नई दिल्ली (New Delhi), 06 जनवरी (The News Air): भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) 7 जनवरी 2025 को धर्मस्थल (Dharmasthala), कर्नाटक (Karnataka) का दौरा करेंगे। इस महत्वपूर्ण दौरे के दौरान, उपराष्ट्रपति मेगा क्यू कॉम्प्लेक्स (Mega Q Complex) का उद्घाटन करेंगे और 2024-25 के ज्ञानदीप कार्यक्रम (GyanDeep Program) की शुरुआत करेंगे।
धर्मस्थल का दौरा और उद्घाटन समारोह : उपराष्ट्रपति के इस दौरे को लेकर कर्नाटक राज्य में भारी उत्साह है। धर्मस्थल, जो कि कर्नाटक के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, यहां के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होगा। मेगा क्यू कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन, जो कि इस क्षेत्र में एक आधुनिक शैक्षिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा, इस प्रोग्राम का एक अहम हिस्सा होगा।
- मेगा क्यू कॉम्प्लेक्स: यह कॉम्प्लेक्स धर्मस्थल क्षेत्र को और भी आकर्षक और आधुनिक बनाने के लिए एक बड़ा कदम है। यह स्थान शिक्षा, संस्कृति, और समाजसेवा के क्षेत्र में कई पहलुओं का समर्थन करेगा।
- ज्ञानदीप कार्यक्रम: 2024-25 में शुरू होने वाला ज्ञानदीप कार्यक्रम कर्नाटक के छात्रों और समुदायों के लिए एक नई राह खोलेगा। यह कार्यक्रम शिक्षा, अनुसंधान और जागरूकता को बढ़ावा देने का काम करेगा।
धर्मस्थल (Dharmasthala): ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व : धर्मस्थल, कर्नाटक राज्य का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जो हिन्दू धर्म से जुड़ा हुआ है। यह स्थान भगवान शिव, विष्णु और वीरश्मा के मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस धार्मिक स्थल की सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण इसे पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
- धर्मस्थल मंदिर (Dharmasthala Temple): भगवान शिव के इस मंदिर को समर्पित एक ऐतिहासिक स्थल है। यहां सालभर श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं।
- धर्मस्थल के सामाजिक कार्य: धर्मस्थल में सामाजिक कार्यों का भी एक लंबा इतिहास है। यहां शिक्षा, चिकित्सा और कल्याणकारी कार्यों में भाग लिया जाता है।
उपराष्ट्रपति के दौरे का महत्व : उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का धर्मस्थल का दौरा, न केवल कर्नाटक राज्य के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उनका यह दौरा, समाज के विकास और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इस क्षेत्र की ओर एक नया कदम होगा।
- कर्नाटका में शैक्षिक बदलाव: उपराष्ट्रपति का यह दौरा राज्य में शैक्षिक बदलाव को प्रोत्साहित करेगा और स्थानीय समुदायों को नई दिशा देगा।
- सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक: धर्मस्थल का यह आयोजन सांस्कृतिक समृद्धि के प्रतीक के रूप में सामने आएगा।
देशभर में जागरूकता और विकास : धर्मस्थल में होने वाले इस उद्घाटन और कार्यक्रम के माध्यम से, पूरे देश में शिक्षा, संस्कृति और समाज कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। यह कदम भारतीय समाज को और अधिक प्रगतिशील बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
7 जनवरी 2025 को उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के धर्मस्थल दौरे का महत्व न केवल कर्नाटका बल्कि पूरे भारत में महसूस किया जाएगा।
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