निफ्टी 26 जुलाई को स्मार्ट तरीके से रिबाउंड हुआ। इसको 19,650 के 10-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) पर अच्छा सपोर्ट मिला। एफएमसीजी, बैंकों, मेटल्स, फार्मा और तेल एवं गैस शेयरों के सपोर्ट से इंडेक्स ने पूरे सत्र में उच्च स्तर पर कारोबार किया। इंडेक्स ने 19,700 से ऊपर कारोबार शुरू किया। पूरे सत्र के दौरान ऊपर रहते हुए 19,826 के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। यह अंततः लगभग 100 अंकों की बढ़त के साथ 19,778 पर बंद हुआ। इसने डेली चार्ट पर एक स्मॉल अपर शैडो के साथ एक बुलिश कैंडलस्टिक बनाया। एक्सपर्ट्स ने कहा कि यदि इंडेक्स 19,738 के फाइव-डे EMA को बनाए रखता है, तो तेजी जारी रह सकती है। निफ्टी में 19,800-19,850 के स्तर से ऊपर मजबूत क्लोजिंग इसे बहुप्रतीक्षित मनोवैज्ञानिक 20,000 के अंक को पार करने में मदद कर सकती है।
गुरूवार 27 जुलाई को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल
HDFC Securities के नागराज शेट्टी ने कहा, “तकनीकी रूप से आज का कैंडलस्टिक पैटर्न 10-डे ईएमए के तत्काल सपोर्ट 19650 के स्तर से बाजार में उछाल का संकेत दे रहा है। लेकिन बाजार को 19,800 के स्तर पर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है।” उनका मानना है कि पिछले कुछ सत्रों का मामूली गिरावट वाला करेक्शन पूरा हो गया है। बाजार अब ऊपरी उछाल की तरफ शिफ्ट हो गया है।
उन्होंने कहा, “19,850 से ऊपर एक निर्णायक कदम से निकट अवधि में 20,050 के उच्च लक्ष्य के लिए दरवाजे खुलने की संभावना है। इसमें तत्काल सपोर्ट 19,600 के स्तर पर है।”
गुरूवार 27 जुलाई को कैसी रहेगी बैंक निफ्टी की चाल
कुछ दिनों तक संघर्ष करने के बाद, बैंक निफ्टी 46,000 अंक के ऊपर वापस आ गया। लेकिन पिछले दिन की ट्रेडिंग रेंज के भीतर कारोबार करता रहा। इसके परिणामस्वरूप डेली चार्ट पर एक इनसाइड बार प्रकार का कैंडलस्टिक बना। हालांकि यह एक छोटी से लोअर शैडो के साथ एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न था।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैंक निफ्टी 217 अंक ऊपर 46,062 पर बंद हुआ। यदि इंडेक्स आगे चलकर 46,000 से ऊपर बना रहता है, तो अगला लक्ष्य 46,500 हो सकता है। ऐसा नहीं हुआ तो रेंज बाउंड ट्रेड जारी रह सकता है।
Sharekhan by BNP Paribas के जतिन गेडिया ने कहा “बैंक निफ्टी ने 45,670 – 45,700 के क्लस्टर से उछाल देखा। जहां 38.2 प्रतिशत Fibonacci retracement level और 40-घंटे का मूविंग एवरेज के रूप में सपोर्ट पैरामीटर रखे गए थे। आवरली टाइम फ्रेम पर गिरावट के साथ-साथ वृद्धि भी हुई है। यह ओवरलैपिंग प्रकृति का होने से हमें यह एहसास होता है कि बैंक निफ्टी एक करेक्टिव फेज से गुजर रहा है जो अभी खत्म नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, एक बार जब यह कंसोलिडेशन फेज खत्म हो जाता है, तो किसी भी तेजी की रुझान फिर से शुरू हो सकता है। ये उम्मीद की जा सकती है कि इंडेक्स 46,500 के लक्ष्य तक पहुंच जाएगा।
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