नई दिल्ली 12 जनवरी (The News Air) बीजेपी (BJP) की दूसरी उम्मीदवारों की सूची (Candidates list) के बाद दिल्ली (Delhi) में एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की शुरुआत हो चुकी है। बीजेपी के दिग्गज नेता मोहन सिंह बिष्ट (Mohan Singh Bisht) ने पार्टी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया है कि बीजेपी सिर्फ बाहरी उम्मीदवारों (outsiders) को टिकट देकर जीतने का सपना देख रही है, जो बिल्कुल गलत है। उनके इस बगावती बयान ने बीजेपी के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, क्योंकि अब उन्होंने कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के खिलाफ चुनावी मोर्चा खोलने का ऐलान किया है।
BJP के दिग्गज नेता ने किया खुला बगावत का ऐलान : बीजेपी की दूसरी लिस्ट (Second list) में अपने नाम को न देख पाने से मोहन सिंह बिष्ट (Mohan Singh Bisht) बेहद नाराज हो गए हैं। उन्होंने खुलकर कहा कि बीजेपी यह सोचती है कि किसी भी सामान्य और अप्रासंगिक व्यक्ति को खड़ा कर वह करावल नगर (Karawal Nagar) सीट पर जीत जाएगी। उनके अनुसार, यह बीजेपी की बड़ी भूल है और यह पार्टी की जमीनी कार्यकर्ता (Ground-level worker) की अहमियत को नज़रअंदाज़ करने जैसा है।
मोहन सिंह बिष्ट ने 1998 से लेकर 2020 तक करावल नगर (Karawal Nagar) सीट से 5 बार जीत दर्ज की थी। लेकिन 2015 में जब आप (AAP) की लहर चली थी, तब उन्हें कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। अब जब बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया और इस सीट से कपिल मिश्रा को उतार दिया है, तो मोहन बिष्ट ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बीजेपी को इसका खामियाजा जल्द ही भुगतना पड़ेगा।
कांग्रेस में जाने से किया इनकार, निर्दलीय उम्मीदवार बन सकते हैं मोहन बिष्ट : मोहन बिष्ट ने साफ-साफ कहा कि वह किसी भी हाल में कांग्रेस (Congress) में नहीं जाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर पार्टी उन्हें किसी और सीट से चुनाव लड़ने का कहेगी, तो वह ऐसा नहीं करेंगे। उनका कहना है कि वह करावल नगर (Karawal Nagar) सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, चाहे हालात जैसे भी हों। इसके साथ ही उन्होंने निर्दलीय चुनावी दावेदारी (Independent candidacy) की बात की और यह भी कहा कि वह 15 या 16 जनवरी तक नामांकन करेंगे।
कपिल मिश्रा की बढ़ी मुश्किलें, बीजेपी के अंदर बगावत: कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के लिए यह हालात और भी मुश्किल हो सकते हैं क्योंकि मोहन सिंह बिष्ट जैसे अनुभवी और प्रभावशाली नेता का चुनावी मैदान में आना उनके लिए एक चुनौती हो सकता है। यह भी देखा जाएगा कि बीजेपी की आंतरिक बगावत और पार्टी के निर्णयों का असर करावल नगर (Karawal Nagar) सीट पर किस तरह पड़ता है।
मोहन सिंह बिष्ट का यह ऐलान बीजेपी के लिए बड़ी समस्या साबित हो सकता है, क्योंकि एक अनुभवी नेता का बगावत करना पार्टी के अंदर के आंतरिक मुद्दों को सामने लाता है। दिल्ली (Delhi) के करावल नगर (Karawal Nagar) सीट पर आगामी चुनावों के दौरान यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस स्थिति को कैसे संभालती है, और क्या कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) को इस बगावत के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।