Sikkim Political Controversy: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता अजय कुमार (Ajay Kumar) द्वारा सिक्किम (Sikkim) को “पड़ोसी देश” कहे जाने पर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान अजय कुमार ने बांग्लादेश (Bangladesh), नेपाल (Nepal) और श्रीलंका (Sri Lanka) के साथ सिक्किम को भी पड़ोसी देशों की सूची में शामिल कर दिया था। जैसे ही यह बयान सामने आया, राज्य की जनता और राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
बयान पर मचे बवाल के बाद अजय कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि यह जुबान फिसलने (Slip of Tongue) की वजह से हुआ और उन्होंने ईमानदारी से माफी (Sincere Apology) मांगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सेल (SAIL – Steel Authority of India Limited) घोटाले पर बात कर रहे थे और पड़ोसी देशों के साथ बिगड़ते संबंधों का हवाला देते समय गलती से सिक्किम का नाम ले लिया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा विपक्ष की छोटी-छोटी गलतियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है।
सिक्किम के लोकसभा सांसद (MP) इंद्र हंग सुब्बा (Indra Hang Subba) ने इस टिप्पणी को “गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक” बताया। उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत का अभिन्न अंग है और उसके लोगों की निष्ठा राष्ट्र के प्रति अटूट रही है। फेसबुक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी “विभाजनकारी बयानबाजी” पूर्वोत्तर की एकता और गौरवशाली पहचान का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सिक्किम इकाई ने भी बयान की निंदा की। पार्टी के मीडिया प्रभारी निरेन भंडारी (Niren Bhandari) ने कहा कि अजय कुमार जैसे नेता, जो पूर्व IAS अधिकारी और सांसद (MP) रह चुके हैं, उन्हें देश के इतिहास और भूगोल की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस से ऐसे नेताओं को शिक्षित करने और भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए कदम उठाने की मांग की।
सिटिजंस एक्शन पार्टी (Citizens Action Party – CAP) ने भी बयान को अपमानजनक करार दिया और कहा कि सिक्किम के लोगों ने देश की सेवा में हमेशा योगदान दिया है। वर्ष 1975 से सिक्किम भारत का अभिन्न हिस्सा रहा है और इस प्रकार की टिप्पणियां वहां की जनता के सम्मान को ठेस पहुंचाती हैं।
साफ है कि अजय कुमार का यह बयान केवल एक जुबान फिसलने की घटना नहीं, बल्कि संवेदनशील मुद्दों पर बयान देते समय राजनीतिक नेताओं को सतर्क रहने की आवश्यकता को दर्शाता है।