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  • 140 फीट तक बड़े 5 एस्टरॉयड ने किया पृथ्वी की ओर हमला!

    140 फीट तक बड़े 5 एस्टरॉयड ने किया पृथ्वी की ओर हमला!

    एस्टरॉयड इन दिनों लगातार धरती के पास से होकर गुजर रहे हैं। नासा एस्टरॉयड को ट्रैक करती है और इनके लिए अलर्ट जारी करती है। लेकिन ये अलर्ट उन्हीं एस्टरॉयड के लिए जारी किया जाता है जो पृथ्वी से 75 लाख किलोमीटर की दूरी से अधिक करीब आ जाते हैं। ऐसे एस्टरॉयड धरती के लिए खतरा माने गए हैं। नासा के अनुसार, अभी तक 13 लाख एस्टरॉयड की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 2 हजार के लगभग एस्टरॉयड ऐसे हैं, जिनके लिए संभावना जताई गई है कि ये पृथ्वी से टकरा भी सकते हैं। बीते दिन पृथ्वी को छूकर 5 एस्टरॉयड गुजरे हैं।

    ये एस्टरॉयड 57 फीट से लेकर 150 फीट तक बड़े बताए गए हैं। इनमें से एक है 2023 PQ एस्टरॉयड। यह 110 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। पृथ्वी के नजदीक आकर सबसे करीबी बिंदु पर यह केवल 756,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरा है। इसके साइज की तुलना एक बड़े हवाई जहाज से की गई है। इसके साथ ही 2023 OE5 एस्टरॉयड भी कल पृथ्वी के करीब से गुजरा है। इसका साइज 60 फीट का है। यह एक बड़े मकान के जितना एस्टरॉयड है। इसकी स्पीड 13934 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यह एस्टरॉयड अपोलो ग्रुप से संबंध रखता है। पहली बार इसे 24 जुलाई 2023 को देखा गया था।

    Asteroid 2023 OE5 धरती के पास 15.5 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरा है। इतने करीब आकर एस्टरॉयड के ग्रह से टकराने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि ग्रह का प्रबल गुरुत्वाकर्षण इसे खींच सकता है। इसके साथ ही एस्टरॉयड 2023 PA1 भी धरती के करीब से कल गुजरा है। यह 100 फीट का एस्टरॉयड है जो किसी बड़े हवाई जहाज जितना बताया गया है। यह धरती के पास से 2,520,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरा है।

    नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी कहती है कि एस्टरॉयड 2023 PS भी कल ही धरती के करीब से गुजरा है। यह 56 फीट का चट्टानी टुकड़ा है जो लगातार सूरज का चक्कर लगा रहा है। पृथ्वी के सबसे करीब आकर इन दोनों के बीच की दूरी महज 2,540,000 किलोमीटर रह गई थी। इन चार एस्टरॉयड के अलावा एक पांचवा खतरा भी कल धरती को लगभग छूकर गुजरा है। इसका नाम एस्टरॉयड 2023 PC है, यह पृथ्वी के करीब 5,090,000 किलोमीटर की दूरी तक आ गया था। इसका साइज 140 फीट बताया गया है। पृथ्वी के करीब अब कई एस्टरॉयड एकसाथ देखे जा रहे हैं। ऐसे में इनसे धरती को खतरा हो सकता है।

  • 13,394 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती की ओर पहुंच रही हैं 2 चट्टानें!

    13,394 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती की ओर पहुंच रही हैं 2 चट्टानें!

    हमारा सोलर सिस्टम, या सौरमंडल Milky Way गैलेक्सी में मौजूद है। Milky Way आकाशगंगा के भी 4 भाग हैं जिसमें से सबसे बाहरी सर्कल में हमारा सौरमंडल मौजूद है। यह आकाशगंगा के केंद्र के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। यानि कि जैसे सूरज के चारों ओर हमारे ग्रह परिक्रमा कर रहे हैं, वैसे ही Milky Way गैलेक्सी में हमारा सूरज 8 ग्रहों को अपने साथ लिए इसकी परिक्रमा रहा है। इसी तरह की न जाने कितनी ही आकाशगंगाएं हैं जिनमें लाखों सूरज मौजूद हैं और लगातार गोले में घूम रहे हैं।

    NASA के अनुसार, सौरमंडल में 8 ग्रह हैं। सौरमंडल में 12 लाख 98 हजार 368 (12,98,368) एस्टरॉयड मौजूद हैं, और साथ ही 3,880 धूमकेतु बताए जाते हैं। ये सभी गुरुत्वाकर्षण बल के कारण सूरज के साथ घूम रहे हैं। एस्टरॉयड नाम के चट्टानी टुकड़े कई बार धरती की कक्षा को काटते हैं और इससे टकराने की स्थिति बन जाती है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी एस्टरॉयड को ट्रैक करती है। पिछले कई महीनों से एस्टरॉयड के लगातार धरती की ओर आने की घटनाएं देखने को मिल रही हैं।

    जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के अनुसार, 2 दिन बाद पृथ्वी का सामना कई एस्टरॉयड से होने वाला है। ये एस्टरॉयड 57 फीट से लेकर 150 फीट तक बड़े बताए गए हैं। इनमें से एक है 2023 PQ एस्टरॉयड। यह 110 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह 48 घंटे बाद धरती के करीब पहुंचने वाला है। पृथ्वी के नजदीक आकर सबसे करीबी बिंदु पर यह केवल 756,000 किलोमीटर दूर रह जाएगा। इसके साइज की तुलना एक बड़े हवाई जहाज से की गई है। खतरा यहीं पर समाप्त नहीं होता है।

    नासा ने कहा है कि 2023 OE5 एस्टरॉयड भी उसी दिन पृथ्वी के करीब पहुंचेगा। इसका साइज 60 फीट का है। यह एक बड़े मकान के जितना एस्टरॉयड है। इसकी स्पीड 13934 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यह एस्टरॉयड अपोलो ग्रुप से संबंध रखता है। पहली बार इसे 24 जुलाई 2023 को देखा गया था। नासा कहती है कि कोई एस्टरॉयड जब 75 लाख किलोमीटर से ज्यादा नजदीक आ जाता है तो यह पृथ्वी के लिए खतरनाक हो जाता है। इसलिए एस्टरॉयड पर नजर रखना जरूरी है। Asteroid 2023 OE5 धरती के पास 15.5 लाख किलोमीटर तक करीब आने वाला है जो कि बहुत की कम दूरी है। इतने करीब आकर एस्टरॉयड के ग्रह से टकराने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि ग्रह का प्रबल गुरुत्वाकर्षण इसे खींच सकता है।

  • 77 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से 450 फीट का खतरा बढ़ रहा है धरती की ओर!

    77 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से 450 फीट का खतरा बढ़ रहा है धरती की ओर!

    एस्टरॉयड को हिंदी भाषा में लघु ग्रह भी कह दिया जाता है। ये खनिज पदार्थों के बने होते हैं और चट्टानी संरचना लिए होते हैं। आकार में ये 500 फीट से लेकर कई किलोमीटर तक बड़े हो सकते हैं। सौरमंडल के अन्य खगोलीय पिंडों की तरह ये भी सूरज का चक्कर काटते हैं। लेकिन इनकी कक्षा कई बार दूसरे ग्रहों की कक्षा के रास्त में आ जाती है। अपनी कक्षा में घूमते हुए ये धरती के इतने पास से भी गुजरते हैं कि टक्कर होने तक की संभावना बन जाती है। एस्टरॉयड के धरती से टकराने की अभी तक बहुत कम घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन ये कभी भी अपनी दिशा बदल सकते हैं। इसलिए अंतरिक्ष वैज्ञानिक एस्टरॉयड की दिशा पर लगातार नजर रखते हैं।

    अंतरिक्ष एजेंसी NASA की ओर से आज एक बड़े एस्टरॉयड के धरती की ओर आने का अलर्ट जारी किया गया है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) की ओर से आज एस्टरॉयड 2023 OQ के लिए अलर्ट जारी किया गया है। यह 450 फीट का चट्टानी टुकड़ा है जो कुछ ही घंटों में पृथ्वी के करीब पहुंचने वाला है। जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी के अनुसार यह धरती से 3,800,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरने वाला है। इसकी स्पीड 76763 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यह साइज में दो बिल्डिंग के जितना बड़ा है। अगर यह धरती की ओर गिरने लगता है ऐसी स्थिति में भारी तबाही आ सकती है। लेकिन नासा ने अभी तक ऐसी आशंका इसे लेकर जाहिर नहीं की है।

    एस्टरॉयड की एक बड़ी संख्या सौरमंडल में मौजूद है जिनमें 500 फीट से कई किलोमीटर जितने बड़े चट्टानी टुकड़े लगातार पृथ्वी के आसपास से घूमते हुए गुजर रहे हैं। एस्टरॉयड खनिज पदार्थों और चट्टानों के बने होते हैं। ये ठोस होते हैं लेकिन आकार में ऊबड़ खाबड़ होते हैं। हाल ही में 1600 फीट तक बड़े एस्टरॉयड पृथ्वी के पास से होकर गुजरे हैं। गनीमत रही कि ये सुरक्षित दूरी से होकर निकल गए। लेकिन अगर कोई एस्टरॉयड पृथ्वी पर गिरने लगे तो भारी तबाही आ सकती है।

    नासा के अनुसार, 16000 एस्टरॉयड पृथ्वी और उसके आसपास मौजूद हैं। नासा इन्हें नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (near earth object) भी कहती है, यानि कि ऐसे खगोलीय पिंड, जो लगातार पृथ्वी के आसपास मंडरा रहे हैं। NASA ने इन 16 हजार एस्टरॉयड में से 1784 एस्टरॉयड को संभावित रूप से पृथ्वी के लिए खतरनाक घोषित किया है

  • 1200 फीट का स्टेडियम जितना बड़ा एस्टरॉयड तबाही लिये आ रहा धरती के करीब! 1110 दिन में लगाता है सूरज का चक्कर

    1200 फीट का स्टेडियम जितना बड़ा एस्टरॉयड तबाही लिये आ रहा धरती के करीब! 1110 दिन में लगाता है सूरज का चक्कर

    NASA अंतरिक्ष अभियानों के अंतर्गत खगोलीय पिंडों के बारे में लगातार स्टडी कर रही है। नासा के इन अभियानों में एस्टरॉयड की स्टडी भी एक मिशन है। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पृथ्वी 4.5 अरब साल पहले बनी है। लेकिन पृथ्वी के निर्माण के समय ही कुछ चट्टानें सौरमंडल में बिखरीं रह गईं बताई जाती हैं जिन्हें एस्टरॉयड का नाम दिया गया है। ये एस्टरॉयड ग्रहों के निर्माण के समय हुए विस्फोट से बने बताए जाते हैं जो लगातार सूरज का चक्कर लगाते हैं। ऐसे में यह घूमते हुए कभी भी पृथ्वी की दिशा में चले आते हैं। जब ये पृथ्वी की दिशा में बहुत नजदीक आने लगते हैं तो नासा इन्हें ट्रैक करती है, और इनके लिए अलर्ट जारी करती है। आज नासा ने स्टेडियम जितने बड़े एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है जो धरती के बड़ा खतरा ला सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

    स्पेस एजेंसी नासा ने आज 2 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) एस्टरॉयड के लिए ट्रैकिंग करती है। JPL के अनुसार, 4 अगस्त को दो चट्टानी टुकड़े धरती की ओर आ रहे हैं। इनमें से एक एस्टरॉयड 620082 (2014 QL433) है जो कि आज पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। 1200 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। इसका आकार बहुत बड़ा है, जो कि एक फुटबॉल स्टेडियम जितना है। यह 5,350,000 किलोमीटर की दूरी तक पृथ्वी के करीब होकर गुजरेगा।

    Asteroid 620082 (2014 QL433) ऐसी चट्टान है जिसको सूरज का चक्कर लगाने में 1110 दिन का समय लगता है। स्पेस रेफरेंस के अनुसार, यह 29 अगस्त 2014 को खोजा गया था। इससे पहले यह 23 जुलाई 2020 में देखा गया था। अगर आज यह धरती के करीब से गुजर जाता है तो धरती से इसका अगला सामना 12 अगस्त 2026 को होगा। इसका आकार बहुत बड़ा है और अगर यह धरती की ओर आता है बड़ी तबाही ला सकता है। यह 74,246 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है।

    इसके साथ एक और एस्टरॉयड आज धरती की ओर निशाना लगाए हुए है। इसका नाम एस्टरॉयड 2023 OR5 है। यह 95 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। हवाई जहाज जितना बड़ा ये एस्टरॉयड 2,850,000 किलोमीटर तक धरती के नजदीक आने वाला है। हालांकि नासा ने किसी भी एस्टरॉयड के धरती पर गिरने जैसी सूचना अभी तक जारी नहीं की है। एस्टरॉयड के अलावा कई बार उल्का पिंड भी धरती पर आ गिरते हैं। हाल ही में अमेरिका के न्‍यू जर्सी (New Jersey) के होपवेल में एक घर में उल्का पिंड गिरने की खबर आई थी। रिपोर्ट के मुताबिक यह उल्का पिंड का टुकड़ा बताया गया था। इस चट्टानी टुकड़े का वजन करीब 1.8 किलोग्राम बताया गया था। जो उल्‍काएं पूरी नहीं जल पातीं, उनका बचा हुआ भाग पृथ्‍वी पर गिरता है। इसी तरह एस्टरॉयड भी पृथ्वी पर गिर सकते हैं, जिसकी काफी संभावना होती है।

  • अंतरिक्ष से 2 बड़े एस्टरॉयड आज आ रहे हैं धरती की ओर! 120 फीट है साइज

    अंतरिक्ष से 2 बड़े एस्टरॉयड आज आ रहे हैं धरती की ओर! 120 फीट है साइज

    अंतरिक्ष में घूमते एस्टरॉयड, जिन्हें क्षुद्र ग्रह भी कहते हैं, एक के बाद एक पृथ्वी की ओर आ रहे हैं। कई एस्टरॉयड बेहद नजदीक से गुजर रहे हैं और धरती तथा इनके बीच का फासला बस कुछ लाख किलोमीटर का रह जाता है। ब्रह्मांड के अनंत आकार की तुलना में देखें तो यह दूरी न के बराबर है। ऐेसे में इन बड़ी चट्टानों का धरती की ओर आना खतरे से खाली नहीं माना जाता है, जैसा कि अंतरिक्ष वैज्ञानिक कहते हैं।

    नासा के अनुसार 150 मीटर से बड़े एस्टरॉयड अगर ज्यादा करीब आ जाते हैं तो ये धरती के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए अंतरिक्ष एजेंसी लगातार इन पर नजर बनाए रखती है। नासा ने आज भी एस्टरॉयड अलर्ट (asteroid alert) जारी किया है। आज यानि 2 अगस्त 2023 को 2 एस्टरॉयड धरती की ओर बढ़ रहे हैं। इनके आकार के बारे में जान लेते हैं कि ये कितने खतरनाक हो सकते हैं। आइए विस्तार से आपको इनके बारे में बताते हैं।

    नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ने आज 2 चट्टानों के धरती के करीब आने का अलर्ट जारी किया है। पहला एस्टरॉयड 2023 OY4 है, जो कि एक 96 फीट की चट्टान है। इसका साइज एक जहाज के बराबर का है। यह धरती से महज 1,220,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरने वाला है। यह लगभग 100 फीट बड़ा है लेकिन नासा ने इसके ट्रैक के बारे में ऐसी सूचना नहीं दी है कि ये धरती से टकरा सकता है।

    एस्टरॉयड का खतरा इससे आगे भी है। नासा की ओर से एस्टरॉयड 2023 OF1 (Asteroid 2023 OF1) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। यह 120 फीट का एस्टरॉयड है। इसकी तुलना एक बड़े हवाई जहाज से की गई है। नासा के अनुसार 150 मीटर या 500 फीट से बड़े साइज के एस्टरॉयड से धरती को खतरा हो सकता है। पृथ्वी के आसपास 16 हजार एस्टरॉयड मौजूद हैं जो कि कभी भी खतरा बन सकते हैं। बहरहाल इन दोनों एस्टरॉयड के बारे में नासा ने टकराने जैसी सूचना जारी नहीं की है। एस्टरॉयड के अलावा उल्का पिंड भी कई बार धरती की ओर चले आते हैं।

  • अंतरिक्ष से 28,800 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आ रहा 170 फीट का खतरा! 15 साल बाद फिर लौटेगा!

    अंतरिक्ष से 28,800 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आ रहा 170 फीट का खतरा! 15 साल बाद फिर लौटेगा!

    अंतरिक्ष में हमारे सौरमंडल में एस्टरॉयड बड़ी संख्या में मौजूद हैं। इनमें हजारों एस्टरॉयड पृथ्वी और उसके आसपास ही अपनी कक्षा में घूमते हैं। अपोलो ग्रुप के एस्टरॉयड धरती के नजदीक मौजूद हैं जिनके बारे में नासा कहती है कि इनका ऑर्बिट काफी बड़ा है और ये धरती के ऑर्बिट को काटते हैं। इसलिए अपोलो ग्रुप के एस्टरॉयड धरती की ओर आते देखे जाते हैं। अब इसी ग्रुप का एक और एस्टरॉयड हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से धरती की ओर बढ़ रहा है जिसके लिए नासा ने अलर्ट जारी किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

    नासा ने धरती की ओर आने वाले एक बड़े एस्टरॉयड के बारे में 24 घंटे का अलर्ट जारी किया है। जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी के मुताबिक, अपोलो ग्रुप का एस्टरॉयड 2018 BG5 धरती की ओर आ रहा है जो अगले 24 घंटों में इसके सबसे करीब होगा। यह Apollo ग्रुप का एस्टरॉयड 22 जनवरी 2018 को खोजा गया था। इसका साइज 170 फीट बताया गया है। तुलना में यह एक बड़े हवाई जहाज के आकार का है। Asteroid 2018 BG5 की स्पीड 28,800 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है।

    Asteroid 2018 BG5 जब धरती के करीब पहुंचेगा तो इसकी न्यूनतम दूरी 41.2 लाख किलोमीटर रह जाएगी। इस एस्टरॉयड के बारे में एक और भविष्यवाणी की गई है। यह इस बार धरती के पास आकर फिर से लौटेगा। इसके बारे में कहा गया है कि यह 6 जनवरी 2038 को फिर से धरती के पास आएगा, लेकिन तब यह कहीं ज्यादा करीब से गुजरेगा। यानि कि 15 साल बाद इसके अगले अप्रोच के समय यह कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।

    नासा ने 27 जुलाई के लिए एक अन्य एस्टरॉयड का अलर्ट भी जारी किया है। एस्टरॉयड 2023 OR1 भी अगले 24 घंटों में धरती के करीब पहुंच चुका होगा। यह 56 फीट की चट्टान है जो किसी घर के जितनी बड़ी बताई जा रही है। यह जब धरती के सबसे करीबी बिंदु पर पहुंच जाएगा तो दोनों के बीच की दूरी 12 लाख किलोमीटर रह जाएगी। यह सुनने में ज्यादा लगता है, लेकिन अंतरिक्ष में यह दूरी न के बराबर ही मानी जाती है। क्योंकि ग्रह का आकार इतना विशाल होता है कि इसका गुरुत्वाकर्षण प्रभाव हजारों किलोमीटर तक हो सकता है। इसलिए एस्टरॉयड के ग्रह के करीब आकर दिशा बदलने की संभावना भी बनी रहती है। बहरहाल, नासा ने इन दोनों एस्टरॉयड के धरती से टकराने जैसी कोई सूचना अभी जारी नहीं की है।

  • 54 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से आ रहे 250 फीट तक बड़े 2 एस्टरॉयड, NASA ने किया सावधान!

    54 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से आ रहे 250 फीट तक बड़े 2 एस्टरॉयड, NASA ने किया सावधान!

    अंतरिक्ष वैज्ञानिक सौरमंडल के बारे में काफी कुछ पता लगा चुके हैं। इसमें 8 ग्रहों के अलावा बड़ी संख्या में उपग्रह और एस्टरॉयड भी मौजूद हैं। एस्टरॉयड बड़े खगोलीय पिंड के गुरुत्वाकर्षण से आकर्षित होकर उससे टकरा भी सकते हैं। पृथ्वी का ही आकार देखें तो इसका व्यास 12,756 किलोमीटर है। पृथ्वी के ऊपर घूम रहे स्पेस शटल भी इसकी एक परिक्रमा में 1.5 घंटा ले लेता है, जबकि शटल की रफ्तार 27,880 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। नेशनल साइंस फाउंडेशन के मुताबिक, पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण 9.8 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से किसी वस्तु को अपनी ओर खींच सकता है। ऐसे में एस्टरॉयड का धरती की ओर खिंच जाना बहुत आश्चर्य की बात नहीं कही जाती है।

    अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, एस्टरॉयड सौरमंडल के एक बड़े हिस्से में फैले हैं। इनका साइज 500 फीट से लेकर कई किलोमीटर तक बड़ा सकता है। नासा पृथ्वी के करीब आने वाले एस्टरॉयड के बारे में अलर्ट जारी करती है और एस्टरॉयड से सावधान करती रहती है। आज फिर से नासा द्वारा 2 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया गया है। आइए जानते हैं इनके बारे में।

    एस्टरॉयड ट्रैकिंग के लिए नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) लगातार काम कर रही है। JPL ने आज 2 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है। ये दोनों ही एस्टरॉयड धरती के बेहद पास से गुजरने वाले हैं। इनमें से एक है एस्टरॉयड 2023 OU नाम का। यह 68 फीट बड़ा चट्टानी टुकड़ा है। जो कि एक प्लेन जितना बड़ा हो सकता है। यह 6.7 लाख किलोमीटर की दूरी तक धरती के करीब आने वाला है, जिसके बाद यह अपनी कक्षा में घूमता हुआ आगे बढ़ जाएगा।

    लेकिन इससे कई गुना बड़ा एक और एस्टरॉयड धरती की ओर आज रफ्तार पकड़े हुए है। आज एस्टरॉयड 2023 NR1 भी पृथ्वी की ओर आ रहा है। यह 240 फीट का एस्टरॉयड है। Asteroid 2023 NR1 के लिए नासा का कहना है कि 1,120,000 किलोमीटर के दायरे से होकर धरती के पास से गुजरने वाला है। इसकी स्पीड 54710 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। ये दोनों ही एस्टरॉयड आज धरती के लिए संभावित खतरा लिए इसकी तरफ बढ़ रहे हैं। नासा ने हालांकि, इनके धरती से टकराने जैसी जानकारी नहीं दी है। धरती से एस्टरॉयड की टक्कर बहुत ही दुर्लभ घटना मानी जाती है। लेकिन संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

  • अंतरिक्ष से 190 फीट बड़े हवाई जहाज के साइज की दो चट्टानें बढ़ रही हैं धरती की ओर! NASA ने किया अलर्ट

    अंतरिक्ष से 190 फीट बड़े हवाई जहाज के साइज की दो चट्टानें बढ़ रही हैं धरती की ओर! NASA ने किया अलर्ट

    अंतरिक्ष की रहस्यमयी दुनिया के बारे में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के पास भी बहुत ही कम जानकारी अभी तक उपलब्ध हो पाई है। अंतरिक्ष अथाह है और उसका दूसरा छोर शायद इंसान की पहुंच में कभी आ भी न पाए।  अरबों प्रकाशवर्ष दूर अंतरिक्ष अपने में क्या समेटे हुए है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। सौरमंडल में ही कई तरह के खगोलीय पिंड मौजूद हैं, जिनमें ग्रहों के उपग्रह, उल्का पिंड, धूमकेतु, एस्टरॉयड या क्षुद्र ग्रह आदि गिनती में आते हैं। इनमें से एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए खतरनाक माने जाते हैं। ये अगर धरती से टकरा जाएं तो भयंकर विनाश छा सकता है।  विशालकाय एस्टरॉयड के गिरने से बड़े शहरों का नाम-ओ-निशान तक मिट सकता है।

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एस्टरॉयड की दिशा पर नजर रखती है। नासा ने आज 2 एस्टरॉयड्स के पृथ्वी की ओर आने का अलर्ट जारी किया है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी की ओर से यह अलर्ट जारी किया गया है। आज यानि 21 जुलाई को एस्टरॉयड 2023 OS धरती के पास आने वाला है। यह 150 फीट का खगोलीय पिंड है जो एक बड़े हवाई जहाज जितना है। यह धरती के करीब 1,950,000 किलोमीटर तक आने वाला है।

    इसके अलावा आज ही एक और एस्टरॉयड से धरती का सामने होने वाला है। यह 2023 MX5 नामक एस्टरॉयड है जो धरती की ओर आने वाला है। इसका साइज 190 फीट का है। ये दोनों ही एस्टरॉयड एयरप्लेन जितने बड़े हैं। 2023 MX5 नाम के एस्टरॉयड की पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचने पर दूरी 4,560,000 किलोमीटर बताई गई है। हालांकि, नासा ने ऐसे किसी खतरे की चेतावनी अभी तक जारी नहीं की है जिसमें कहा गया हो कि ये धरती से टकरा सकते हैं।

    सौरमंडल में घूमते एस्टरॉयड इसका अभिन्न हिस्सा हैं जो इसके निर्माण के समय से ही मौजूद हैं। एस्टरॉयड की संरचना ग्रहों जैसी ही बताई गई है लेकिन ये आकार में कई तरह के हो सकते हैं। ये ऊबड़ खाबड़ चट्टानों के रूप में सूर्य का चक्कर लगाते रहते हैं। कुछ एस्टरॉयड चपटे हो सकते हैं, तो कुछ गोलाकार भी हो सकते हैं। सबसे बड़ा एस्टरॉयड वेस्टा बताया जाता है जिसका साइज 530 किलोमीटर बताया गया है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी भारी चट्टान का धरती से टकराना कैसी तबाही ला सकता है।

  • दोस्‍त के साथ कॉफी पी रही महिला पर गिरा उल्‍कापिंड, कहां हुई घटना? जानें पूरा मामला

    दोस्‍त के साथ कॉफी पी रही महिला पर गिरा उल्‍कापिंड, कहां हुई घटना? जानें पूरा मामला

    पृथ्‍वी पर उल्‍कापिंड (meteorite) गिरने की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार जो हुआ, वह विचित्र है। फ्रांस में एक महिला के ऊपर उल्‍कापिंड गिर गया। घटना के वक्‍त महिला अपने दोस्‍त के साथ थी और कॉफी पी रही थी। अच्‍छी बात यह रही कि महिला को गंभीर चोट नहीं आई। शुरुआत में महिला और उसके दोस्‍त को लगा कि कोई सीमेंट का टुकड़ा आकर गिरा है। शक हुआ, तो उन्‍होंने एक्‍सपर्ट की मदद ली। तब जाकर पता चला कि जो टुकड़ा महिला को लगा, वह एक उल्‍कापिंड है।फ्रांसीसी अखबार लेस डेर्निएरेस नोवेल्स डी’अलसैस (डीएनए) ने इस घटना को रिपोर्ट किया है। बताया है कि महिला अपने दोस्‍त के साथ छत पर बातें कर रही थी। दोनों कॉफी पी रहे थे। तभी एक रहस्यमयी कंकड़ महिला की पसलियों में लगा।

    स्‍थानीय मीडिया से बातचीत में महिला ने कहा कि उन्‍होंने छत पर आवाज सुनी। अगले ही पल पसलियों में झटका लगा। शुरू में लगा कि कोई जानवर है जैसे-चमगादड़। फ‍िर वह चीज देखी, तो लगा कि सीमेंट है। लेकिन उसका कोई रंग नहीं था। यह घटना फ्रांस के उत्तर-पूर्व में शिरमेक के कम्यून की बताई जा रही है। महिला की पहचान सामने नहीं आई है।

    घटना के बाद महिला और उनका दोस्‍त एक छत निर्माण वाले के पास गए। उसने बताया कि वो चीज सीमेंट से नहीं बनी। महिला ने एक भूव‍िज्ञानी थिएरी रेबमैन को वह रहस्यमयी चीज दिखाई। तब पता चला कि वह उल्‍कापिंड है। जो टुकड़े बरामद किए गए, उनका द्रव्‍यमान 4 औंस के बराबर है। भूविज्ञानी ने भी यह कन्‍फर्म किया कि ऐसी चीजों का लोगों से टकराना बहुत दुर्लभ होता है।

    न्‍यूजवीक ने नासा (Nasa) के हवाले से लिखा है कि धरती पर रोजाना 50 टन उल्‍कापिंड मटीरियल गिरने के अनुमान है, लेकिन ज्‍यादातर हिस्‍सा समुद्र में गिरता है। धरती पर यह गिर भी जाए, तो यहां की चट्टानों से इनकी पहचान करना मुश्किल होता है, क्‍योंकि उल्‍कापिंड और चट्टानें एक जैसी लगती हैं।

    रिपोर्ट कहती है कि उल्‍कापिंड की इंसान से टक्‍कर का पहला मामला 70 साल पहले अमेरिका में सामने आया था। अलबामा निवासी एक महिला 8 पाउंड वजनी उल्‍कापिंड की चपेट में आ गई थी और उन्‍हें गंभीर चोट लगी थी।

  • 900 फीट की चट्टान के बाद धरती की तरफ बढ़ रहा 190 फीट का एस्टरॉयड! 33 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा है स्पीड!

    900 फीट की चट्टान के बाद धरती की तरफ बढ़ रहा 190 फीट का एस्टरॉयड! 33 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा है स्पीड!

    नासा का एस्टरॉयड अलर्ट पृथ्वी के नजदीक आने वाले चट्टानी टुकड़ों के बारे में सचेत करता है। अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से इन दिनों लगभग हर दिन एस्टरॉयड अलर्ट जारी किया जा रहा है। इन चट्टानी टुकड़ों का लगातार धरती के पास से गुजरना जारी है। ऐसे में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों समेत खगोलीय गतिविधियों में रुचि रखने वाले लोगों के लिए भी आजकल एस्टरॉयड रुचि का विषय बने हुए हैं। सौरमंडल में 8 ग्रह हैं, और 5 क्षुद्र ग्रह हैं। सौरमंडल में 200 से ज्यादा चंद्रमा पाए जाते हैं। लेकिन इनसे कहीं ज्यादा एस्टरॉयड मौजूद हैं, जिनकी संख्या 12 लाख 98 हजार 368 (12,98,368) बताई गई है।

    एस्टरॉयड जैसे चट्टानी टुकड़े कई बार धरती की कक्षा में चले आते हैं और काफी संभावना होती है कि ये धरती से टकरा जाएं, क्योंकि एस्टरॉयड और धरती के बीच की दूरी बहुत ही कम रह जाती है। इसीलिए नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी लगातार एस्टरॉयड ट्रैकिंग करती है। JPL ने आज भी भारी-भरकम चट्टान के धरती की ओर बढ़ने की चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कि धरती के करीब आने वाले इस चट्टानी टुकड़े के बारे में, कि धरती को इससे खतरा है, या फिर यह इसके करीब से गुजरते हुए अपनी दिशा में आगे बढ़ जाएगा।

    नासा ने एस्टरॉयड 2023 MG6 (asteroid 2023 MG6) के लिए हाल ही में अलर्ट जारी किया था। यह 890 फीट का एस्टरॉयड है जो कि एक फुटबॉल स्टेडियम जितना बड़ा बताया गया है। यह एक दिन पहले पृथ्वी के करीब 3,640,000 किलोमीटर की दूरी तक करीब आकर गुजरा है। 900 फीट के इस महाकाय चट्टानी टुकड़े के बाद अब एक और एस्टरॉयड धरती की ओर चला आ रहा है। यह asteroid 2023 MG6 जितना बड़ा तो नहीं है लेकिन यह आकार में बहुत छोटा भी नहीं है। इसका नाम एस्टरॉयड 2020 UQ3 (Asteroid 2020 UQ3) है जो पृथ्वी की दिशा में लगातार आगे बढ़ा चला आ रहा है।

    Asteroid 2020 UQ3 के बारे में जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) की वेबसाइट पर लिखा गया है कि यह 190 फीट का चट्टानी टुकड़ा है जो धरती के करीब 1,220,000 किलोमीटर की दूरी तक आने वाला है। यानि कि लगभग 12 लाख किलोमीटर तक ये पास आने वाला है। यह दूरी बहुत कम है। नासा कहती है कि 75 लाख किलोमीटर से नजदीक आने पर एस्टरॉयड का धरती के करीब आना खतरनाक हो सकता है। Asteroid 2020 UQ3 की स्पीड 33387 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यानि कि 33 लाख किलोमीटर से ज्यादा की स्पीड से यह धरती की ओर बढ़ रहा है।

    Apollo Group से संबंधित इस एस्टरॉयड को नासा ट्रैक कर रही है। 1862 Apollo एस्टरॉयड के बाद इन एस्टरॉयड्स का ये नाम पड़ा था जिसकी खोज जर्मन एस्ट्रोनॉमर कार्ल रीनमुथ ने की थी। तो क्या यह धरती से टकराकर तबाही ला सकता है? बहरहाल नासा ने इसके धरती से टकराने जैसी सूचना अभी तक जारी नहीं है। इसलिए इस एस्टरॉयड से धरती को कोई खतरा नहीं बताया गया है। लेकिन अगर कोई बड़ा एस्टरॉयड धरती से टकरा जाए तो महाविनाशकारी साबित हो सकता है।

  • Asteroid : 5 एस्‍टरॉयड दौड़ रहे पृथ्‍वी की तरफ! 4 का आकार प्‍लेन जितना बड़ा, क्‍या हो जाएगी टक्‍कर?

    Asteroid : 5 एस्‍टरॉयड दौड़ रहे पृथ्‍वी की तरफ! 4 का आकार प्‍लेन जितना बड़ा, क्‍या हो जाएगी टक्‍कर?

    हमारी पृथ्‍वी हर रोज एस्‍टरॉयड्स (Asteroid) का सामना करती है। जब भी कोई एस्‍टरॉयड पृथ्‍वी के करीब से गुजरता है, तो स्‍पेस एजेंसियां उसकी निगरानी करती हैं। एस्‍टरॉयड की दिशा पृथ्‍वी की ओर हो और वह हमारे ग्रह से टकरा जाए, तो बड़ी तबाही मचा सकता है। इसी वजह से अगले 2 दिन अहम होने वाले हैं। आज और कल 5 एस्‍टरॉयड हमारी पृथ्‍वी के करीब से गुजरेंगे। इनमें से कुछ चट्टानें विशाल हैं। ये हमारे ग्रह के लिए कितनी खतरनाक हो सकती हैं, आइए जानते हैं।नासा (Nasa) की जेट प्रोपल्‍शन लेबोरेटरी के अनुसार, आज हमारी पृथ्‍वी के करीब आ रहा पहला एस्‍टरॉयड है (2023 LN1)। इस चट्टानी आफत का पता इसी साल चला है। करीब 200 फुट साइज का यह एस्‍टरॉयड एक एयरोप्‍लेन जितना बड़ा हो सकता है। यह एस्‍टरॉयड्स के ऐटन ग्रुप से ताल्‍लुक रखता है और जब पृथ्‍वी के सबसे करीब होगा, तब दोनों के बीच दूरी 68 लाख 60 हजार किलोमीटर रह जाएगी। यह दूरी आपको ज्‍यादा लग सकती है, लेकिन अंतरिक्ष की विशालता और एस्‍टरॉयड्स की रफ्तार के आगे कुछ भी नहीं।

    पृथ्‍वी के करीब आज आ रहा दूसरा एस्‍टरॉयड है (2018 NW)। इसका आकार 31 फुट है, जो एक बस जितना बड़ा हो सकता है। यह एस्‍टरॉयड्स के अपोलो ग्रुप से संबंधित है और जब पृथ्‍वी के सबसे करीब आएगा, तब दोनों के बीच दूरी 69 लाख 10 हजार किलोमीटर रह जाएगी।

    इनके अलावा, कल यानी 11 जुलाई को 3 एस्‍टरॉयड धरती के करीब आएंगे। तीनों का ही आकार एयरोप्‍लेन के जितना है और इन्‍हें इसी साल खोजा गया है। एस्‍टरॉयड (2023 MD2) और (2023 MQ1) 150 फुट साइज के हो सकते हैं, जबकि (2023 NE) का आकार 130 फुट हो सकता है। इनमें से एस्‍टरॉयड (2023 MD2) महज 13 लाख 30 हजार किलोमीटर नजदीक से पृथ्‍वी को क्रॉस करेगा, जबकि अन्‍य दो एस्‍टरॉयड लगभग 26 लाख किलोमीटर दूरी से पृथ्‍वी के पास से गुजरेंगे।

    नासा ने इन एस्‍टरॉयड्स को पृथ्‍वी के लिए संभावित रूप से खतरनाक माना है। हालांकि इनके हमारे ग्रह से टकराने की संभावना नहीं है।

  • 78 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 2 दिन बाद धरती की ओर आ रहा ये बड़ा खतरा!

    78 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 2 दिन बाद धरती की ओर आ रहा ये बड़ा खतरा!

    अंतरिक्ष में ग्रहों के चारों तरफ उनके सैटेलाइट्स यानि कि चंद्रमा के अलावा एस्टरॉयड भी घूमते रहते हैं। ये उपग्रह नहीं होते हैं, बल्कि इनको लघु ग्रह या क्षुद्र ग्रह कहा गया है, क्योंकि बनावट में ये ग्रहों से ही मिलते-जुलते हैं। इनको ग्रह कहने का दूसरा कारण ये है कि ये सूरज के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। जबकि उपग्रह एक ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। चूंकि एस्टरॉयड की कक्षा ग्रहों की कक्षा से अलग होती है, इसलिए ये ग्रहों के रास्ते में भी आ सकते हैं। ऐसे ही पिछले कई महीनों से लगातार एस्टरॉयड बड़ी चट्टानों के रूप में पृथ्वी के आसपास से गुजर रहे हैं। ऐसे में इन्हें ट्रैक किया जाता है जो कि नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेट्री करती है।

    नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेट्री (JPL) ने लेटेस्ट एस्टरॉयड अलर्ट जारी किया है जिसमें आने वाले दिनों में 2 एस्टरॉयड धरती के करीब आने वाले हैं। अगले 48 घंटों में ये चट्टानें धरती के बेहद करीब होंगी। इसमें एक का साइज 190 फीट है और दूसरी का साइज 31 फीट है। आईए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    NASA की ओर से एस्टरॉयड ट्रैकिंग करने वाली शाखा JPL ने कहा है कि 2 दिन बाद 2 बड़े एस्टरॉयड धरती के करीब आने वाले हैं। इनमें से एक है एस्टरॉयड 2023 LN1 नामक चट्टान। Asteroid 2023 LN1 इन दोनों में से विशालकाय चट्टान है। इसका साइज 190 फीट यानि कि लगभग 200 फीट है। यह हवाई जहाज के जितना बड़ा है। यह पृथ्वी के करीब 6,860,000 किलोमीटर के दायरे में आने वाला है। यह दूरी बहुत ज्यादा नहीं है, क्योंकि 75 लाख किलोमीटर से ज्यादा नजदीक आने पर एस्टरॉयड धरती के लिए खतरनाक हो सकता है, जैसा कि नासा कहती है।

    दूसरी चट्टान, एस्टरॉयड 2018 NW (Asteroid 2018 NW), भी उसी दिन धरती के करीब पहुंच रही है। यह 31 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह 78542 किलोमीटर की स्पीड से धरती की ओर आ रहा है। यह स्पीड बहुत ज्यादा है। नासा ने वेबसाइट पर बताया है कि यह धरती के करीब 6,910,000 किलोमीटर के दायरे में होकर गुजरने वाला है। ये दोनों ही एस्टरॉयड 10 जुलाई को धरती के करीब से होकर गुजरने वाले हैं। ऐसे में देखना होगा कि ये धरती के करीब आने पर सीधे गुजर जाते हैं, या फिर इनकी दिशा में परिवर्तन भी हो सकता है।

    बहरहाल, नासा ने दोनों एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है। लेकिन इनके बारे में ऐसी सूचना नहीं दी है, जिसमें कहा गया हो कि ये धरती से टकरा सकते हैं। फिर भी एस्टरॉयड को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। रूस में 2013 में Chelyabinsk नामक उल्का पिंड आसमान में फटा था जिसने 7 हजार ईमारतों को नुकसान पहुंचाया था। इसमें 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह उल्का पिंड 59 फीट साइज का था। इसी तरह अगर कोई एस्टरॉयड भी धरती की ओर आकर्षित हो जाता है तो यह इससे कई गुना भारी तबाही ला सकता है।

  • 20 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर अंतरिक्ष से आज आ रहा 100 फीट बड़ा खतरा! नासा ने दी जानकारी

    20 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर अंतरिक्ष से आज आ रहा 100 फीट बड़ा खतरा! नासा ने दी जानकारी

    The News Air: अंतरिक्ष के अनंत सागर में हमारा सौरमंडल बहुत पुराना नहीं है। यह 4.6 अरब साल पहले बना बताया जाता है। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के मुताबिक, साइंटिफिक थ्योरी कहती है कि सौरमंडल का जन्म एक बड़े गैस के बादल, जिसे नेब्युला भी कहते हैं, के अंदर विस्फोट से हुआ था। इस विस्फोट में ग्रह भी बने और इनके साथ कुछ चट्टानी टुकड़े भी अंतरिक्ष में बिखर गए, जो अब एस्टरॉयड या क्षुद्र ग्रह कहलाते हैं। ये सौरमंडल के जन्म के समय से ही इसके तारे, यानि कि सूर्य के चारों ओर परिक्रमा कर रहे हैं। इनकी संख्या लाखों में है।

    एस्टरॉयड कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों तक का समय भी सूर्य की परिक्रमा करने में ले लेते हैं। अपनी कक्षा या ऑर्बिट में घूमते हुए कई बार ये पृथ्वी की कक्षा को काटते हैं, या फिर उसी कक्षा के बेहद करीब से होकर गुजरते हैं। ऐसे में एस्टरॉयड के धरती से टकराने की संभावना भी बनती है। पिछले कुछ दिनों में लगातार एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब देखे जा रहे हैं। कुछ तो इतने करीब से होकर गुजर चुके हैं जितना कि पृथ्वी का अपना उपग्रह चांद इसके करीब है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी इन्हें ट्रैक करती है और जब ये एक निर्धारित दूरी से ज्यादा करीब आ जाते हैं तो इनके लिए अलर्ट जारी करती है।

    नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी के मुताबिक, आज यानि 24 जून 2023 को एस्टरॉयड फिर से धरती के करीब से होकर गुजरने वाले हैं। आज 2 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से एक एस्टरॉयड 2023 ML3 है जो कि 25 फीट की चट्टान है। इसे एक बस के जितना बड़ा बताया गया है। यह महज 2 लाख 60 हजार किलोमीटर की दूरी से धरती के पास होकर गुजरने वाला है। अभी तक नासा ने इसके पृथ्वी पर गिरने जैसी सूचना तो नहीं दी है, लेकिन इसकी दूरी पृथ्वी के पास आकर बेहद कम रह जाएगी।

    इसके अलावा एस्टरॉयड 2008 LG2 भी आज धरती की दिशा में चला आ रहा है। यह 100 फीट का चट्टानी खतरा है। यह धरती से 4,030,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरने वाला है। जैसा कि इसके नाम से भी पता चलता है, यह पहली बार 2008 में देखा गया था। य़ह 20206 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। एस्टरॉयड ऐसे खगोलीय पिंड हैं जो सौरमंडल का शुरू से ही हिस्सा हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, इनकी संरचना में ब्रह्मांड के जन्म के राज छुपे हो सकते हैं। लेकिन कई बार ये पृथ्वी के लिए खतरनाक भी बन जाते हैं। इसलिए नासा इनसे खतरे को देखते हुए लगातार इन्हें ट्रैक करती है।

  • 210 फुट बड़ा एस्‍टरॉयड पृथ्‍वी से भिड़ने को तैयार! कल आएगा करीब, जानें इसके बारे में

    210 फुट बड़ा एस्‍टरॉयड पृथ्‍वी से भिड़ने को तैयार! कल आएगा करीब, जानें इसके बारे में

    एक के बाद एक ‘एस्‍टरॉयड्स’ (Asteroids) हमारी पृथ्‍वी के करीब आ रहे हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक और ‘चट्टानी आफत’ के बारे में चेताया है। कल यानी मंगलवार 6 जून को ‘2023 KW2′ नाम का एक एस्‍टरॉयड पृथ्‍वी के करीब से गुजरेगा। एयरोप्‍लेन जितना बड़ा एस्‍टरॉयड जब पृथ्‍वी के करीब आएगा, तब दोनों के बीच दूरी बहुत कम रह जाएगी। यही वजह है कि इस एस्‍टरॉयड को पृथ्‍वी के लिए ‘संभावित रूप से खतरनाक’ माना गया है। क्‍या यह धरती को किसी तरह का नुकसान पहुंचा सकता है? आइए जानते हैं।

    नासा की जेट प्रोपल्‍शन लेबोरेटरी (JPL) के अनुसार, ‘एस्‍टरॉयड 2023 KW2′ कल यानी 6 जून को पृथ्‍वी के करीब आएगा। इस दौरान दोनों के बीच दूरी 45 लाख 30 हजार किलोमीटर तक सिमट जाएगी। यह दूरी आपको बहुत ज्‍यादा लग सकती है, लेकिन अंतरिक्ष की विशालता के आगे कुछ भी नहीं। नासा के अनुसार, ‘एस्‍टरॉयड 2023 KW2′ पृथ्‍वी की ओर 36 हजार 350 किलोमीटर की स्‍पीड से आ रहा है।

    करीब 210 फुट आकार का यह एस्‍टरॉयड एयरोप्‍लेन जितना बड़ा है और एस्‍टरॉयड्स के अपोलो ग्रुप से ताल्‍लुक रखता है। जैसाकि नाम से ही पता चलता है कि इस चट्टानी आफत को इसी साल खोजा गया है। वैज्ञानिक इसे तब तक मॉन‍िटर करते रहेंगे, जब तक यह पृथ्‍वी से दूर नहीं चला जाता। एस्‍टरॉयड्स कभी भी अपनी दिशा बदल सकते हैं। अगर इनका फोकस पृथ्‍वी की ओर हो और ये हमारे ग्रह से टकरा जाएं, तो बड़ी तबाही मचा सकते हैं।

    वैज्ञानिक मानते आए हैं कि करोड़ों साल पहले हमारी धरती से डायनासोरों का खात्‍मा भी एक एस्‍टरॉयड की टक्‍कर के बाद मचे विनाश से हुआ था। साल 2013 में रूस के चेल्याबिंस्क शहर पर 59 फुट चौड़ा एक एस्‍टरॉयड क्रैश हो गया था। उसके आने की भनक किसी को नहीं लगी थी। एस्‍टरॉयड के क्रैश होने से इलाके की 8000 इमारतों को नुकसान पहुंचा था और एक हजार लोग घायल हो गए थे।

    एस्‍टरॉयड जब पृथ्‍वी के करीब आते हैं, तो वैज्ञानिक इनके और पृथ्‍वी के बीच की दूरी को देखते हैं। इसके लिए सैटेलाइट और रडार की मदद ली जाती है। ज्‍यादातर एस्‍टरॉयड मंगल और बृहस्‍पति ग्रह के बीच मेन एस्‍टरॉयड बेल्‍ड में परिक्रमा करते हैं, लेकिन कई एस्‍टरॉयड की कक्षाएं ऐसी होती हैं, जो पृथ्‍वी के पास से गुजरती हैं।

  • 27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से 120 फीट तक के 3 एस्टरॉयड बढ़ रहे धरती की ओर!

    27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से 120 फीट तक के 3 एस्टरॉयड बढ़ रहे धरती की ओर!

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एस्टरॉयड के लिए आए दिन अलर्ट जारी कर रही है। एजेंसी इन चट्टानी टुकड़ों पर नजर रखती है। सौरमंडल के निर्माण के समय यह शेष रह गए टुकड़े बताए जाते हैं, यानि कि ये ग्रहों के ही अवशेष हो सकते हैं, ऐसा कहा जाता है। इनकी संरचना को समझने की वैज्ञानिक लगातार कोशिश कर रहे हैं। इनकी भौतिक और रासायनिक संरचना को जानकर वैज्ञानिक पता लगा सकते हैं कि सौरमंडल में सूर्य का चक्कर लगा रहे अन्य ग्रहों का निर्माण कैसे हुआ होगा, क्योंकि एस्टरॉयड भी ठीक ग्रहों की तरह ही सूर्य का चक्कर लगा रहे हैं।

    पृथ्वी को एस्टरॉयड से खतरा भी हो सकता है। एस्टरॉयड छोटे आकार के खगोलीय पिंड होते हैं। इनकी तुलना में किसी बड़े ग्रह का गुरुत्वाकर्षण ज्यादा होता है, इसलिए ये ग्रहों की ओर आकर्षित भी हो जाते हैं। नासा ने 3 एस्टरॉयड्स के पृथ्वी की ओर आने का अलर्ट जारी किया है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ये अलर्ट जारी करती है। जिसके मुताबिक 4 जून को एस्टरॉयड 2023 HO18 धरती के पास आने वाला है। इसका साइज 96 फीट का है। यह चट्टानी टुकड़ा 467,000 किलोमीटर की दूरी से धरती के पास से गुजरने वाला है। यह एक ऐरोप्लेन जितना बड़ा है। लिस्ट किए गए तीनों एस्टरॉयड में यह सबसे छोटा है।

    इसके अलावा एक और एस्टरॉयड इसी दिन पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इसका नाम 2023 JR2 है। इसका साइज 120 फीट है और यह एक हवाई जहाज के आकार का है। यह चट्टानी टुकड़ा सूरज का चक्कर लगाते हुए धरती के पास से गुजरने वाला है। जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा तो सिर्फ 6,510,000 किलोमीटर ही दूर होगा। इसकी स्पीड हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा है। नासा के अनुसार यह चट्टान 27287 किलोमीटर प्रतिघंटा यानि कि लगभग 27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से धरती के पास से गुजरने वाली है। लिस्ट किए गए एस्टरॉयड में ये सबसे बड़ा है।

    खतरा यहीं नहीं टला है। एक तीसरा एस्टरॉयड भी 4 जून को धरती की ओर बढ़ रहा होगा। इसका नाम 2023 JE5 है। यह 110 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह जब धरती के सबसे करीब होगा तो दोनों के बीच की दूरी 6,750,000 किलोमीटर ही रह जाएगी। ये तीनों ही एस्टरॉयड तूफान से भी हजारों गुना ज्यादा रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहे हैं। नासा ने एस्टरॉयड के धरती के करीब आने का अलर्ट जारी किया है, लेकिन ये धरती से टकरा जाएंगे, ऐसी कोई संभावना नहीं जताई गई है। नासा कहती है कि 150 फीट या उससे बड़े एस्टरॉयड से पृथ्वी को बड़ा खतरा हो सकता है। 75 लाख किलोमीटर से नजदीक आने पर एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए स्पेस एजेंसी नजदीक से गुजरने वाले एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी करती है।