में 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा को छत्तीसगढ़ में 2014 में 11 में से 10, 2019 में 9 और 2024 में 10 सीटें मिलीं। उन्होंने कहा, “हम सभी के लिए यह पीड़ा का विषय है कि तीनों कार्यकाल में छत्तीसगढ़ को केवल राज्यमंत्री का प्रतिनिधित्व मिला।” बैज ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा में कई ऐसे सक्षम नेता हैं जो उपराष्ट्रपति बनने के योग्य हैं।
बैज ने विशेष रूप से एक नाम सुझाते हुए कहा, “पूर्व राज्यपाल माननीय रमेश बैस जैसे महत्वपूर्ण नेता शामिल हैं, जो 7 बार के सांसद (MP) और झारखंड (Jharkhand), त्रिपुरा (Tripura), महाराष्ट्र (Maharashtra) जैसे राज्यों के राज्यपाल (Governor) के रूप में सेवा दे चुके हैं।” लाइव हिन्दुस्तान (Live Hindustan) से बातचीत में बैज ने अपने पत्र की पुष्टि करते हुए कहा कि बैस के अलावा, रमन सिंह (Raman Singh) जैसे वरिष्ठ नेता भी हैं, जिन्हें यह पद दिया जा सकता है।
दीपक बैज ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इंडिया गठबंधन (India Alliance) की ओर से किसी उम्मीदवार को उतारा जाता है, तो वह विपक्षी गठबंधन से भी छत्तीसगढ़ से किसी नेता को उम्मीदवार बनाने की मांग करेंगे। गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर सोमवार रात उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 में पूरा होने वाला था।






