Train Travel : ट्रेन से सफर करने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से लंबित मांग को स्वीकार करते हुए रेलवे विभाग ने नई विशेष ट्रेनों को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से न केवल पंजाब (Punjab) बल्कि राजस्थान (Rajasthan) और आसपास के राज्यों के यात्रियों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के पूर्व प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि यह मंजूरी उनके द्वारा 10 दिसंबर 2024 को लिखे गए पत्र के आधार पर दी गई है, जिसमें पंजाब और उससे सटे इलाकों में रेल संपर्क की कमी का मुद्दा उठाया गया था।
रेल कनेक्टिविटी से बढ़ेगी सुविधा : प्रो. बडूंगर ने बताया कि फिलहाल यात्रियों और व्यापारियों को सड़क मार्ग से लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह सबसे कठिन साबित होता है। नई मंजूरी के तहत राजपुरा–चंडीगढ़, पटियाला–समाना–पातड़ां, टोहाना और जाखल होते हुए राजस्थान तक रेल लिंक तैयार किया जाएगा।
इससे लोगों को न केवल आरामदायक सफर मिलेगा बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। रेल संपर्क से धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों जैसे गुरुद्वारा बुढ़ा जोहड़ (अनूपगढ़-सूरतगढ़), हनुमानगढ़, मंडी डबवाली, रामामंडी (गुरुद्वारा दमदमा साहिब), सिरसा, जाखल, गुरुद्वारा धामधन साहिब, खनौरी, समाना, पटियाला (गुरुद्वारा दूख निवारण साहिब, काली माता मंदिर), राजपुरा, फतेहगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब, कीरतपुर साहिब, नैना देवी और चंडीगढ़ तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।
मामले की पृष्ठभूमि : प्रो. बडूंगर का रेलवे से जुड़ा अनुभव भी खासा लंबा है। उन्होंने 1977 से 1980 तक रेलवे यूजर्स बोर्ड के सदस्य के रूप में काम किया था। उस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को रेल लिंक प्रोजेक्ट भेजा था, जिसमें 1932 में महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा करवाए गए सर्वे को भी शामिल किया गया था। हालांकि, अंग्रेज सरकार और राजनीतिक अस्थिरता की वजह से उस प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं मिल सकी थी।
अब मोदी सरकार द्वारा इस मांग को हरी झंडी मिलने से पंजाब और राजस्थान दोनों राज्यों में यातायात के नए अवसर खुलेंगे। रेल लिंक से न केवल लोगों की आवाजाही आसान होगी बल्कि यह इलाका विकास के नए चरण में प्रवेश करेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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रेलवे विभाग ने पंजाब और राजस्थान को जोड़ने वाली नई विशेष ट्रेनों को मंजूरी दी।
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प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर की पहल पर यह फैसला लिया गया, जिन्होंने प्रधानमंत्री और मंत्री को पत्र लिखा था।
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नई ट्रेनों से यात्रियों को धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों तक सीधी सुविधा मिलेगी।
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मंजूरी से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।






