India Pakistan Conflict Resolution – अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार को व्हाइट हाउस (White House) में पाकिस्तान (Pakistan) के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (Asim Munir) से मुलाकात के बाद बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि भारत (India) और पाकिस्तान के दो “बहुत चतुर” नेताओं ने संघर्ष को परमाणु युद्ध में बदलने से पहले ही खुद रोकने का फैसला लिया। यह पहली बार है जब ट्रंप ने भारत-पाक के तनाव में अपनी भूमिका का श्रेय नहीं लिया।
इस बातचीत के दौरान ट्रंप ने स्पष्ट किया कि उन्होंने जनरल मुनीर को सम्मान देने के लिए आमंत्रित किया था और उनकी बातचीत ईरान (Iran), इजरायल (Israel) और भारत के साथ व्यापार जैसे मुद्दों पर केंद्रित रही। ट्रंप ने कहा कि मुनीर और मोदी (Modi) दोनों ने युद्ध न करने का समझदारी भरा फैसला लिया, जो एक संभावित परमाणु युद्ध को टाल सकता था।
गौरतलब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और ट्रंप की कनाडा (Canada) के कनैनिस्किस (Kananaskis) में आयोजित जी7 सम्मेलन के दौरान मुलाकात होनी थी, जो इजरायल और ईरान संघर्ष के चलते रद्द हो गई। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच 35 मिनट की फोन बातचीत हुई जिसमें आतंकवाद (Terrorism) पर चर्चा हुई।
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे मोदी और मुनीर दोनों का आभार व्यक्त करना चाहते थे क्योंकि दोनों ने बहुत बड़े परमाणु शक्ति संपन्न देशों के रूप में जिम्मेदारी दिखाई और युद्ध से पीछे हटे। उन्होंने कहा कि यह युद्ध ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद चार दिन चला, जिसमें भारत ने पहलगाम (Pahalgam) हमले के जवाब में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।
भारत सरकार के विदेश सचिव विक्रम मिसरी (Vikram Misri) ने स्पष्ट किया कि इस संघर्ष को रोकने की प्रक्रिया भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के डीजीएमओ (DGMO) के माध्यम से हुई थी और इसमें अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी। मोदी ने भी स्पष्ट कर दिया कि भारत कभी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा और इस पर देश में सर्वसम्मति है।
इस घटनाक्रम के बाद ट्रंप का यह बयान सामने आना महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने पहली बार युद्ध रोकने का श्रेय स्वयं नहीं लिया बल्कि दोनों देशों के नेताओं की चतुराई को इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि यह कोई कहानी नहीं है बल्कि हकीकत है कि उन्होंने दो बड़े परमाणु संपन्न देशों के बीच संघर्ष को रुकवाने में भूमिका निभाई।
ट्रंप और मोदी के बीच व्यापार समझौते की चर्चाएं भी चल रही हैं, जिसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि यह जल्द ही फाइनल होगा। वहीं पाकिस्तान के साथ भी अमेरिका व्यापार समझौता करने की दिशा में काम कर रहा है।