नई दिल्ली, 25 दिसंबर (The News Air) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 से पहले राजनीतिक गलियारों में एक बड़ा नाम चर्चा में है। शाहरुख पठान, जो 2020 में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली दंगों के दौरान सुर्खियों में आए थे, अब चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने शाहरुख को चुनाव लड़ाने की पेशकश की है।
AIMIM की रणनीति : दिल्ली AIMIM अध्यक्ष शोएब जामई ने शाहरुख पठान के परिवार से मुलाकात कर इस संभावना को हरी झंडी दी। जामई ने कहा:
- “यदि शाहरुख का परिवार और स्थानीय लोग सहमत हों, तो हम उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए तैयार हैं।”
- यह बयान ऐसे समय में आया है जब AIMIM दिल्ली में अपने राजनीतिक विस्तार के लिए नई रणनीतियों पर काम कर रही है।
2020 दंगों से शाहरुख पठान की पहचान : शाहरुख पठान तब सुर्खियों में आए जब नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के मौजपुर इलाके में CAA-NRC विरोध के दौरान उन्होंने पिस्तौल निकालकर भीड़ और दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल पर तान दी थी। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं।
- पठान को दंगों के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
- तीन साल बाद, अब वह फिर से खबरों में हैं।
शोएब जामई का बयान :शोएब जामई ने हाल ही में शाहरुख की माँ से मुलाकात की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा:
- “शाहरुख के परिवार से मिलकर कानूनी सहायता और न्याय की बात की। हमारा यह कदम उन परिवारों के लिए उम्मीद है जिनके बच्चे बिना ट्रायल के जेल में बंद हैं।”
AIMIM की रणनीति और चुनावी गणित : AIMIM ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहले ही अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नई रणनीति अपनाई है।
- पार्टी का मुख्य फोकस मुस्लिम बहुल इलाकों पर है।
- शाहरुख का नाम लाकर AIMIM ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।
शाहरुख के समर्थन और विरोध में बयान : इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर शाहरुख के समर्थकों और आलोचकों के बीच बहस छिड़ गई है।
- समर्थकों का कहना है कि AIMIM का यह कदम इंसाफ की दिशा में है।
- आलोचक इसे राजनीतिक फायदे के लिए विवादित चेहरों को आगे लाने का प्रयास बता रहे हैं।