Gay Parade in Amritsar – पंजाब (Punjab) के पवित्र शहर अमृतसर (Amritsar) में 27 अप्रैल को आयोजित होने जा रही गे परेड (Gay Parade) ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इसे प्राइड मार्च (Pride March) नाम दिया गया है, जो शाम 5 बजे रोज गार्डन (Rose Garden) से निकाली जाएगी। लेकिन इस आयोजन को लेकर शहर में विरोध की लहर उठ गई है। कई सिख और निहंग संगठनों (Sikh and Nihang Organizations) ने इस आयोजन का खुलकर विरोध किया है और प्रशासन को कड़ी चेतावनी भी दी है।
सिख संगठनों के नेता परमजीत सिंह अकाली (Paramjit Singh Akali) ने कहा कि अमृतसर सिख धर्म की पवित्र नगरी (Holy City) है, जहां श्री हरिमंदिर साहिब (Sri Harmandir Sahib – Golden Temple) जैसी ऐतिहासिक धार्मिक धरोहर स्थित है। ऐसे शहर में इस तरह की परेड आयोजित करना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला (Hurting Religious Sentiments) कदम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि यह कार्यक्रम हुआ तो प्रशासन इसकी जिम्मेदारी से बच नहीं पाएगा।
वायरल वीडियो और जानकारी के अनुसार, प्राइड मार्च के आयोजकों का दावा है कि यह कार्यक्रम प्रेम, समानता और समावेशिता (Love, Equality, and Inclusivity) के समर्थन में किया जा रहा है। लेकिन सिख संगठनों का कहना है कि इस तरह का आयोजन इस धार्मिक स्थल की संवेदनशीलता और पवित्रता (Sanctity) के खिलाफ है।
सिख संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने आयोजन को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए, तो वे सड़कों पर उतरकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन (Strong Protests) करेंगे। उनका कहना है कि पूर्व में भी अमृतसर की धार्मिक मर्यादा को बचाने के लिए सिख समाज एकजुट हुआ है, और इस बार भी वही किया जाएगा।
प्रशासन को दी गई चेतावनी में कहा गया है कि यदि परेड को रद्द नहीं किया गया तो इसके चलते किसी भी अनचाही घटना (Untoward Incident) के लिए केवल प्रशासन ही जिम्मेदार होगा। वहीं दूसरी ओर, आयोजन समिति का कहना है कि यह परेड किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह समावेशी समाज की ओर एक सकारात्मक प्रयास है।
समाज में उभरे इस टकराव को लेकर प्रशासन पर भारी दबाव है कि वह या तो इस आयोजन को अनुमति न दे या फिर संभावित टकराव से निपटने के लिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करे।
इस पूरे घटनाक्रम ने अमृतसर को एक बार फिर धार्मिक और सामाजिक विचारधाराओं की टकराहट (Clash of Religious and Social Ideologies) के केंद्र में ला दिया है। आगामी 27 अप्रैल को क्या होगा, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।