नई दिल्ली, 25 दिसंबर (The News Air) तेलुगु सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की बहुचर्चित फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान मची भगदड़ ने एक परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। चार दिसंबर की रात हैदराबाद के संध्या थिएटर में प्रीमियर शो के दौरान अभिनेता की एक झलक पाने के लिए उमड़ी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई, जिससे 35 वर्षीय महिला रेवती की जान चली गई और उनका आठ वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
The total amount of ₹2️⃣ cr has been handed over to FDC Chairman Dil Raju.
Actor Allu Arjun – ₹1️⃣ cr
Mythri Movie Makers – ₹5️⃣0️⃣ lakhs
Director Sukumar – ₹5️⃣0️⃣ lakhs https://t.co/xSXrLf6uyz pic.twitter.com/5ZodoJI9Vu— Dilip Kumar Choudhary (@Dilipkumar_PTI) December 25, 2024
आर्थिक सहायता और मानवीय पहल: इस दुखद घटना के बाद, अभिनेता अल्लू अर्जुन और ‘पुष्पा 2’ के निर्माताओं ने पीड़ित परिवार को कुल 2 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। अल्लू अर्जुन ने 1 करोड़ रुपये, प्रोडक्शन कंपनी मैत्री मूवी मेकर्स ने 50 लाख रुपये, और फिल्म के निर्देशक सुकुमार ने 50 लाख रुपये का योगदान दिया।
घायलों का हाल: घायल लड़के का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, अब उसकी हालत में सुधार है और वेंटिलेटर सपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। इस खबर से अभिनेता अल्लू अर्जुन के पिता और प्रमुख निर्माता अल्लू अरविंद ने राहत की सांस ली।
पुलिस जांच और कानूनी कार्रवाई: घटना के संबंध में हैदराबाद पुलिस ने महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम, और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 105 और 118 (1) के तहत मामला दर्ज किया है। 13 दिसंबर को अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन अगले ही दिन तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उन्हें चार सप्ताह की अंतरिम जमानत देकर रिहा कर दिया।
फिल्म उद्योग की प्रतिक्रिया: तेलंगाना राज्य फिल्म विकास निगम के अध्यक्ष और निर्माता दिल राजू ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग और सरकार के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से मुलाकात करेगा।
प्रशंसकों की अपील: फिल्म के प्रशंसकों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कई लोगों ने अपील की है कि इस तरह के कार्यक्रमों में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।