एक आर्टिकल से परेशान हो गए थे पेरेंट्स
सुष्मिता सेन हाल ही में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में शामिल हुई। जहां उन्होंने अपने इस अनुभव के बारे में बताया। सुष्मिता सेन ने कहा, “उस वक्त सोसायटी आज की तरह ज्यादा खुला हुई नहीं था। ये ‘हॉ’ जैसा था। सब कुछ इस हद तक ‘हॉ’ था कि मेरी मां और बाबा को मुझे बैठाकर कहना पड़ा, ‘तुम्हारे कंधों पर बहुत कुछ है और तुम जो कह रही हो उस पर थोड़ा लगाम लगाओ। 18 साल की उम्र में इंटरव्यू में ‘फिजिकली इंटीमेटेड’ शब्द का इस्तेमाल क्यों कर रही हो? शोभा डे तुम्हारे बारे में बहुत बुरा लिख रही हैं।’ मुझे याद है कि उनका नाम खास तौर पर लिया गया था। बंगालियों को अक्लमंद माना जाता है। उनका लिखा इंटेलेक्चुअल आर्टिकल परेशान करने और गॉसिप को बढ़ावा देने वाला था।”
मिस यूनिवर्स नहीं, बनना था आजाद इंसान
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि उन्होंने बाद में शोभा डे से इस बारे में बात की क्योंकि वो सामाजिक मानदंडों को तोड़ना चाहती थीं। सुष्मिता ने कहा, “मैंने जानबूझकर ये शब्द इसलिए उठाया क्योंकि मैं जो बनना चाहती थी वो ‘मिस यूनिवर्स’ या ‘सबसे खूबसूरत इंसान’ नहीं था। मैं एक आजाद इंसान बनना चाहती थी, कोई ऐसा जो वाकई आजाद हो। इस कोशिश में मैं भारत की पहली मिस यूनिवर्स बनी थी। यही वो आजादी थी जिसने मुझे ये सब करने दिया। अब जब मैंने ये खिताब जीत लिया था, तो हर कोई उस आजादी पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहा है क्योंकि बहुत- सी चीजों के लिए बहुत सारी जिम्मेदारी आप पर होती है।”