नई दिल्ली, 05 सितंबर,(The News Air): काफी लंबे समय से एस्टेरॉयड को पृथ्वी के लिए खतरा बताया जाता है। अगर धरती से एस्टेरॉयड टकराता है, तो तबाही मच सकती है। बताया जाता है कि एक बार पृथ्वी से एस्टेरॉयड की टक्कर हुई थी। जिसके बाद डायनासोर खत्म हो गए थे। इसके बाद कई बार पृथ्वी के पास से गुजरने वाले एस्टेरॉयड के टकराने की आशंका जताई गई है, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक विशाल एस्टेरॉयड को लेकर अलर्ट जारी किया है। नासा ने कहा है कि एस्टेरॉयड तेजी से पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा। 720 फुट का यह बड़ा एस्टेरॉयड 15 सितंबर, 2024 को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजर सकता है।
नासा के वैज्ञानिक अस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। कहा जा रहा है कि यह पृथ्वी से करीब 620,000 मील की दूरी से गुजरने वाला है। हालांकि यह दूरी बहुत ज्यादा लग सकता है। लेक्न खगोलीय दृष्टिकोण से यह बेहद कम दूरी है। पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का यह सिर्फ 2.6 गुना है। खुशी की बात ये है कि इसके पृथ्वी से टकराने का कोई खतरा नहीं है।
यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है
वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट (Virtual Telescope Project) के मुताबिक, पृथ्वी के इतने करीब से एस्टेरॉयड करीब हर 10 साल में एक बार आते हैं। यह उत्तरी गोलार्ध में दिखाई देगा। 15 सितंबर को दोपहर 2:30 बजे से यह खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। लोग वर्चुअल टेलीस्कोप लाइव फीड देख सकते हैं। अगर आसमान साफ है तो इस एस्टेरॉयड को दूरबीन की मदद से भी देखा जा सकता है। वैज्ञानिक इसकी संरचना (composition), वेग (velocity), घूर्णन अवधि (rotation period) और कक्षीय पथ (orbital path) की स्टडी करेंगे। इस डेटा से वैज्ञानिकों को सौरमंडल की जटिलता को समझने में मदद मिलेगी।
आकार ने बढ़ाई चिंता
एस्टेरॉयड का आकार 720 फुट बताया गया जो करीब दो फुटबॉल मैदान जितना है। इसके रास्ते में मामूली सी अड़चन भी बड़े खतरे का रूप ले सकती हैं। कैलिफोर्निया के पासाडेना में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री में एस्टेरॉयड की हर गतिविधि को ट्रैक किया जा रहा है। उन्नत रडार और ऑप्टिकल टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिक हर जरूरी जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं।