नई दिल्ली (New Delhi), 21 जनवरी (The News Air): आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। पार्टी के पूर्व पार्षद और चर्चित नेता कुलदीप मित्तल (Kuldeep Mittal), जो कभी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के लिए जमानतदार रहे थे, ने भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि AAP अपने सिद्धांतों से भटक चुकी है और अब भ्रष्टाचार में डूब चुकी है।
कुलदीप मित्तल, जो दिल्ली नगर निगम (MCD) में एल्डरमैन रह चुके हैं और 2022 के चुनावों में ‘आप’ के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़े थे, ने हाल ही में पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP के नेता न केवल कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं, बल्कि जनता से झूठे वादे भी कर रहे हैं।
केजरीवाल की जमानत का मामला : कुलदीप मित्तल ने दावा किया कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल के शराब घोटाले (Liquor Scam) मामले में 10 लाख रुपये का जमानती बॉन्ड भरा था। यह बॉन्ड पार्टी के कहने पर भरा गया था, लेकिन इसके बदले उन्हें चुनावी टिकट देने का आश्वासन दिया गया था। मित्तल ने बताया, “पार्टी ने संकेत दिए थे कि मुझे रोहिणी (Rohini) या रिठाला (Rithala) से टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।”
क्यों टूटा भरोसा? : मित्तल ने बताया, “AAP अब उन मुद्दों से भटक गई है, जिन पर वह बनी थी। पार्टी अब केवल भ्रष्टाचार और झूठे वादों पर चल रही है। कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है और पार्टी के बड़े नेता खुद को सर्वेसर्वा समझते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के कई पुराने और जमीनी कार्यकर्ताओं की मेहनत को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनके अनुसार, “जिन लोगों ने खून-पसीने से पार्टी को खड़ा किया, उन्हें दरकिनार कर दिया गया।”
इस्तीफा और भाजपा में शामिल होने की वजह : मित्तल ने अपने इस्तीफे में लिखा, “AAP अब बुनियादी मुद्दों से हटकर दिशाहीन हो गई है। ऐसे माहौल में मैं खुद को असहज महसूस कर रहा हूं।”
भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि भाजपा एक संगठित और जिम्मेदार पार्टी है, जहां कार्यकर्ताओं का सम्मान होता है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) ने कहा, “AAP के नेताओं का पार्टी से भरोसा उठ रहा है। मित्तल जैसे नेता का भाजपा में आना इस बात का प्रमाण है।”
भाजपा का बयान : विजेंद्र गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा, “जिसने केजरीवाल के शराब घोटाले में जमानत दी थी, वही अब BJP में शामिल हो गया। यह दर्शाता है कि AAP के अपने नेता भी अब उस पर भरोसा नहीं करते।”
कुलदीप मित्तल का AAP छोड़कर BJP में शामिल होना दिल्ली की राजनीति में बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। यह घटना AAP के लिए न केवल एक झटका है, बल्कि आगामी चुनावों में पार्टी की छवि पर भी सवाल खड़ा करती है।
“क्या आप की नैतिक छवि अब केवल इतिहास है? जनता को इंतजार है, सच्चाई के उजागर होने का।”