मथुरा में आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक का आगाज हो गया है. इस दौरान सबसे पहले दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, गऊ ग्राम, परखम, फरह के नवधा सभागार में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन अर्पित किया. इसके बाद हाल ही देश की नामचीन दिवंगत शख्सियतों मसलन राघवाचार्य महाराज (जयपुर), उद्योगपति रतन टाटा, पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य, ईनाडु और रामोजी फ़िल्म सिटी के संस्थापक रामोज़ी राव, कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी, पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, एडमिरल (सेनि) रामदास को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र कुमार के मुताबिक बैठक का समापन 26 अक्टूबर सायं 6:15 बजे होगा. इस बैठक में विजयादशमी पर्व पर सरसंघचालक के संदेशों और विचारों के आलोक में देश के ज्वलंत मुद्दों पर व्यापक मंथन किया जाएगा. देश के समसामयिक विषयों पर व्यापक चर्चा होगी. इसके साथ ही वार्षिक योजना की समीक्षा की जाएगी. विभिन्न प्रांतों से आए संघ के कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने-अपने कार्यों का वृत्तांत प्रस्तुत करेंगे.
पंच परिवर्तन पर विमर्श
आगामी वर्ष 2025 में संघ अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है. दो दिवसीय बैठक में इस समारोह से संबंधित मुद्दों और प्रारूपों पर भी विस्तार से चर्चा होगी. पंच परिवर्तन (सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व आधारित जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य) को समाज में लेकर जाने पर मंथन होगा. बैठक में आगामी मार्च 2025 तक की विस्तृत योजना पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है.
इंटरनेट के दुष्प्रभावों पर मंथन
संघ की इस बैठक में देश के मौजूदा सामाजिक और राष्ट्रीय विषयों पर भी गंभीरता से चर्चा की जा रही है. इनमें खासतौर पर सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को दूर करने के उपायों पर भी विमर्श किया जाएगा. वहीं सामाजिक समरसता पर संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता चर्चा करेंगे. खासकर हिन्दू समाज को एकजुट रखने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के मुद्दे पर चर्चा होगी.
गांव-गांव शाखा विस्तार पर चर्चा
संघ द्वारा पहले से चलाए जा रहे कार्यक्रम “मंदिर, जलस्रोत और श्मशान सबके लिए” को धार देने पर चर्चा होगी. हिंदू समाज को एकत्रित रखने के लिए समाज के सभी वर्गों के बीच जाकर जल, मंदिर और श्मशान को लेकर भेदभाव खत्म करने पर कैंपेन को तेज गति से चलाने पर चर्चा होगी. वहीं शहरों और कस्बों से आगे ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा बढ़ाने को लेकर गतिविधियां बढ़ाने पर मंथन होगा.
मथुरा संघ बैठक में संघ रचना के सभी 11 क्षेत्रों और 46 प्रांतों के संघचालक, सह-संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक सहित कुल 393 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं. जम्मू-कश्मीर से केरल और पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा जैसे प्रांतों से भी कार्यकर्ता यहां आए हैं.