मुंबई, 28 सितंबर,(The News Air): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले ने शुक्रवार को कहा कि उनकी लड़ाई तब तक खत्म नहीं होगी जब तक वह अपने पिता शरद पवार की बनाई पार्टी और चुनाव चिह्न उन्हें वापस नहीं दिला देतीं। दरअसल शरद पवार की पार्टी एनसीपी पिछले साल जुलाई में तब टूट गई थी जब अजित पवारऔर आठ विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। बाद में चुनाव आयोग ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ दे दी, जबकि शरद पवार के गुट का नाम एनसीपी (एसपी) रखा गया और उसे चुनाव चिह्न ‘तुतारी बजाता हुआ आदमी’ आवंटित किया गया।
सत्तारूढ़ गठबंधन पर कटाक्ष
नवाब मलिक की सत्तारूढ़ गठबंधन से नजदीकी पर निराशा
दरअसल नवाब मलिक को फरवरी 2022 में प्रवर्तन निदेशालय ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम की बहन की मदद से यहां कुर्ला में एक संपत्ति हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मलिक को पिछले साल जमानत पर रिहा किया गया था। मलिक की सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रति नजदीकी पर निराशा व्यक्त करते हुए सुले ने कहा कि जब मैं नवाब भाई को बीजेपी के साथ देखती हूं मुझे दुख होता है। जिस पार्टी ने आपको जेल में डाला, आपने उसी से हाथ मिला लिया?
‘मैंने देखे हैं नवाब भाई की पत्नी और उनके बच्चों के आंसू’