Tejas Crash Pakistan Claims. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दुबई में एयर शो के दौरान भारतीय लड़ाकू विमान तेजस के क्रैश होने की घटना के तुरंत बाद, भारत में निर्मित इस स्वदेशी विमान को बदनाम करने के उद्देश्य से पाकिस्तान से जुड़े कई फर्जी सोशल मीडिया हैंडल सक्रिय हो गए। इन हैंडल्स ने बेबुनियाद आरोपों की झड़ी लगा दी, जिसका सीधा मकसद भारत की स्वदेशी रक्षा परियोजनाओं और वायुसेना की छवि को खराब करना था। इस दुर्घटना में भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर नमन सियाल शहीद हो गए थे।
‘तेल रिसाव’ का फर्जी दावा
दुबई एयर शो की शुरुआत से ही पाकिस्तानी हैंडलर्स फर्जी वीडियो और भ्रामक पोस्ट्स के जरिए तेजस की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। जैसे ही हादसे की खबर आई, इन हैंडल्स ने पुराने वीडियो और मनगढ़ंत कहानियों को नए सिरे से पोस्ट करना शुरू कर दिया, जिससे भ्रम का माहौल बन सके।
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दावे: पाकिस्तान के कई अकाउंट्स ने दावा किया कि तेजस विमान से तेल रिस रहा था और इसी वजह से यह घटना हुई। एक हैंडल ने लिखा कि तेजस में तेल रिसाव और रखरखाव की खामियां हैं, जिसके चलते पहले भी चेतावनियां जारी की गई थीं, लेकिन भारत ने इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई।
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आरोप: कुछ हैंडल्स ने यह भी कह दिया कि यह दुर्घटना कोई संयोग नहीं, बल्कि भारतीय इंजीनियर्स और विमान के रखरखाव की लापरवाही है।
भारत सरकार ने दावे को किया खारिज
तेजस के बारे में इन झूठे दावों को भारत सरकार ने तुरंत खारिज कर दिया। पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने तेल रिसाव वाले वीडियो का फैक्ट चेक जारी किया।
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सच्चाई: पीआईबी ने साफ कहा कि वीडियो में जो तरल चीज दिख रही है, वह तेल नहीं, बल्कि पानी है। इसे किसी भी विमान से उड़ान से पहले नमी हटाने के लिए निकाला जाता है। दुबई जैसी आर्द्र (नम) परिस्थितियों वाली जगह के लिए यह बिल्कुल सामान्य प्रक्रिया है।
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प्रतिक्रिया: विमान बनाने वाली सरकारी एयर स्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने भी कहा कि तेजस को बदनाम करने का यह पाकिस्तान का पुराना किस्सा है। पाकिस्तानी हैंडल्स जानबूझकर हवाई नमी निकालने वाले वीडियो को तेल रिसाव का बताकर झूठ फैला रहे हैं, ताकि इसकी टेक्नोलॉजी पर सवाल उठाए जा सकें।
छवि खराब करने की साजिश
भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के मुताबिक, तेजस अब तक सैकड़ों घंटों की सफल उड़ान भर चुका है और इसका सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत मजबूत है। इसके बावजूद, सक्रिय हुए पाकिस्तानी हैंडल्स का सीधा मकसद भारत की स्वदेशी डिफेंस परियोजनाओं और वायुसेना की छवि को दुनिया के सामने कमजोर दिखाना है। हालांकि, इनके दावों में कोई भी तकनीकी आधार या ज्ञान नहीं है।
क्या है पृष्ठभूमि
भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस देश की रक्षा ताकत का प्रतीक है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। पाकिस्तान की एजेंसियां और उससे जुड़े सोशल मीडिया हैंडल लंबे समय से इस विमान की विश्वसनीयता को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। दुबई एयर शो में हुई दुर्घटना ने उन्हें भारत के डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग की ताकत पर सवाल उठाने का एक अवसर दे दिया, जिसके जवाब में भारत सरकार और रक्षा विशेषज्ञों ने त्वरित रूप से फैक्ट चेक जारी कर दुष्प्रचार को खारिज किया।
मुख्य बातें (Key Points)
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दुबई में तेजस क्रैश के बाद पाकिस्तान से जुड़े फर्जी सोशल मीडिया हैंडल्स ने ‘तेजस से तेल रिसाव’ का झूठा दावा फैलाया।
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भारत सरकार और पीआईबी ने इस दावे को खारिज किया, बताया कि यह विमान की नियंत्रण प्रणाली से निकला सामान्य पानी था।
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HAL ने कहा कि यह पाकिस्तान की पुरानी हरकत है, जिसका मकसद तेजस और भारत की डिफेंस टेक्नोलॉजी को बदनाम करना है।
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विशेषज्ञों ने पाकिस्तान के इन दावों को बिना किसी तकनीकी आधार की सोची-समझी साजिश का हिस्सा बताया।






