नयी दिल्ली/मुंबई. जहां महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे (Thane) जिले में समृद्धि एक्सप्रेसवे निर्माण के तीसरे चरण के दौरान एक क्रेन के बीते देर रात मंगलवार को पुल के एक स्लैब (पट्टी) पर गिर जाने से अब तक 17 श्रमिकों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।
#UPDATE | Maharashtra: A total of 17 bodies have been recovered so far. Rescue and search operation underway: NDRF
— ANI (@ANI) August 1, 2023
वहीं इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र में समृद्धि एक्सप्रेसवे निर्माण के दौरान पुल के स्लैब पर क्रेन गिरने से हुई श्रमिकों की मौत पर मंगलवार को शोक जताया। इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस दुर्घटना के प्रत्येक मृतक के निकटस्थ परिजन को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की।
शहापूर तालुक्यात समृद्धी महामार्गावर पुलाचे काम सुरू असताना एक दुर्घटना होऊन काही मजुरांचा मृत्यू झाल्याची घटना अतिशय दुःखद आणि मनाला वेदना देणारी आहे. मी त्यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पण करतो. त्यांच्या कुटुंबियांच्या दुःखात आम्ही सहभागी आहोत.
या घटनेत 3 कामगार जखमी झाले.…— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) August 1, 2023
घटना पर महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने आज कहा कि, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। यहां स्विट्जरलैंड की एक कंपनी काम कर रही थी। इसकी गहन जांच के निर्देश दिए गए हैं। NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं। हमारे संबंधित विभाग के अधिकारी और मंत्री भी मौके पर मौजूद हैं। “
Pune | On Girder machine collapse in Thane's Shahapur, Maharashtra CM Eknath Shinde, says "Rs 5 lakhs ex-gratia will be given to the next of kin of the deceased. It is an unfortunate incident. A company based in Switzerland was working here. Instructions have been given for its… pic.twitter.com/loHIRzMvU9
— ANI (@ANI) August 1, 2023
वहीं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने इस घटना की विशेषज्ञों से जांच कराने के आदेश दिए हैं। फडणवीस ने हादसे में श्रमिकों के मारे जाने पर शोक भी जताया। हादसे का कारण बनी क्रेन एक विशेष प्रयोजन वाली ‘मोबाइल गैन्ट्री क्रेन’ थी, जिसका उपयोग पुल निर्माण और राजमार्ग निर्माण परियोजनाओं में पूर्वनिर्मित डिब्बानुमा पुल की डाट (गर्डर) लगाने के लिए किया जाता था।
जानकारी दें कि, राज्य की उपराजधानी नागपुर को शिरडी से जोड़ने वाले इसके पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2022 में किया था। पहले चरण के तहत 520 किलोमीटर लंबा मार्ग बनाया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते 26 मई को इगतपुरी तालुका के भारवीर गांव से शिरडी तक समृद्धि महामार्ग के 80 किलोमीटर लंबे दूसरे चरण का उद्घाटन किया था। वहीं CM शिंदे ने मई में कहा था कि तीसरा और आखिरी चरण इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि, समृद्धि महामार्ग को ‘हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ के नाम से जाना जाता है। यह मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है, जो नागपुर, वाशिम, वर्धा, अहमदनगर, बुलढाणा, औरंगाबाद, अमरावती, जालना, नासिक और ठाणे सहित 10 जिलों से होकर गुजरता है। समृद्धि महामार्ग के निर्माण का कार्य महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम कर रहा है।