उत्तर प्रदेश,13 फ़रवरी (The News Air):- उत्तर प्रदेश पुलिस के निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने जातिवाद के आरोपों के कारण हिंदू धर्म छोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने झांसी पुलिस के अधिकारियों पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए और धर्म परिवर्तन की घोषणा की। इस विरोध के दौरान, उन्होंने चाय बेचने का तरीका अपनाया था, जिससे उन्होंने अपना विरोध दर्ज किया था।
मुख्य बिंदु:
- निलंबित इंस्पेक्टर ने हिंदू धर्म छोड़ने का ऐलान किया।
- जातिवाद के आरोपों के तहत शोषण का दावा।
- मोहित यादव ने चाय की दुकान लगाकर विरोध जताया।
झांसी से रिपोर्ट:
उत्तर प्रदेश पुलिस के निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने बुधवार को अपने घर के देवी-देवताओं की तस्वीरें, मूर्तियां और पूजा-पाठ के सभी सामान इलाइट चौराहे पर रखकर हिंदू धर्म छोड़ने की घोषणा की। मोहित यादव ने आरोप लगाया कि जातिवाद के कारण उनका लगातार शोषण किया गया, इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने झांसी पुलिस के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पिछले तीन महीनों से उनके खिलाफ उत्पीड़न हो रहा है।
मोहित यादव ने यह भी कहा कि, “हिंदू धर्म में जातिवाद है, जिसमें किसी के जीवन को जाति के नाम पर तुच्छ समझा जाता है। मैं ऐसे धर्म को छोड़ चुका हूं, जिसमें जाति के नाम पर देवी देवताओं से आशीर्वाद मिलता है। पिछले तीन महीने से मुझे शोषण का सामना करना पड़ा, मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया और मुझे सस्पेंड कर दिया गया। यह सब जाति के आधार पर हुआ है।”
चाय बेचकर किया था विरोध:
मोहित यादव ने पिछले कुछ समय में अपनी आवाज़ उठाने के कई तरीके अपनाए हैं। दस दिन पहले, उन्होंने इलाइट चौराहे पर चाय का स्टॉल लगाकर विरोध दर्ज कराया था। निलंबन के बाद अनुशासनहीनता के आरोप में उनके खिलाफ कई जांचें चल रही हैं।
इंस्पेक्टर के खिलाफ एक महीने पहले छुट्टी के आवेदन को लेकर प्रतिसार निरीक्षक से विवाद हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप नवाबाद थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की भी जांच की जा रही है।